स्मार्टफोन इंडस्ट्री में सबसे आक्रामक जंग बजट सेगमेंट में देखने को मिलती है। भारतीय मार्केट में 10,000-15,000 रुपये वाला प्राइस सेगमेंट बेहद ही अहम है। अपनी दावेदारी बनाए रखने के लिए कंपनियां लगातार नए प्रोडक्ट लेकर आती रहती है। ऐसी ही जंग है शाओमी मी ए1 और हॉनर 7एक्स (
रिव्यू) के बीच। शाओमी का फोन स्टॉक एंड्रॉयड व पावरफुल हार्डवेयर के साथ आता है। दूसरी तरफ, दिखने में लेटेस्ट लगने वाला हॉनर 7एक्स है। आपको इनमें से किस फोन को खरीदना चाहिए? आइए बताते हैं...
लुक और डिज़ाइनपहली झलक के बाद इसमें कोई दो राय नहीं है कि
हॉनर 7एक्स, शाओमी मी ए1 की तुलना में ज़्यादा स्टाइलिश लगता है। हॉनर 7एक्स में मौजूदा चलन की तरह 18:9 आस्पेक्ट रेशियो वाली स्क्रीन है। आपको 5.93 इंच का फुलएचडी+ डिस्प्ले मिलेगा। वहीं, शाओमी मी ए1 में 16:9 आस्पेक्ट रेशियो का 5.5 इंच का फुल-एचडी डिस्प्ले है। जो बेहद लुभावना नहीं है।
दोनों ही फोन मेटल यूनीबॉडी वाले हैं। पिछले हिस्से पर दो रियर कैमरे और फिंगरप्रिंट सेंसर हैं।शाओमी मी ए1 हाथों में थोड़ा फिसलता है जबकि हॉनर 7एक्स की ग्रिप अच्छी है। दोनों ही फोन के डाइमेंशन लगभग एक जैसे हैं, लेकिन 3340 एमएएच की बैटरी के कारण हॉनर 7एक्स थोड़ा मोटा है। लुक और डिज़ाइन के कारण हॉनर 7एक्स इन विभाग में आगे निकल जाता है।
विजेताः Honor 7X
स्पेसिफिकेशनलुक ही सबकुछ नहीं है। फोन के अंदर क्या-कुछ है, यह भी अहम है। दोनों ही फोन में भरोसेमंद हार्डवेयर दिए गए हैं। हॉनर 7एक्स में हुवावे के ऑक्टा-किरिन 659 प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है। साथ में मौजूद है 4 जीबी रैम। आपके पास 32 जीबी और 64 जीबी स्टोरेज में से एक को चुनने का विकल्प है। Xiaomi Mi A1 (
रिव्यू) में स्नैपड्रैगन 625 प्रोसेसर है। इसमें भी 4 जीबी रैम हैं और स्टोरेज 64 जीबी है। दोनों ही फोन हाइब्रिड डुअल सिम स्लॉट के साथ आते हैं। मी ए1 में 128 जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड के लिए सपोर्ट मौज़ूद है। वहीं, हॉनर 7एक्स में आप 256 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल कर पाएंगे।
गौर करने वाली बात है कि
शाओमी मी ए1 में यूएसबी टाइप सी पोर्ट है, जबकि हॉनर 7एक्स माइक्रोयूएसबी पोर्ट के साथ आता है। शाओमी मी ए1 में इंफ्रारेड ट्रांसमीटर भी है। इसकी मदद से यूज़र घरेलू उपकरणों को नियंत्रित कर पाएंगे।
विजेता: टाई
सॉफ्टवेयरइस विभाग में दोनों ही फोन एक-दूसरे से बेहद ही अलग हैं। हॉनर 7एक्स में एंड्रॉयड 7.0 नूगा के ऊपर हुवावे का कस्टम ईएमयूआई 5.1 रॉम है। हॉनर ने कस्टमाइजेशन के कई विकल्प दिए हैं, लेकिन कई अनचाहे ऐप भी मौजद हैं। नए 18:9 आस्पेक्ट रेशियो का मतलब है कि कुछ ऐप्स लेटरबॉक्स्ड अंदाज़ में चलते हैं और कुछ स्क्रीन पर स्ट्रैच होकर फिट होते हैं।
दूसरी तरफ, शाओमी मी ए1 गूगल के एंड्रॉयड वन प्रोग्राम का हिस्सा है। इस फोन को 2 साल तक सॉफ्टवेयर और सिक्योरिटी अपडेट मिलने की गारंटी है। आपको स्टॉक एंड्रॉयड अनुभव मिलता है। अनचाहे ऐप भी ना के बराबर हैं। सॉफ्टवेयर के लिए बेहतर सपोर्ट और अपडेट की गारंटी के कारण इस डिपार्टमेंट शाओमी मी ए1 बाजी मार जाता है।
विजेता: Xiaomi Mi A1
परफॉर्मेंसदोनों ही फोन में दमदार हार्डवेयर का इस्तेमाल हुआ है। लेकिन शाओमी का फोन बेंचमार्क टेस्ट में बेहतर नतीजे देता है। ग्राफिक्स बेंचमार्क में तो शाओमी मी ए1 बहुत आगे निकल जाता है। अगर आपको अपने फोन पर बहुत ज्यादा गेम खेलना पसंद है तो शाओमी मी ए1 बेहतर विकल्प है।
हॉनर 7एक्स में मी ए1 की तुलना में भले ही बड़ी बैटरी हो, लेकिन शाओमी का फोन ज़्यादा बेहतर बैटरी लाइफ देता है। मी ए1 की बैटरी हमारे वीडियो लूप टेस्ट में 10 घंटे 18 मिनट तक चली, जबकि हॉनर 7एक्स की बैटरी ने 8 घंटे 7 मिनट में दम तोड़ दिया। अगर बैटरी लाइफ आपकी प्राथमिकता है तो आपको शाओमी मी ए1 लेना चाहिए।
विजेता: Xiaomi Mi A1
कैमरादोनों ही स्मार्टफोन में दो-दो रियर कैमरे हैं, लेकिन कंपनियों ने अलग-अलग सेटअप को इस्तेमाल किया है। हॉनर 7एक्स में 16 मेगापिक्सल के प्राइमरी सेंसर के साथ 2 मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर है। दूसरी तरफ, शाओमी मी ए1 में 12 मेगापिक्सल का एक सेंसर वाइड एंगल लेंस वाला है और दूसरा 12 मेगापिक्सल सेंसर टेलीफोटो लेंस है। इस्तेमाल के लिहाज से मी ए1 का कैमरा ज़्यादा विविध है। हॉनर 7एक्स में 8 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा है और शाओमी मी ए1 का सेल्फी कैमरा 5 मेगापिक्सल का है। हमारे कैमरा टेस्ट में मी ए1 ने हॉनर 7एक्स की तुलना में ज़्यादा बेहतर नतीजे दिए। इस तरह से फोन इस विभाग में भी हॉनर 7एक्स से जीत जाता है।
विजेता: Xiaomi Mi A1उम्मीद है कि अब आपको इनमें से किसी एक फोन को चुनने में दिक्कत नहीं होगी। कमेंट सेक्शन के जरिए हमें बताएं।