गैजेट की दुनिया में फोल्डेबल डिवाइस नया प्रयोग हैं। फिलहाल ये फ्लैगशिप कैटिगरी में ही मौजूद हैं, लेकिन हर गैजेट प्रेमी को लुभा रही हैं। सैमसंग और मोटोरोला फोल्डेबल स्मार्टफोन को दुनियाभर में डिलिवर करने में सबसे आगे हैं। बीते दिनों यह खबर आई थी कि ऐपल (Apple) भी अपने फोल्डेबल iPhone को 2025 तक लॉन्च कर सकती है। कंपनी कथित तौर पर एक नए ‘20-इंच फोल्डेबल' डिस्प्ले पर भी काम कर रही है, जो मैकबुक और आईपैड का हाइब्रिड हो सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह डिवाइस टचस्क्रीन कीबोर्ड के साथ आएगी।
ब्लूमबर्ग के मार्क गुरमन ने बीते दिनों अपने पावर ऑन
न्यूजलेटर में बताया था कि ऐपल कथित तौर पर 20 इंच की फोल्डेबल डिवाइस पर काम कर रही है। अब उन्होंने कहा है कि कंपनी अपने फोल्डेबल मैकबुक/आईपैड हाइब्रिड के लिए डुअल डिस्प्ले फॉर्मेट की तलाश में है। अगर यह मुमकिन होता है, तो कंपनी अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में एक नई कैटिगरी लॉन्च करेगी। ये कैटिगरी होगी फोल्डेबल मैक/आईपैड हाइब्रिड की। आसान शब्दों में समझें, तो यह डिवाइस मैकबुक और आईपैड का हाइब्रिड हो सकती है। हालांकि इसकी लॉन्चिंग में अभी टाइम है।
मार्क गुरमन कहते हैं कि कंपनी 20 इंच वाली फोल्डेबल स्क्रीन दे सकती है, जिसे फिजिकल कीबोर्ड का सपोर्ट होगा या फिर डिस्प्ले के एक हिस्से में वर्चुअल कीबोर्ड ऑफर किया जा सकता है। गुरमन को वर्चुअल कीबोर्ड वाली बात ज्यादा ठीक लगती है। माना जा रहा है कि नए प्रोडक्ट को साल 2026 में लॉन्च किया जा सकता है। इसी के आसपास फोल्डेबल स्मार्टफोन को भी रिलीज करने का लक्ष्य रखा गया है। यही वो टाइमलाइन भी है, जब ऐपल के AR ग्लास, मिक्स्ड रिएलिटी हेडसेट और ऐपल कार के आने की भी उम्मीद है।
वैसे ऐपल कार को लेकर ऐपल ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। प्रोजेक्ट टाइटन (Project Titan) नाम से कंपनी का एक प्रोडक्ट तैयार हो रहा है। माना जाता है कि यही ऐपल कार होगी। बीते महीने आई एक खबर में बताया गया था कि ऐपल के एक पेटेंट को मंजूरी मिल गई है। यह पेटेंट ऐपल कार से जुड़ा बताया जाता है। US पेटेंट एंड ट्रेडमार्क ऑफिस ने ऐपल को एक नए पेटेंट की मंजूरी दी है। माना जाता है कि यह कंपनी की अपकमिंग इलेक्ट्रिक कार के लिए सनरूफ टेक्नॉलजी होगी। पेटेंट एक ऐसे ग्लास का भी खुलासा करता है, जिसके मुताबिक कार की छत की ट्रांसपैरेंसी को यूजर अपने हिसाब से एडजस्ट कर सकेगा। कहा जाता है कि ऐपल कार साल 2025 तक हकीकत बन सकती है।