देश से मोबाइल फोन का एक्सपोर्ट पिछले फाइनेंशियल ईयर में बढ़कर 11.12 अरब डॉलर (लगभग 90,000 करोड़ रुपये) पर पहुंच गया है। इस एक्सपोर्ट में iPhone बनाने वाली Apple की हिस्सेदारी लगभग आधी है। इससे पिछले फाइनेंशियल ईयर में मोबाइल फोन का एक्सपोर्ट लगभग 45,000 करोड़ रुपये का था।
इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) ने बताया, "अधिक एक्सपोर्ट के बिना कोई इकोनॉमी या सेक्टर ग्रोथ नहीं कर सकता। पिछले फाइनेंशियल ईयर में मोबाइल फोन का एक्सपोर्ट 100 प्रतिशत बढ़ा है। यह 90,000 करोड़ रुपये से अधिक का रहा है। इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट भी 58 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ लगभग 1,85,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।" केंद्र सरकार ने देश से मोबाइल फोन के
एक्सपोर्ट के लिए 10 अरब डॉलर (लगभग 81,900 करोड़ रुपये) का लक्ष्य तय किया है। एपल की इस एक्सपोर्ट में लगभग आधी हिस्सेदारी रही। कंपनी ने लगभग 5.5 अरब डॉलर (लगभग 45,000 करोड़ रुपये) के मेड इन इंडिया आईफोन्स का एक्सपोर्ट किया है।
सूत्रों का अनुमान है कि मोबाइल फोन के एक्सपोर्ट में Samsung की हिस्सेदारी लगभग 40 प्रतिशत की रही। कंपनी ने इस सेगमेंट में लगभग 36,000 करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट किया है। थर्ड-पार्टी एक्सपोर्ट का योगदान लगभग 1.1 अरब डॉलर (लगभग 9,014 करोड़ रुपये का था। ये फर्में देश में बने सभी ब्रांड्स के फोन्स का एक्सपोर्ट करती हैं।
एपल के भारत में पहले स्टोर का उद्धाटन अगले सप्ताह कंपनी के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर, Tim Cook कर सकते हैं। इसके लिए कुक के भारत आने का कार्यक्रम है। इससे एक ग्रोथ वाले मार्केट और मैन्युफैक्चरिंग बेस के तौर पर देश के लिए कंपनी की योजनाओं का संकेत मिल रहा है। Bloomberg न्यूज ने इस बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से बताया कि मुंबई और दिल्ली में कंपनी के स्टोर्स के उद्धाटन में कुक मौजूद हो सकते हैं। पिछली बार कुक लगभग सात वर्ष पहले भारत आए थे। कुक की यात्रा को लेकर ईमेल से भेजे प्रश्नों का कंपनी ने उत्तर नहीं दिया।
एपल के लिए भारत एक महत्वपूर्ण मार्केट है। देश में कंपनी की सेल्स उच्च स्तर पर पहुंच गई है। इसके अलावा एपल ने भारत में आईफोन का प्रोडक्शन बढ़ाने की भी तैयारी की है। दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन मार्केट में एपल ने अपना पहला ऑनलाइन स्टोर लगभग तीन वर्ष पहले शुरू किया था।