भले ही आपका
एंड्रॉयड डिवाइस स्लीप मोड में हो पर बैकग्राउंड में कई ऐप्स चलते रहते हैं। इस कारण से आपके डिवाइस की बैटरी पावर कम होती जाती है। ये दावा किया परड्यू यूनिवर्सिटी और इंटेल के शोधकर्ताओं ने। रिसर्च करने वालों ने इस समस्या का हल भी ढूंढ निकाला है। उन्होंने एक टूल डेवलप किया है जिसकी मदद से एनर्जी के इस्तेमाल को करीब 17 फीसदी कम किया जा सकता है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि अगर किसी एंड्रॉयड डिवाइस का डिस्प्ले बंद भी है तो ऐप्स बैकग्राउंड में चलते रहते हैं। ये ऐप्स डिवाइस की बैटरी पावर का 28.9 फीसदी इस्तेमाल करते हैं। 61 देशों से मंगाए गए सैमसंग गैलेक्सी एस3 और एस4 स्मार्टफोन के 2000 यूनिट पर रिसर्च करने के बाद शोधकर्ता इस निष्कर्ष पर पहुंचे। शोधकर्ताओं ने पाया कि जब स्क्रीन ऑफ होता है तो डिवाइस 45.9 बैटरी पावर का इस्तेमाल करता है। 28.9 फीसदी बैटरी पावर का इस्तेमाल वो ऐप्स करते हैं जो बैकग्राउंड में भी चलते रहते हैं।
शोधकर्ता वाई चार्ली हू ने बताया, ''ऐप्स एक निर्धारित समय अंतराल पर एक्टिव होकर जरूरी काम निपटाते हैं। इसके बाद उन्हें स्लीप मोड में चले जाना चाहिए ताकि फोन भी पूरी तरह से स्लीप मोड में चला जाए, पर ऐसा होता नहीं। सॉफ्टवेयर बग के कारण ऐप्स फोन को पूरी तरह से स्लीप मोड में नहीं जाने देते।''
इस प्रोब्लम का हल निकालने के लिए शोधकर्ताओं ने एक नया सिस्टम टूल
हश डेवलप किया है जो हर दिन बैटरी पावर के इस्तेमाल को करीब 17 फीसदी कम कर सकता है। यह टूल सिस्टम फाइल फॉर्मेट में गिटहब पर मुफ्त उपलब्ध है। यह उन सभी ऐप्स को बंद कर देता है जिसका इस्तेमाल यूज़र आम तौर पर नहीं करते। शोधकर्ताओं ने फिलहाल यह नहीं बताया कि यह टूल ऐप के तौर पर कब तक उपलब्ध होगा।
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