2017 में कई एंड्रॉयड फ्लैगशिप स्मार्टफोन की सबसे अहम खासियत बेहद ही पतले बॉर्डर वाली स्क्रीन थी। धीरे-धीरे यह फीचर मिड-रेंज फोन का हिस्सा बने और अब तो बजट फोन भी इस खास किस्म के डिस्प्ले के दम पर ग्राहकों को लुभाने की कोशिश में जुटे हैं।
इनफोकस विज़न 3 और
हॉनर 9 लाइट (
रिव्यू) ऐसे ही कुछ विकल्प हैं। बजट सेगमेंट में शाओमी सिरमौर रही है और अब इस कंपनी ने भी फुलस्क्रीन डिस्प्ले की ओर रुख कर लिया है।
शाओमी रेडमी नोट 4 (
रिव्यू), 2017 में सबसे ज़्यादा बिकने वाला स्मार्टफोन रहा है। साल बदला है तो एक बार फिर शाओमी से बहुत ज़्यादा उम्मीदें हैं। ऐसे में
शाओमी रेडमी नोट 5 (
रिव्यू) पर बड़ी जिम्मेदारी है और हमारा मानना है कि इस फोन ने बहुत हद तक इस ज़िम्मेदारी को बखूबी निभाया भी है।
Xiaomi ने बेहतर कैमरे के साथ एक ज़्यादा पावरफुल मॉडल भी लॉन्च किया है। इसे
शाओमी रेडमी नोट 5 प्रो के नाम से जाना जाएगा। यह क्वालकॉम के नए स्नैपड्रैगन 636 प्रोसेसर के साथ आने वाला पहला स्मार्टफोन है। यह चिपसेट फुल-एचडी+ डिस्प्ले को सपोर्ट करता है और इसमें क्वालकॉम के अपना कस्टम क्रायो सीपीयू कोर हैं। कागज़ी तौर पर ये बातें बेहद ही लुभाने वाली हैं। लेकिन सवाल यह है कि शाओमी रेडमी नोट 5 प्रो, रेडमी नोट 5 से कितना प्रीमियम है? इसका जवाब आपको फोन का रिव्यू पढ़कर मिलेगा।
शाओमी रेडमी नोट 5 प्रो डिज़ाइन और बिल्ड क्वालिटी
आगे की तरफ से रेडमी नोट 5 प्रो बहुत हद तक रेडमी नोट 5 जैसा ही लगता है। इसमें भी 18:9 डिस्प्ले के किनारे घुमावदार हैं। फोन में अब भी बायीं और दायीं तरफ नज़र आने वाले किनारे हैं। वहीं, टॉप और निचले हिस्से पर बॉर्डर ज़्यादा चौड़े हैं। 181 ग्राम वाला यह फोन थोड़ा भारी होने का एहसास देता है, संभव है कि ऐसा मेटल बैक और बड़ी बैटरी के कारण हुआ है। हमारे रिव्यू यूनिट का व्हाइट और गोल्ड ट्रिम दिखने में काफी अच्छा लगा। आप चाहें तो फोन को ब्लैक, ब्लू व रोज़ गोल्ड रंग में खरीद सकते हैं।
5.99 इंच का डिस्प्ले फुल-एचडी+ रिजॉल्यूशन वाला है। फोन को खरोंच से सुरक्षित रखने के लिए गोरिल्ला ग्लास का इस्तेमाल हुआ है। आपको कोई कैपेसिटिव बटन नहीं मिलेगा, शाओमी ने ऑनस्क्रीन नेविगेशन बटन को इस्तेमाल किया है। स्क्रीन के ऊपर एक फ्रंट कैमरा, ईयरपीस, डिफ्यूज़्ड सेल्फी फ्लैश और सेंसर हैं।
बॉडी मेटल की है और ग्रिप सहूलियत भरी है। फोन को हाथों में लेने पर बटन के दूर होने का एहसास होता है। लेकिन इनका रिस्पॉन्स बढ़िया है। शाओमी रेडमी नोट सीरीज़ के अन्य हैंडसेट की तरह इसमें भी ऊपर की तरफ आईआर एमीटर है। फोन के निचले हिस्से पर 3.5 एमएम हेडफोन सॉकेट, माइक्रोफोन, माइक्रो-यूएसबी पोर्ट और स्पीकर ग्रिल है। हमारे हिसाब से, प्रो मॉडल होने के नाते कंपनी को इसमें यूएसबी टाइप सी पोर्ट देना चाहिए था। बायीं तरफ हाइब्रिड डुअल सिम ट्रे है। यहां आप दो नैनो सिम या माइक्रोएसडी कार्ड (128 जीबी तक) के साथ एक नैनो सिम इस्तेमाल कर सकते हैं।
मेटल बैक आपको बहुत हद तक रेडमी नोट 4 की याद दिलाएगा, खासकर मैट फिनिश और टैपरिंग किनारों के कारण। फोन को हाथों में लेने पर फिंगरप्रिंट सेंसर तक पहुंचना आसान है। यह तेज़ी से ऊंगलियों की पहचान भी करता है। कैमरे का उभार साफ नज़र आता है। साफ-साफ कहें तो यह डिज़ाइन iPhone X से बहुत ज़्यादा प्रेरित लगता है। लेंस और फ्लैश का सेटअप भी ऐप्पल के फोन वाला ही है। उभार का मतलब है कि फोन को समतल सतह पर रखने पर यह अटपटे कोण पर बैठता है। पिछले हिस्से पर और कुछ नहीं है। बस नीचे की तरफ शाओमी का लोगो है।
हमें रिव्यू के लिए बिना किसी पैकेजिंग के यह यूनिट मिला था। शाओमी ने बताया है कि यूज़र रेडमी नोट 5 की तरह इस फोन के साथ एक स्टैंडर्ड चार्जर और सिलिकॉन कवर पाएंगे।
फोन काफी लंबा है। इस वजह इसे पॉकेट में रखना उतना आसान नहीं होगा। इसके अलावा कोई शिकायत नहीं है। दूसरी तरफ फोन की चौड़ाई ठीक-ठाक है। इस वजह से फोन को आसानी से एक हाथ में ग्रिप किया जा सकता है। दो-तीन दिन तक फोन इस्तेमाल करने के बाद हम इसके वज़न के भी आदी हो गए। कुल मिलाकर रेडमी नोट 5 प्रो की बनवाट अच्छी है और यह दिखने में खूबसूरत है।
Xiaomi Redmi Note 5 Pro के स्पेसिफिकेशन और फीचर
शाओमी का कहना है कि रेडमी नोट 5 प्रो सही मायने में
रेडमी नोट 3 (
रिव्यू) का अपग्रेड है। परफॉर्मेंस के लिहाज से यह दावा सही लगता है। रेडमी नोट 3 ने 15,000 रुपये के प्राइस रेंज में परफॉर्मेंस की स्तर को ऊपर ले जाने का काम किया। रेडमी नोट 5 प्रो भी कुछ ऐसा करने में कामयाब रहा है। यह क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 636 प्रोसेसर के साथ आने वाला पहला फोन है जिसे पिछले साल अक्टूबर में पेश किया गया था। हमारे द्वारा किए गए बेंचमार्क टेस्ट में रेडमी नोट 5 प्रो के प्रोसेसर ने स्नैपड्रैगन 625 प्रोसेसर की तुलना में औसतन 10 प्रतिशत ज़्यादा बेहतर नतीज़े दिए।
रेडमी नोट 5 प्रो आपको 4 जीबी रैम और 6 जीबी रैम के विकल्प मिलेगा। दोनों ही वेरिएंट की स्टोरेज 64 जीबी ही है। ज़रूरत पड़ने पर आप 128 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल कर सकेंगे। फोन में ब्लूटूथ 5, डुअल-बैंड वाई-फाई 802.11एसी, जीपीएस, एफएम रेडियो, यूएसबी-ओटीजी और ज़रूरी सेंसर दिए गए हैं। हैंडसेट में 4जी वीओएलटीई सपोर्ट मौज़ूद है।
फोन का मीयूआई सॉफ्टवेयर अब भी एंड्रॉयड 7.1.1 नूगा पर आधारित है। यह निराश करने वाली बात है। कंपनी ने एंड्रॉयड ओरियो अपडेट के संबंध में भी कुछ नहीं कहा है। एंड्रॉयड सिक्योरिटी पैच भी अपडेट नहीं है। हमारे टेस्ट यूनिट को दिसंबर 2017 का अपडेट मिला था। संभव है कि ऐसा बीटा बिल्ड वाले यूनिट के कारण हो। ऐसे में हम शाओमी को कसूरवार नहीं मान सकते।
कस्टम स्किन हाल ही में लॉन्च किए गए
शाओमी रेडमी 5ए (
रिव्यू) और
शाओमी रेडमी वाई1 (
रिव्यू) जैसा ही है। इंटरफेस काफी स्लिक है और होम स्क्रीन भी काफी स्मूथ है। एनिमेशन में भी फोन के धीमे होने की शिकायत नहीं मिली।
रेडमी नोट 5 प्रो में पहले से शाओमी के कई ऐप इंस्टॉल मिलेंगे। मी ड्रॉप के ज़रिए आप एड-हॉक वाई-फाई नेटवर्क की मदद से फाइल भेज सकते हैं। इसके लिए दूसरे शख्स के फोन में भी मी ड्रॉप होना चाहिए। आपको मी स्टोर और मी कम्युनिटी भी मिलेगा जिन्हें फोन से अनइंस्टॉल नहीं किया जा सकता।
सेटिंग्स ऐप में एक वाई-फाई कॉलिंग का भी विकल्प दिया गया है। लेकिन आप इसे एक्टिव नहीं कर पाएंगे। क्योंकि यह सेवा सेल्युलर नेटवर्क प्रोवाइडर द्वारा मुहैया कराई जाएगी। आप चाहें तो यूआई थीम को बदल सकते हैं। फिंगरप्रिंट सेंसर से ऐप को लॉक किया जा सकता है और तस्वीरें भी कैपचर की जा सकती हैं। आपको मीयूआई के क्विक बॉल, वन हैंडेड मोड और डुअल ऐप्स जैसे फीचर मिलेंगे।
Xiaomi Redmi Note 5 Pro की परफॉर्मेंस, कैमरा और बैटरी लाइफ
हमने रेडमी नोट 5 प्रो के 4 जीबी रैम वेरिएंट को रिव्यू किया। आम इस्तेमाल में इसकी परफॉर्मेंस बेहतरीन थी। स्क्रीन पर ऊंगलियों के निशान पड़ जाते हैं, लेकिन बॉडी के बाकी हिस्से पर धूल व धब्बे नहीं चिपक पाते। कॉल क्वालिटी अच्छी है। अलर्ट और मीडिया प्लेबैक के लिए स्पीकर से पर्याप्त आवाज़ आती है। फोन अकसर थंडा रहता है। गेम खेलते वक्त भी यह थोड़ा बहुत ही गर्म होता है। लंबे वक्त तक कैमरा इस्तेमाल करने के बाद भी यह बहुत ज़्यादा गर्म नहीं होता, जो अच्छी बात है।
मीडिया प्लेबैक के लिए शाओमी ने अपना म्यूजिक और वीडियो ऐप भी दिया है। वैसे, गूगल के मीडिया प्लेयर पहले से इंस्टॉल होने की स्थिति में इन ऐप की कोई ज़रूरत नहीं लगती। इसके अलावा कई काम के फीचर से लैस एमएक्स प्लेयर जैसा ऐप भी मुफ्त में उपलब्ध है। यह फोन 4के वीडियो भी चला सकता है। हेडफोन के लिए ऑडियो इनहांसमेंट का भी विकल्प है, जिसे सेटिंग्स ऐप से एक्टिवेट किया जा सकता है। हेडफोन से अच्छी क्वालिटी की आवाज़ आती है।
Xiaomi का कहना है कि कैमरे, रेडमी नोट 5 प्रो की अहम खासियतों में से एक हैं। हमारा अनुभव भी यही है कि कैमरा परफॉर्मेंस सराहनीय है। पिछले हिस्से पर दो सेंसर हैं। प्राइमरी सेंसर 12 मेगापिक्सल का है जो एफ/2.2 अपर्चर वाला है। वहीं, 5 मेगापिक्सल का सेकेंडरी कैमरा प्रोर्ट्रेट मोड में डेप्थ आंकने के काम आता है। इंसानी चेहरे और बैकग्राउंड के बीच अंतर स्पष्ट रहता है। लेकिन अन्य ऑब्जेक्ट में यह बहुत सटीक नहीं है।
रेडमी नोट 5 प्रो के कैमरे ज़्यादातर परिस्थितियों में अच्छी तस्वीरें लेते हैं। दिन की रोशनी में 12 मेगापिक्सल का सेंसर डिटेल के साथ फोटो कैपचर करता है। ज़्यादा रोशनी में व्हाइट बैलेंस बनाए रखने में फोन को थोड़ी दिक्कत होती है, लेकिन ज़्यादातर मौकों पर नतीज़े सटीक रहते हैं। कम रोशनी में ऑटोफोकस थोड़ा धीमा पड़ जाता है। शटर लैग की भी समस्या सामने आती है। लेकिन इमेज की क्वालिटी बहुत ज़्यादा खराब नहीं होती। लैंडस्केप शॉट डिटेल का स्तर ठीक-ठाक रहता है और नॉयज़ भी सीमित है। मैक्रोज़ शॉट में कलर रिप्रोडक्शन अच्छी है। कम रोशनी में भी प्रॉट्रेट मोड काम के नतीज़े देता है।
हमारा रिव्यू यूनिट बीटा रॉम पर चल रहा था इसलिए इसमें 4के वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए सपोर्ट नहीं था। हालांकि, शाओमी ने हमें बताया कि सेल के वक्त यह फोन संभवतः इस फीचर के साथ आएगा। प्राकृतिक रोशनी में फुल-एचडी वीडियो अच्छे लगते हैं। कलर्स सेचुरेटेड हैं। डिटेल का स्तर भी बढ़िया है। नोट 5 प्रो में इलेक्ट्रॉनिक इमेज स्टेबलाइज़ेशन है, जो ठीक-ठाक काम करता है।
हालांकि, वीडियो रिकॉर्ड करने के दौरान लगातार ऑटोफोकस बहुत ज़्यादा प्रभावशाली नहीं था। हमने जैसे ही स्विच ऑफ किया, ऑटोफोकस ज़्यादा ठीक से काम करने लगा। स्लो मोशन और टाइम-लैप्स वीडियो का भी विकल्प है जो ठीक ठाक काम करता है। शॉर्ट वीडियो शूटिंग मोड में 10 सेकेंड का वीडियो क्लिप रिकॉर्ड होता है, लेकिन ऑडियो क्वालिटी बेहद ही औसत है। पनोरमा मोड भी ठीक काम करता है और यह तेज़ी से फ्रेम को जोड़ने का काम करता है। लेकिन इसका मैनुअल मोड बेहद ही सीमित है, आप सिर्फ व्हाइट बैलेंस और आईएसओ को नियंत्रित कर पाएंगे।
20 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा बेहतरीन सेल्फी लेता है। बोकेह मोड है, यह एज डिटेक्शन में अच्छा काम करता है। ऐसा शाओमी के एआई लर्निंग अल्गोरिदम के ज़रिए संभव हो पाता है। इस्तेमाल में यह अच्छा काम करता है। टेस्ट शॉट में इस फीचर ने हमारी तस्वीर के बैकग्राउंड के ज़्यादातर हिस्सों को ब्लर कर दिया, एक-दो जगहों को छोड़कर। इसमें सेल्फी लाइट भी है। कम रोशनी में यह मददगार है। ज़रूरत पड़ने पर ब्यूटिफिकेशन मोड को स्विच ऑन किया जा सकता है। आप इफेक्ट का स्तर तय कर सकते हैं और अपने कुछ फेसियल फीचर को मोडिफाई भी कर सकते हैं।
बैटरी लाइफ भी दमदार है। रेडमी नोट 5 प्रो की 4000 एमएएच की बैटरी ने आम इस्तेमाल में आसानी से पूरे दिन हमारा साथ दिया। बैटरी फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है, लेकिन हैंडसेट के साथ दिया गया 10 वॉट का चार्जर इस काम नहीं आएगा। हमने इस फोन के साथ अपने क्वालकॉम क्विक चार्ज पावर एडप्टर को इस्तेमाल किया। इसके बाद लॉक स्क्रीन पर एक नोटिफिकेशन दिख रहा था जो कह रहा था कि फोन तेज़ी से चार्ज हो रहा है। इसके अलावा स्टेटस बार में भी चार्जिंग आइकन बदल कर क्विक चार्ज लोगो हो गया।
हमारा फैसला
देखा जाए तो रेडमी नोट 5 की तुलना में रेडमी नोट 5 प्रो के लिए ज़्यादा पैसे खर्चने में कुछ भी गलत नहीं है। आपको बेहतर कैमरे मिलेंगे। बैटरी लाइफ भी थोड़ी बेहतर है और ज़्यादा पावरफुल प्रोसेसर तो है ही। इन सारी वजहों से आपका अनुभव बेहतर रहेगा। इस फोन के वज़न का आदी होने में आपको थोड़ा वक्त लग सकता है। भले ही यह दिखने में अनोखा नहीं है, लेकिन बिल्ड क्वालिटी दमदार है। हमें लंबी स्क्रीन पसंद आई, जो शार्प है और सूरज की रोशनी में भी इस पर पढ़ पाने में भी दिक्कत नहीं होती।
फ्रंट और रियर कैमरे के लिए प्रोट्रेट मोड काम करता है और इसके साथ भरोसेमंद बैटरी लाइफ मिलती है। ऐप और सिस्टम परफॉर्मेंस भी काबिल-ए-तारीफ है। 'प्रो' मॉडल होने के नाते हम इस फोन में और फीचर की उम्मीद कर रहे थे। कंपनी को फास्ट चार्जर और यूएसबी टाइप-सी पोर्ट देना चाहिए था। इसके अलावा डिज़ाइन भी ऐसा होना चाहिए था जो इस फोन को अलग पहचान देता। आउट ऑफ बॉक्स एंड्रॉयड ओरियो होता तो शाओमी के प्रशंसकों के लिए एक और अच्छा फीचर होता।
13,999 रुपये की शुरुआती कीमत वाला यह फोन बाकियों से बहुत आगे निकल जाता है। इसी कीमत में विकल्प के तौर पर आपके पास शाओमी का
मी ए1 (
रिव्यू) भी है। यह फोन उन लोगों के लिए है जो गूगल पिक्सल सीरीज़ की तरह स्टॉक एंड्रॉयड इंटरफेस की चाहत रखते हैं। इस प्राइस रेंज में हम अपने पाठकों को अब तक
Moto G5S Plus (
रिव्यू) खरीदने का भी सुझाव देते रहे हैं। लेकिन कीमत को देखते हुए परफॉर्मेंस और फीचर के मामले में शाओमी रेडमी नोट 5 प्रो का कोई सानी नहीं है।