बाज़ार में 26 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ, रिलायंस जियो देश में 2017 की चौथी तिमाही में सबसे बड़ा फ़ीचर फोन कंपनी बन गई है। बुधवार को काउंटरपॉइंट रिसर्च की एक
रिपोर्ट में इस जानकारी का पता चला। इसका श्रेय जियो फोन हैंडसेट को जाता है। सैमसंग इस तिमाही में 15 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ दूसरे नंबर पर रही। इसके बाद 9 प्रतिशत शेयर के साथ माइक्रोमैक्स, 7 प्रतिशत शेयर के साथ आईटेल और 6 प्रतिशत शेयर के साथ एचएमडी ग्लोबल की नोकिया रही। 2017 की चौथी तिमाही में बाकी ब्रांड ने 34 प्रतिशत मार्केट शेयर पर कब्ज़ा किया।
गौर करने वाली बात है कि काउंटरपॉइंट की रिपोर्ट के मुताबिक, सैमसंग साल भर फ़ीचर फोन सेगमेंट में 21 प्रतिशत के मार्केट शेयर के साथ टॉप पर रही। 12 प्रतिशत शेयर के साथ आईटेल ने दूसरे जबकि 11 प्रतिशत शेयर के साथ रिलायंस जियो ने तीसरे स्थान पर कब्ज़ा किया। माइक्रोमैक्स ने 9 प्रतिशत शेयर के साथ चौथा और लावा ने 7 प्रतिशत शेयर के साथ पांचवा स्थान हासिल किया। बाज़ार में मौज़ूद बाकी ब्रांड की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत रही।
काउंटरपॉइंट ने आगे बताया कि 1,500 रुपये वाले जियो फोन की सप्लाई चौथी तिमाही के आख़िर में सबसे ज़्यादा हुई और यह डिवाइस, भारी मांग और सप्लाई के बीच रिक्त स्थान को भरने में कामयाब रहा।
समाचार एजेंसी आईएएनएस को काउंटरपॉइंट के एसोसिएट डायरेक्ट तरूण पाठक ने बताया, ''इस फोन की बिक्री की सबसे बड़ी वजह रही रिकॉर्ड प्री-ऑर्डर (60 लाख)। इसके अलावा, कई फ़ीचर फोन यूज़र को यह डिवाइस एक बेहतर अपग्रेड लगा।''
रिलायंस जियो के लिए जियो फोन की रिकॉर्ड बिक्री का एक और कारण रहा कि एक स्मार्टफोन के तौर पर यह शून्य प्रभावी कीमत के साथ आता है। बता दें कि रिलायंस जियो ने पिछले साल 21 जुलाई को 4जी वीओएलटीई जियो फोन लॉन्च किया था। 1,500 रुपये सिक्योरिटी मनी के साथ आने वाले जियो फोन की प्रभावी कीमत शून्य है।
50 करोड़ से ज़्यादा फोन बेचने के लक्ष्य के साथ, कंपनी ने जियो फोन में 2.4 इंच डिस्प्ले, 2 मेगापिक्सल रियर कैमरा और 2000 एमएएच बैटरी दी है। जियो फोन में एक सिंगल-नैनो सिम स्लॉट है और यह माइक्रोएसडी कार्ड सपोर्ट के साथ आता है।