भारत सरकार ने एक नया आधार मोबाइल ऐप पेश किया है जो कि सुरक्षित और पेपरलेस डिजिटल आइडेंटिटी वेरिफिकेशन प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। नया आधार ऐप आइडेंटिटी वेरिफिकेशन के लिए फिजिकल डॉक्यूमेंट ले जाने या फोटोकॉपी प्रदान करने के झंझट से छुटकारा प्रदान करता है। UIDAI के जरिए नई दिल्ली में आयोजित स्टेकहोल्डर कॉन्फ्रेंस आधार संवाद के तीसरे एडिशन के दौरान यह ऐप लॉन्च किया गया था। इस इवेंट में लगभग 750 पॉलिसी मेकर्स, इंडस्ट्री के लीडर्स और एक्सपर्ट ने हिस्सा लिया। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ऐप लॉन्च किया और कहा कि यह फेशियल रिकग्निशन और क्यूआर कोड स्कैनिंग जैसे फीचर्स के जरिए आधार वेरिफिकेशन को आसान बनाता है। यह बताया गया कि ऐप लोगों की प्राइवेसी का खास ध्यान रखते हुए सिर्फ जरूरी डाटा के लिए डिजिटली सहमति लेकर शेयर करने की अनुमति लेता है।
UIDAI ने कहा कि ऐप को एडवांस प्राइवेसी सुरक्षा नियमों के साथ तैयार किया गया है। इसे ऐसे डिजाइन किया गया है, जिससे आधार डाटा तक किसी भी तरह अनधिकृत स्कैमर पहुंच नहीं सकता है और न ही छेड़छाड़ या दुरुपयोग का खतरा रहता है। इसमें यूजर्स इस बात पर पूरा कंट्रोल रखते हैं कि कौन सी जानकारी और कब शेयर करनी चाहिए।
नए Aadhaar ऐप के फीचर्स
यह ऐप मोबाइल के जरिए सिर्फ डिजिटल
आधार वेरिफिकेशन की सुविधा प्रदान करता है। अतिरिक्त सुरक्षा के लिए फेस आईडी ऑथेंटिकेशन है। UPI की तरह ही इंस्टेंट आइडेंटिटी वेरिफिकेशन के लिए क्यूआर कोड स्कैनिंग है। आधार की फोटोकॉपी साथ रखने या जमा करने की कोई जरूरत नहीं होती है। 100% कंस्टेंट बेस्ड डाटा शेयरिंग मिलता है। आधार जानकारी के गलत इस्तेमाल या एडिटिंग से सुरक्षा मिलती है। प्राइवेसी सेफगार्ड बेहतर होते हैं। यूजर्स के डिवाइस से डायरेक्ट सुरक्षित रीयल-टाइम डाटा ट्रांसफर होता है।
ऐप के जरिए होटल, एयरपोर्ट, शॉप और अन्य जगहों पर बिना रुकावट वेरिफिकेशन होता है। तुरंत उपयोग के लिए आसान इंटरफेस दिया गया है। ऐप में आधार फेस ऑथेंटिकेशन को इंटीग्रेट किया गया है, जिसके जरिए हर महीने 15 करोड़ से ज्यादा ट्रांजेक्शन हो रहे हैं। UIDAI ने कहा कि आइडेंटिटी वेरिफिकेशन के लिए यह डिजिटल तरीका सभी सेक्टर में अपनाया जा रहा है।
ऐप को फिजिकल डॉक्यूमेंट पर निर्भरता को कम करने, डाटा लीक के जोखिम को कम करने और होटल चेक-इन, एयरपोर्ट सिक्योरिटी और रिटेल खरीद जैसे रोजाना के मामलों में ऑथेंटिकेशन को आसान बनाने के लिए तैयार किया गया है। फिलहाल यह ऐप बीटा टेस्टिंग में है और सिर्फ सीमित स्तर पर उपलब्ध है, जिसमें आधार संवाद इवेंट के रजिस्टर्ड यूजर्स शामिल हैं। UIDAI यूजर्स इकोसिस्टम में शामिल लोगों से फीडबैक के बाद इसका विस्तार करने का प्लान बना रहा है।