दिवाली के बाद दिल्ली की आबोहवा बेहद खराब है और हवा में घुली जहरीली गैसों के चलते सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। पूरे उत्तर भारत में धुंध की गहरी चादर है। दिल्ली समेत कई दूसरे शहरों में हवा बेहद खराब हो गई है। दिन-ब-दिन हालात खराब हो रहे हैं और देश के सभी शहरों में वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या बनकर सामने खड़ा है। हमने आपको साफ-सुथरी हवा के लिए
टेक्नोलॉजी के जरिए वायु प्रदूषण से बचने के उपाय बताए थे।चाहें आप ऑफिस में हों या घर पर या कहीं और। ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप हर समय वायु प्रदूषण से अपना बचाव कर सकते हैं। टेक्नोलॉजी के बिना आप किस तरह आप खुद को वायु प्रदूषण से बचा सकते हैं।
हवा को फिल्टर करने वाले पौधेजहरीली गैसों को कम करने के लिए कुछ पौधे बेहद काम आ सकते हैं। इन पौधों को एयर फिल्टरिंग प्लांट भी कहा जाता है। खुजली, जलन, लगातार जुकाम, एलर्जी और आंखों में जलन से बचाव में ये पौधे आपकी सहायता करेंगे। भारत में इस तरह के पौधों में एलो वेरा, लिली, स्नेक प्लांट (नाग पौधा), पाइन प्लांट (देवदार का पौधा) मनी प्लांट, अरीका पाम और इंग्लिश आइवी।
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दिल्ली में वायु प्रदूषण: ये हैं टेक्नोलॉजी के जरिए प्रदूषण से बचने के उपाय )
एरेका पामएरेका पाम एक ऐसा पौधा है जो कार्बन डाई ऑक्साइड को ऑक्सीजन में बदल देता है। हर व्यक्ति के लिए इस तरह के एक पौधे की जरूरत होती है जिसकी ऊंचाई कंधे के बराबर होनी चाहिेए। इस पौधे की देखभाल के लिए पत्तियों को हर रोज साफ करना जरूरी है। इसके अलावा हर तीन-चार महीने में इनको बाहर रखने की भी जरूरत पड़ती है। हवा को फिल्टर कर उसे शुद्ध बनाने में ये पौधा सहायक है। नम मिट्टी का प्रयोग करें और सतह के थोड़े नीचे मिट्टी के सूखते ही पौधे को पानी दें।
मनी प्लांटमनी प्लांट एक बेल है। इसकी एक पत्ती का आकार 7 से 10 सेंटीमीटर तक लंबा होता है। यह पौधा अधिकतर भारतीय घरों में आसानी से मिल जाता है। इसकी ख़ास बात है कि यह पौधा बहुत कम रोशनी में भी जिंदा रह सकता है और इसे किसी खाली बोतल में भी उगाया ज सकता है। इस पौधे में वायु में मौज़ूद कार्बन डाई ऑक्साइड को ग्रहण करने की क्षमता होती है और यह ऑक्सीजन बाहर निकालता है। मनी प्लांट हवा में सीओ2 कम कर हमारे सांस लेने के लिए शुद्ध ऑक्सीजन देता है।
एलो वेराएलो वेरा में कई सारे औषधीय गुण होते हैं। इस पौधे को उगने के लिए पानी की जरूरत भी कम होती है। इसके पत्ते काफी मोटे और मजबूत होते हैं। पत्ते के अंदरूनी भाग को काटने पर एक तरह का रस निकलता है। इस रस से का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के इलाज में होता है। इसके अलावा ख़ास बात है कि इस पौधे को आसानी से घर में लगा सकते हैं जो हवा को शुद्ध रखता है।
स्नेक प्लांटइसे हिंदी में नाग पौधा कहा जा सकता है। इस पौधे को बढ़ने के लिए बहुत कम धूप की जरूरत होती है। इसके अलावा पानी की भी जरूरत ज्यादा नहीं होती। हवा को फिल्टर करने वाले इस पौधे को आप आसानी से अपने कमरे या ऑफिस केबिन में एक कोने में उगा सकते हैं।
पाइन प्लांटघर की हवा को शुद्ध बनाने के लिए देवदार का पौधा काफी मशहूर है। इस पौधे की पत्तियां छोटी-छोटी होती हैं। इसे बहुत ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती। लेकिन समय-समय पर इसकी काट-छांट करने की जरूरत होती है।
पीस लिलीपीस लिली घरों में प्रयोग होने वाला एक आम पौधा है, जो हर तरह की हानिकारक गैसों को खत्म करता है. यह धूल को भी समाप्त करता है और घर की हवा को शुद्ध रखता है।
इंग्लिश आइवरीकम रोशनी वाली जगहों के लिए यह पौधा सबसे ज्यादा उपुक्त है। वातावरण में मौज़ूद सभी जहरीली गैसों को खत्म कर यह पौधा शुद्ध हवा देने में हमारी मदद करता है
मदन-इन-लॉ टंगयह एक ऐसा पौधा है जो किसी भी परिस्थिति में फलता-फूलता है। यह काफ़ी मजबूत होता है। खास बात यह है कि यह रात में ऑक्सीजन तो छोड़ता ही है बल्कि कई अन्य तरह की हानिकारिक गैसौं को भी खत्म करता है। इस पौधे की ऊंचाई कमर की जितनी होनी चाहिए। इसे सूर्य की अप्रत्यक्ष रोशनी में रखें और ज़्यादा पानी न दें।