ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट स्नैपडील की अब एक नई पहचान होगी। ई-कॉमर्स साइट स्नैपडील ने अपना लोगो, वेबसाइट, इंटरफेस और ऐप को पूरी तरह से बदल दिया है। कंपनी ने ब्रांड को नया रूप देने के लिए करीब 200 करोड़ रुपये निवेश निवेश किए हैं। अब स्नैपडील का लोगो रेड कलर (स्नैपडील के मुताबिक वर्मेलो) का है। कंपनी अब नई टैगलाइन 'अनबॉक्स ज़िंदगी' नाम से मार्केटिंग कर रही है।
स्नैपडील के रेड और ब्लू लोगो को अब वर्मेलो कलर बॉक्स से बदल दिया गया है। स्नैपडील का लक्ष्य अब नई रणनीति के साथ पहले ज्यादा कंज्यूमर सेंट्रिक होने की है। ई-कामर्स कंपनी ऑनलाइन खरीदारी करने वाले 10 करोड़ संभावित ग्राहकों को आकषिर्त करने पर विशेष जोर दे रही है। स्नैपडील का दावा है कि कंपनी अपनी कस्टमर केयर सर्विस को भी अपग्रेड कर रही है। कंपनी ने अपने पूरे ईकोसिस्टम की रीब्रांडिंग की है और ऐप को भी नए सिरे से डिज़ाइन किया गया है। कंपनी के मुताबिक, डिलीवरी बॉक्स को भी नए लोगो और वर्मेलो कलर के साथ रीडिज़ाइन किया गया है।
सॉफ्ट बैंक समर्थित कंपनी ने ‘री-ब्रांडिंग पहल’ के लिये 200 करोड़ रुपये से अधिक निवेश किए हैं। इस कैंपेन में कई बड़े नाम प्रसून जोशी, मैकैन और संगीतकार शंकर, अहसान और लॉय शामिल हैं। स्नैपडील ने यह कदम बड़े त्योहारी सीज़न से बिल्कुल पहले उठाया है और कंपनी की उम्मीद दूसरे अमेज़न और फ्लिपकार्ट को टक्कर देने की है।
स्नैपडील के सह-संस्थापक तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुणाल बहल ने एक बयान में कहा, ‘‘देश में फिलहाल 5 से 6 करोड़ ऑनलाइन खरीदार हैं और ई-वाणिज्य कंपनी के लिये अगले 30 से 40 करोड़ लोग ऑनलाइन जुड़ेंगे जो बहुत महत्वपूर्ण होगा। कंपनी का लक्ष्य अगले 10 करोड़ ऑनलाइन खरीदारों पर है।
स्नैप़ील की शुरुआत 2010 में हुई थी और अभी इसे सॉफ्टकॉर्प बैंक, टीबॉर्न कैपिटल, अलीबाबा ग्रुप, टेमासेक होल्डिंग्स, फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप, ईबे, नेक्सस वेंचर्स, इंटेल कैपिटल और रतन टाटा के समर्थन मिला हुआ है। ई-कॉमर्स का बाजार एक जबरदस्त बढ़ता हुआ बाजार है और नई ब्रांडिंग के जरिए स्नैपडील नए ग्राहकों के साथ बाजार में खुद को नए सिरे से स्थापित करना चाहती है।
स्नैपडील ने हाल ही में स्नैपडील गोल्ड प्रोग्राम की शुरुआत की थी। स्नैपडील ने यह प्रोग्राम
अमेज़न प्राइम और फ्लिपकार्ट फर्स्ट के बाद लॉन्च किया गया था।