हर साल साइबर सिक्योरिटी कंपनियां या एनालिटिक्स एजेंसियां सबसे कॉमन पासवर्ड की लिस्ट जारी करते हैं और कुछ ऐसा ही इस साल भी किया गया है। एक सिक्योरिटी फर्म ने साल 2022 के सबसे कमजोर पासवर्ड की एक लिस्ट जारी की है, जिन्हें बेहद आसानी से ब्रीच किया जा सकता है। यदि आपने भी इनमें से किसी पासवर्ड का इस्तेमाल किया है, तो आपको उसे जल्द से जल्द बदल देना चाहिए।
NordPass ने साल 2022 के सबसे कॉमन, या यूं कहें कमजोर पासवर्ड की
लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में बताया गया है कि किस तरह बड़ी संख्या में लोग एक ही तरह के पासवर्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं। हर साल कंपनियां इस तरह के कॉमन या कमजोर पासवर्ड की लिस्ट जारी करती है और लोगों को चेतावनी देती है कि इनका इस्तेमाल न करें, क्योंकि इन्हें ब्रीच करना बेहद आसान होता है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि लोगों को अभी भी साइबर सिक्योरिटी की जानकारी अर्जित करने की जरूरत है।
NordPass के अनुसार, भारत में 3.5 लाख लोग अपने पासवर्ड में 'password' शब्द का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, 75 हजार से ज्यादा भारतीय अपना पासवर्ड 'BigBasket' रखते हैं। इन पासवर्ड में न ही कोई नंबर है और न ही स्पेशल करेक्टर। बता दें कि एक सुरक्षित पासवर्ड वो होता है, जिसमें अक्षरों के साथ-साथ नंबर और स्पेशल करेक्टर का इस्तेमाल किया जाता है।
लिस्ट में बताए गए टॉप 10 कॉमन पासवर्ड की बात करें, तो 123456, bigbasket, password, 12345678, 123456789, pass@123, 1234567890, anmol123, abcd1234 और googledummy सबसे कॉमन पासवर्ड हैं। इन पासवर्ड को लाखों लोग इस्तेमाल कर रहे हैं।
ये रिसर्च भारत के अलावा 30 और देशों में भी की गई, जहां पाया गया कि guest, vip, 123456 जैसे पासवर्ड का इस्तेमाल भी जमकर हो रहा है। हर साल रिसर्चर इस निष्कर्ष पर पहुंचते हैं कि ज्यादातर लोग स्पोर्ट्स टीम, फिल्मों के किरदार और खाने के आइटम को पासवर्ड के तौर पर यूज करते हैं।
बता दें कि इस तरह के कॉमन और कमजोर पासवर्ड को इस्तेमाल करना सही नहीं होता, क्योंकि इन्हें आसानी से ब्रीच किया जा सकता है, जिसका मतलब है कि इस पासवर्ड से लैस आपका कोई भी अकाउंट आसानी से हैकर्स या स्कैमर्स के निशाने पर आ सकता है और वे आपकी निजी जानकारी चुरा सकते हैं।
Gadgets 360 आपको इस तरह के पासवर्ड को इस्तेमाल करने की सलाह नहीं देता है। पासवर्ड को हमेशा लंबा रखें और उसमें कैपिटल करेक्टर, नंबर और साथ ही स्पेशल करेक्टर का इस्तेमाल करे। यही नहीं, थोड़े समय के बाद अपने पासवर्ड को बदलते रहे और साथ ही टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन जैसे फीचर्स का इस्तेमाल कर अपने अकाउंट को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित रखें।