Google ने रेगुलर Android 11 लॉन्च के कुछ दिन बाद ही Android 11 (Go edition) का भी ऐलान कर दिया है। यह नया अपडेट लेटेस्ट एंड्रॉयड रिलीज़ का टोन-डाउन वर्ज़न ही है, जो कि 2 जीबी रैम तक के डिवाइस के लिए बनाया गया है। हालांकि, लेटेस्ट एंड्रॉयड 11 (गो एडिशन) पुराने एंड्रॉयड 10 (गो एडिशन) की तरह नहीं है, जो कि महज 1.5 जीबी रैम प्रदान करता था। परफोर्मेंस के मामले में नया एंड्रॉयड 11 (गो एडिशन) एंड्रॉयड 10 (गो एडिशन) की तुलना में 20 प्रतिशत फास्ट ऐप लॉन्च एक्सपीरियंस उपलब्ध कराता है।
Android 11 (Go edition) features
Google ने अपने ब्लॉग
पोस्ट में कहा कि फास्टर ऐप लॉन्च एक्सपीरियंस लाकर Android 11 (Go edition) ने यूज़र्स के लिए ऐप के बीच स्विच करना आसान कर दिया है। इसके अलावा नया एंड्रॉयड 11 (गो एडिशन) नोटिफिकेशन सेक्शन में सभी मैसेज के लिए समर्पित स्पेस लेकर आया है, जिसे कन्वर्सेशन कहते हैं। यह
हिस्सा रेगुलर एंड्रॉयड 11 अपडेट के जरिए पिक्सल फोन में भी लेकर आया गया था।
एंड्रॉयड 11 (गो एडिशन) वन-टाइम परमिशन फीचर लेकर आता है, जो कि आपको माइक्रोफोन, कैमरा व लोकेशन जैसे सेंसर को एक्सेस करने की अनुमति देता है। इसके अलावा यह ऑटो-रीसेट परमिशन सपोर्ट फीचर भी लेकर आया है। यह फीचर उन ऐप्स के लिए हैं, जिनका इस्तेमाल आपने लम्बे समय से नहीं किया है। यह दोनों ही वन टाइम परमिशन और ऑटो रीसेट फीचर रेगुलर एंड्रॉयड 11 में भी मौजूद हैं।
गूगल ने इसके अलावा गेस्चर बेस्ड नेविगेशन सपोर्ट को भी एंड्रॉयड 11 (गो एडिशन) में पेश किया है, जो कि बड़े डिस्प्ले वाले स्मार्टफोन पर काम करना आसान बनाता है।
आपको बता दें, Android 10 (Go edition) और इससे के पिछले वर्ज़न 1.5 जीबी रैम वाले डिवाइस के लिए डिज़ाइन किए गए थे, लेकिन Android 11 (Go edition) में मैमोरी की जरूरत को 2 जीबी तक बढ़ा दिया गया है। गूगल ने जानकारी दी कि 2 जीबी रैम की बढ़ोतरी के साथ अतिरिक्त 270MB फ्री मैमोरी प्राप्त होती है। अतिरिक्त मुफ्त मिली मैमोरी पीछे बैकग्राउंड में तीन से चार ऐप्स को चलने देती है।