बड़ी टू-व्हीलर कंपनियों में से एक Suzuki Motorcycle की सेल्स लगभग नौ प्रतिशत बढ़कर 88,287 यूनिट्स की रही है। पिछले वर्ष के इसी महीने में कंपनी ने 80,737 यूनिट्स की बिक्री की थी। जून में कंपनी ने देश में 71,086 यूनिट्स बेची हैं और 17,201 यूनिट्स का एक्सपोर्ट किया है।
सुजुकी मोटरसाइकिल के एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट, Devashish Handa ने बताया, "हम जून में अपनी सेल्स से खुश हैं। इस फाइनेंशियल ईयर की हमने अच्छी शुरुआत की है। पहली तिमाही में हमारी वर्ष-दर-वर्ष आधार पर ग्रोथ 15 प्रतिशत की है। हमें आगामी महीनों में भी ग्रोथ की यह रफ्तार बरकरार रहने की उम्मीद है। हम अपने कस्टमर्स और डीलर नेटवर्क को उनके निरंतर भरोसे के लिए धन्यवाद देते हैं।"
हाल ही में कंपनी ने V-Strom 800 DE लॉन्च की थी। इसका प्राइस 10.30 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) का है। इसका मुकाबला Triumph Tiger 900 और BMW F 850 GS से है। इस
मोटरसाइकिल में 776 cc लिक्विड-कूल्ड, पैरेलल ट्विन इंजन दिया गया है। यह 83 bhp की मैक्सिमम पावर और 78 Nm का पीक टॉर्क जेनरेट कर सकता है। कंपनी ने इसकी माइलेज 22.7 kmpl होने का दावा किया है। देश में
कंपनी मोटरसाइकिल्स और स्कूटर्स की बिक्री करती है। इसकी मोटरसाइकिल्स में V-Strom SX, Gixxer SF 250, Gixxer 250, Gixxer SF, Gixxer, Katana, Hayabusa और V-Strom 650XT शामिल हैं। इसके अलावा यह Avenis, Access 125, Burgman Street और Burgman Street EX स्कूटर्स बेचती है। इसके Access 125 स्कूटर ने पिछले वर्ष 50 लाख यूनिट्स की मैन्युफैक्चरिंग की उपलब्धि हासिल की थी। यह 125 cc के सेगमेंट में पहला स्कूटर था।
पावरफुल मोटरसाइकिल्स को पसंद करने वालों में कंपनी की Hayabusa काफी लोकप्रिय है। कंपनी ने इसके थर्ड जेनरेशन GSX1300RR Hayabusa को दो वर्ष पहले लॉन्च किया था। इसमें 1,340 cc का एयर-कूल्ड, 4-स्ट्रोक, DOHC, इन-लाइन इंजन दिया गया है, जो 9700 rpm पर 190 PS की मैक्सिमम पावर और 7000 rpm पर 150 Nm का पीक टॉर्क जेनरेट कर सकता है। इसमें सुजुकी इंटेलिजेंट राइड सिस्टम, एंटी-लिफ्ट कंट्रोल सिस्टम, इंजन ब्रेक कंट्रोल सिस्टम, स्लोप डिपेंडेंट कंट्रोल सिस्टम, एक्टिव स्पीड लिमिटर और हिल होल्ड कंट्रोल सिस्टम जैसे फीचर्स भी मिलते हैं। पिछले वित्त वर्ष में सुजुकी मोटरसाइकिल मैन्युफैक्चरिंग 10 लाख यूनिट्स पर पहुंच गई थी। इसके साथ ही कंपनी के प्लांट की कैपेसिटी का पूरा इस्तेमाल भी होने लगा है। इसके प्लांट की शुरुआत 2006 में हुई थी। पिछले कुछ वर्षों में कंपनी की बिक्री तेजी से बढ़ी है।