ऐसा प्रतीत हो रहा है कि एंड्रॉयड स्मार्टफोन लॉन्च करने वाली हैंडसेट निर्माता कंपनियां नॉच को फोन के फ्रंट पैनल से हटाने के प्रयास में जुटी हुई हैं। हाल ही में कई बजट स्मार्टफोन लॉन्च हुए हैं जिन्हें होल-पंच या फिर ऑल-स्क्रीन डिस्प्ले के साथ उतारा गया है। एक अच्छी बात यह है कि
Redmi K20 (
रिव्यू) और
Realme X (
रिव्यू) इतने महंगे भी नहीं हैं। ओप्पो ने भी हाल ही में अपने
Oppo K3 स्मार्टफोन को लॉन्च किया है और यह रियलमी के मौजूदा फ्लैगशिप रियलमी एक्स से काफी मिलता जुलता है।
भारत में ओप्पो के3 को भी उसी प्राइस सेगमेंट में उतारा गया है जिस प्राइस सेगमेंट में रियलमी एक्स को उतारा गया है। दोनों ही डिवाइस में केवल आपको डिज़ाइन, रैम, स्टोरेज और रियर कैमरे में अंतर देखने को मिलेगा। क्या 16,990 रुपये की शुरुआती कीमत वाला ओप्पो के3 मार्केट में मौजूद
Redmi Note 7 Pro (
रिव्यू) और
Vivo Z1 Pro (
रिव्यू) के मुकाबले एक बेहतर विकल्प है? आइए जानते हैं...
Oppo K3 का डिज़ाइन
ऐसा पहली बार नहीं है जब हमने ओप्पो और रियलमी फोन के बीच डिजाइन में समानताएं देखी हो। दोनों ही फोन की लंबाई-चौड़ाई और वज़न भी एक बराबर है। लेमिनेटेड बैक पैनल की वज़ह से धब्बे भी आसानी से पड़ जाते हैं लेकिन हमें रिव्यू के दौरान स्क्रेच के ज्यादा निशान दिखाई नहीं दिए। ओप्पो के3 की पॉलीकार्बोनेट बॉडी प्रीमियम और दमदार लगती है।
रियलमी एक्स की तुलना में बटन की प्लेसमेंट भी समान है। फोन के दाहिनी ओर डुअल-सिम ट्रे दी गई है लेकिन स्टोरेज को बढ़ाने का विकल्प नहीं है। सिंगल स्पीकर, यूएसबी टाइप-सी पोर्ट और हेडफोन जैक को फोन के निचले हिस्से तो वहीं फोन के ऊपरी हिस्से के मध्य में पॉप-अप सेल्फी कैमरा दिया गया है। सेंसर के प्रोटेक्शन के लिए सफायर ग्लास का इस्तेमाल हुआ है।
ओप्पो के3 में 6.5 इंच का एमोलेड डिस्प्ले है जो फुल-एचडी+ रिजॉल्यूशन के साथ आता है। स्क्रीन की सुरक्षा के लिए गोरिल्ला ग्लास भी है। एमोलेड पैनल पर कलर्स अच्छे दिखते हैं और फोन की ब्राइटनेस भी अच्छी है। सिक्योरिटी के लिए इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है जो फोन को तेजी से अनलॉक कर देता है।
ओप्पो के3 के दो कलर वेरिएंट हैं- एक ऑरोरा ब्लू ( हमारे पास रिव्यू के लिए) और दूसरा जेड ब्लैक। फोन में आपको पर्पल और मजेंटा कलर की डुअल-टोन फिनिश देखने को मिलेगी जो दिखने में काफी अच्छी लगती है और लेमिनेशन होने की वज़ह से जब लाइट इसपर पड़ती है तो कूल विजुअल पैटर्न दिखाई देते हैं। रिटेल बॉक्स में आपको वूक 3.0 फास्ट चार्जर, यूएसबी टाइप-सी कैबल, केस, सिम इजेक्ट टूल मिलेगा।
Oppo K3 का स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयर
ओप्पो के3 में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 710 प्रोसेसर दिया गया है, यह चिपसेट अच्छी सीपीयू और जीपीयू परफॉर्मेंस प्रदान करती है। ओप्पो के3 के दो वेरिएंट उतारे गए हैं, एक 6 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज के साथ जिसकी कीमत 16,990 रुपये है। दूसरा, 8 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज के साथ जिसका दाम 19,990 रुपये है।
हमें रिव्यू के लिए इसका 64 जीबी स्टोरेज वेरिएंट मिला है जिसमें काफी स्पेस है। ओप्पो के3 में डुअल 4जी वीओएलटीई, डुअल-बैंड वाई-फाई 802.11एसी, ब्लूटूथ वर्जन 5, यूएसबी-ओटीजी, जीपीएस सपोर्ट शामिल है। फोन में नोटिफिकेशन एलईडी नहीं है लेकिन आप ऑलवेज-ऑन स्क्रीन को ऐनेबल कर सकते हैं जिसपर आपको क्लॉक, मिस्ड कॉल अलर्ट और केवल एसएमएस दिखाई देंगे।
ओप्पो के3 में एफएम रेडियो है लेकिन याद करा दें कि रियलमी एक्स में एफएम रेडियो नहीं है। ओप्पो ब्रांड का यह फोन एंड्रॉयड 9 पाई पर आधारित कलरओएस 6 पर चलता है। हमारा रिव्यू यूनिट जुलाई एंड्रॉयड सिक्योरिटी पैच पर चल रहा है। इंटरफेस इस्तेमाल करने में आसान है और इसमें कई शार्टकट और जेस्चर दिए गए हैं जिन्हें हमने हाल ही में रियलमी एक्स में भी देखा था।
ओप्पो के3 में दिया डॉल्बी एटमॉस बॉय डिफॉल्ट ऐनेबल हो जाता है जब फोन का स्पीकर इस्तेमाल होता है। कलरओएस आपको व्यर्थ के नोटिफिकेशन नहीं भेजता है लेकिन ओप्पो ऐप स्टोर ऐप आपको नोटिफिकेशन भेजता है लेकिन आप इन्हें ऐप सेटिंग्स में जाकर डिसेबल भी कर सकते हैं। फोन में पहले से आपको NewsPoint, UC Browser, Dailyhunt आदि कुछ थर्ड पार्टी ऐप्स पहले से प्री-इंस्टॉल मिलेंगे लेकिन आप चाहें तो इन्हें अनइंस्टॉल भी कर सकते हैं।
Oppo K3 की परफॉर्मेंस और बैटरी लाइफ
फोन को पॉकेट में रखने पर यदि काफी भारी लगता है और एक हाथ से फोन को इस्तेमाल करना आसान नहीं है। हमने हाल ही में रियलमी एक्स को रिव्यू किया है और अब ओप्पो के3 को रिव्यू करने के बाद हमें सामान्य अनुभव बहुत समान लगा। कभी-कभी ओेप्पो के3 हाथ से फिसल जाता है लेकिन शुक्र है रिटेल बॉक्स में एक केस दिया गया है जो फोन पर पकड़ बनाए रखने में मदद करता है।
फोन एंड्रॉयड को अच्छे से चलाता है और हमें फोन के गर्म होने की शिकायत नहीं हुई। गेमिंग के दौरान फोन हल्का गर्म हुआ था। ओप्पो के3 में दिए स्नैपड्रैगन 710 प्रोसेसर में अच्छी इंटीग्रेटेड ग्राफिक्स क्षमता है। Asphalt 9: Legends और PUBG Mobile दोनों ही गेम हाई ग्राफिक्स सेटिंग्स पर अच्छे से चली।
सामान्य इस्तेमाल के लिए बड़ा डिस्प्ले का उपयोग करने में परेशानी हो सकती है लेकिन फिल्म देखने या गेम खेलने में आपको अच्छा अनुभव होगा। एमोलेड पैनल का अच्छा कलर सेचुरेश और हाई ब्राइटनेस की वज़ह से डिस्प्ले पर कंटेंट को देखने में अच्छा लगता है। इसके अलावा डॉल्बी एटमोस वाले स्पीकर से अच्छी और तेज आवाज आती है।
पॉप-अप कैमरा में इजेक्शन और रिट्रैक्शन मैकेनिज़्म तेज है जिस वज़ह से फेस रिकग्निशन अच्छे से काम करता है। कम रोशनी में स्क्रीन की लाइट आपकी फोन को अनलॉक करने में मदद करती है। ओप्पो के3 में जान फूंकने के लिए 3,765 एमएए की बैटरी दी गई है, रियलमी एक्स में भी समान क्षमता वाली बैटरी है।
हमारे बैटरी लूप टेस्ट के परिणाम भी बहुत हद तक समान है। हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में ओप्पो के3 ने 14 घंटे और 46 मिनट तक साथ दिया और सामान्य इस्तेमाल पर फोन ने एक दिन से ज्यादा समय तक साथ निभाया। फोन के साथ मिलने वाला फास्ट चार्जर फोन को 0 से 52 प्रतिशत तक आधे घंटे में तो वहीं एक घंटे में 91 प्रतिशत तक चार्ज कर देता है।
Oppo K3 का कैमरा
इस फोन का रियर कैमरा रियलमी एक्स की तुलना में थोड़ा अलग है। ओप्पो के3 में 16 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा है जिसका अपर्चर एफ/1.7 है। पोर्टेट मोड में इस्तेमाल के लिए 2 मेगापिक्सल का डेप्थ-सेंसिंग कैमरा भी है। ओप्पो के3 में ऑटोफोकस सिस्टम तेज है और यह सब्जेक्ट पर फोकस लॉक करने में ज्यादा समय नहीं लेता है।
शटन बटन पर क्लिक करते ही फोटो तेजी से सेव हो जाती हैं। दिन की रोशनी में लिए गए लैंडस्केप शॉट में डिटेल अच्छे से कैप्चर हुई, कलर्स में सेचुरेशन अच्छा था और एचडीआर भी एक्सपोज़र को अच्छे से हैंडल करता है। कैमरा ऐप में क्रोमा बूस्ट फीचर भी है जिसे हमने रियलमी के फोन में देखा है, इसमें इसे डेज़ल कलर कहा गया है। क्लोज़-अप शॉट्स में शार्पनेस और डिटेल अच्छे से कैप्चर हुई, हालांकि कैमरे का एआई प्राइमरी कलर्स को बूस्ट कर देता है।
इंडोर में आर्टिफिशियल लाइट में खींची गई तस्वीरें भी अच्छी आईं। डिटेल अच्छे से कैप्चर हुई, कलर्स भी अच्छे दिखे और तस्वीरों में नॉयस नहीं था। फोकसिंग स्पीड भी अच्छी थी। रात में आउटडोर में शूट करते वक्त तस्वीरें तो अच्छी आई लेकिन डिटेल की कमी लगी। यह समस्या नाइट शूटिंग मोड से ठीक हो जाती है जो डार्क एरिया में ब्राइटनेस को इंप्रूव, ओवरएक्सपोज्ड एरिया को फिक्स और सीन में डिटेल की कमी को पूरा करता है।
ओप्पो के3 में 16 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा है, जो लाइट के विपरित शूट करते वक्त भी अच्छी सेल्फी खींचता है। एचडीआर बहुत प्रभावी है लेकिन कैमरा कम रोशनी में अच्छी डिटेल कैप्चर में स्ट्रगल करता है। स्किन को स्मूथनिंग करने में डिफॉल्ट ब्यूटीफिकेशन सेंटिग थोड़ा आक्रामक है।
वीडियो की बात करें तो ओप्पो के3 4K रिज़ॉल्यूशन तक रिकॉर्ड करने में सक्षम है लेकिन बिना किसी स्टेबलाइजेशन के। इमेज़ क्वालिटी अच्छी है लेकिन कलर्स थोड़े बूस्ट लगते हैं। कंटीन्यूअस ऑटोफोकस भी तेज है और दो सब्जेक्ट के बीच स्विच करते वक्त भी कोई दिक्कत नहीं हुई। 1080 पी पर स्टेबलाइजेशन मिलता है जो अच्छे से काम करता है। कम रोशनी में तस्वीर की क्वालिटी औसत है।
कैमरा ऐप को इस्तेमाल करना आसान है और व्यूफाइंडर में टाइम लैप्स, पैनोरोमा, एक्सपर्ट और स्लो-मोशन जैसे स्टैंडर्ड शूटिंग मोड्स के अलाव गूगल लेंस को एक्टिवेट करने का भी विकल्प है।
हमारा फैसला
ओप्पो के3 एक अच्छा ऑल-राउंडर फोन है। हमारे पास 64 जीबी स्टोरेज वेरिएंट हैं जिसकी कीमत रियलमी एक्स के बेस वेरिएंट के बराबर है तो वहीं दूसरी ओर ओप्पो के3 के 6 जीबी रैम वेरिएंट की कीमत
रियलमी एक्स के 4 जीबी रैम वेरिएंट के समान है। कैमरा भी दोनों ही डिवाइस में अलग हैं लेकिन हमारे अनुभव से ओप्पो के3 स्मार्टफोन रियलमी एक्स की कैमरा परफॉर्मेंस के बहुत करीब रहा है।
दोनों के बेस मॉडल के बीच में हम रियलमी एक्स को पसंद करते हैं क्योंकि बेशक इसमें आपको रैम थोड़ी कम मिलेगी लेकिन स्टोरेज दोगुनी है। याद करा दें कि ओप्पो के3 में स्टोरेज को बढ़ाने के लिए विकल्प भी नहीं मिलता है। ओप्पो के3 के प्रतिद्धंदी हैंडसेट
रेडमी नोट 7 प्रो और वीवो ज़ेड1 प्रो भी इसी प्राइस सेगमेंट में आपको ज्यादा स्टोरेज और स्टोरेज को बढ़ाने का विकल्प प्रदान कर सकते हैं।
ओप्पो के3 ऑनलाइन एक्सक्लूसिव फोन है और यह केवल अमेजन पर बिक्री के लिए उपलब्ध है। दूसरी ओर रियलमी एक्स भी फ्लैश सेल के जरिए बेचा जाता है और यह जल्द रियलमी के ऑफलाइन स्टोर भी उपलब्ध हो सकता है। बता दें कि ओप्पो के3 के टॉप वेरिएंट में रियलमी एक्स के बराबर रैम और स्टोरेज है।