जर्मन ऑटोमोबाइल दिग्गज Mercedes-Benz (मर्सिडीज-बेंज) ने अपनी फ्लैगशिप Mercedes EQS इलेक्ट्रिक सेडान कार को घोषित किया है। अब क्योंकि यह लग्ज़री कार बनाने वाली कंपनी की फ्लैगशिप इलेक्ट्रिक कार है, तो जाहिर है कि इसमें फीचर्स और पावर का जबरदस्त कॉम्बिनेशन देखने को भी मिलेगा। कंपनी तो इसे इलेक्ट्रिक कार का भविष्य बता रही है। Mercedes EQS में दो बैटरी पैक विकल्पों में आती है - पहला 90kWh और दूसरा 107.8kWh विकल्प। ज्यादा बैटरी वाले विकल्प के लिए मर्सिडीज़ का दावा है कि यह बैटरी कार को 700 किलोमीटर की रेंज देने में सक्षम है, जो सराहनिय है। यह कार 4.5 सेकंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड पकड़ सकती है। आइए मर्सिडीज़ ईक्यूएस इलेक्ट्रिक कार के बारे में सब कुछ जानते हैं।
कंपनी ने कार की शिपिंग या कीमत को लेकर फिलहाल कोई सटीक जानकारी नहीं दी है।
Mercedes EQS के स्पेसिफिकेशन्स और फीचर्स की बात करें, तो नई इलेक्ट्रिक कार EQS में दो बैटरी पैक के विकल्प मिलते हैं, जिनमें 90kWh और 107.8kWh शामिल हैं। ज्यादा बैटरी वाले वेरिएंट के लिए कंपनी ने
दावा किया है कि यह सिंगल चार्ज में 700KM की दूरी तय कर सकती है। इस बैटरी पैक में 9kWh के 12 मॉड्यूल हैं। चार्जिंग की बात करें तो यह कार Level 3 200kW DC चार्जर के साथ आती है, जिसकी बदौलत यह 15 मिनट में 300 किलोमीटर चलने लायक चार्ज हो जाती है।
पावर की बात करें, तो EQS में दो इलेक्ट्रिक मोटर शामिल हैं और ये 245kW से 385kW पावर के विकल्पों में आती है। इतना ही नहीं, कंपनी की कहना है कि इस कार के लिए एक 560kW मोटर विकल्प लाने की भी योजना है। कंपनी का दावा है कि यह कार 0 से 100Kmph (किलोमीटर प्रति घंटा) की रफ्तार 4.3 सेकंड में पकड़ सकती है।
इस कार की सबसे बड़ी खासियत इसमें मौजूद विशाल स्क्रीन और सिस्टम है। यह स्क्रीन Mercedes EQS के डैशबोर्ड पर एक तरफ से दूसरी तरफ तक फैली हुई है। इस स्क्रीन का नाम MBUX हाइपरस्क्रीन है, जो 55 इंच लंबी है। इसमें 17.7 इंच की सेंट्रल स्क्रीन है। इसके साथ ही ड्राइवर और आगे बैठे दूसरे व्यक्ति के लिए 12.3 इंच का डिजिटल डिस्प्ले है। कंपनी के मुताबिक, EQS में ऑक्टा-कोर सीपीयू, 24GB रैम के साथ कई सारे सेंसर शामिल किए गए हैं। ये सभी हार्डवेयर मिलकर बेहतरीन ड्राइविंग अनुभव देने में सक्षम होंगे। मर्सिडीज ने अपनी इस आधुनिक कार के नेविगेशन सिस्टम को इलेक्ट्रिक इंटेलिजेंस का नाम दिया है, क्योंकि कार का सिस्टम आसपास के मौसम के पैटर्न पर नजर रखता है और साथ ही ड्राइवर के कार चलाने के तरीके और स्पीड को ध्यान में रखते हुए सिस्टम को ऑप्टिमाइज़ करता है।