LinkedIn के खिलाफ चल रहा केस हुआ रद्द, जानें क्या आरोप था इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर

सैन होज़े, कैलिफोर्निया स्थित जज ने यह भी कहा कि लिंक्डइन का "सटीक विज्ञापन मेट्रिक्स" देने का कोई कर्तव्य नहीं था।

विज्ञापन
गैजेट्स 360 स्टाफ, अपडेटेड: 29 दिसंबर 2021 20:39 IST
ख़ास बातें
  • LinkedIn के ऊपर यह मुकदमा नवंबर 2020 को दायर किया गया था
  • जज ने अगस्त में विज्ञापनदाताओं के कुछ दावों को खारिज कर दिया था
  • अन्य सभी दावों के साथ मुकदमे को अब पूरी तरह खारिज कर दिया गया है

LinkedIn के खिलाफ यह मुकदमा नवंबर 2020 में शुरू हुआ था

पिछले कुछ समय से अमेरिका में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के स्वामित्व वाला ऑनलाइन प्लेटफॉर्म LinkedIn के खिलाफ न्यालय में एक केस चल रहा था, जो सोमवार को खारिज कर दिया गया। दरअसल, विज्ञापनदाताओं का आरोप है कि लिंक्डइन अपने प्लेटफॉर्म पर वीडियो ऐड देखने वाले लोगों की संख्या को बढ़ाता है, ताकि नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म विज्ञापनदाताओं से अधिक शुल्क वसूल सके।

Reuters की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को एक फैसले में, अमेरिकी मजिस्ट्रेट जज सुसन वैन यूलेन (Susan van Keulen) ने कहा कि हालांकि लिंक्डइन के कुछ बयान मिसलीडिंग हो सकते हैं, लेकिन शिकायतकर्ता भी अपने पर्याप्त कानूनी उपायों को पेश करने से चूकें हैं। बता दें शिकायतकर्ताओं ने कैलिफोर्निया के दो कानूनों के तहत इस मुकदमे को शुरू किया था।

सैन होज़े, कैलिफोर्निया स्थित जज ने यह भी कहा कि लिंक्डइन का "सटीक विज्ञापन मेट्रिक्स" देने का कोई कर्तव्य नहीं था। उन्होंने कंपनी के डिस्क्लेमर का हावाला देते हुए बताया कि कंपनी किसी क्लिक फ्रॉड या अवैध थर्ड-पार्टी एक्टिविटी के लिए जिम्मेदार नहीं है।

शिकायतकर्ताओं ने लिंक्डइन पर यूज़र्स के LinkedIn ऐप से वीडियो ऐड "व्यूज़" की गणना करके अपने मेट्रिक्स को बढ़ाने का आरोप लगाया और बताया कि ऐसा तब भी होता था जब यूज़र्स उन वीडियो को स्क्रॉल कर देते थे, जिसके बाद वो केवल ऑफ-स्क्रीन पर चलाते थे।

मुकदमा तब शुरू हुआ जब LinkedIn ने नवंबर 2020 में कहा था कि उसके डेवलपर्स ने सॉफ्टवेयर बग्स को ठीक कर दिया है, जिसके कारण 418,000 से अधिक ओवरचार्ज हो सकते हैं, जो कि $25 (लगभग 1,870 रुपये) से कम है। लिंक्डइन ने कहा था कि कंपनी लगभग सभी प्रभावित विज्ञापनदाताओं को क्रेडिट देगी।
Advertisement

जज वैन केयूलेन ने अगस्त में विज्ञापनदाताओं के कुछ दावों को खारिज कर दिया था जबकि अन्य को आगे बढ़ने दिया था। अब, आखिर में इस पूरे मुकदमे को खारिज कर दिया गया है।
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: , LinkedIn, LinkedIn case

द रेजिडेंट बोट । अगर आप मुझे ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Xiaomi ने लॉन्च की नई इलेक्ट्रिक केतली, अब पानी उबालना भी होगा स्मार्ट
  2. Realme 15 सीरीज जल्द होगी भारत में लॉन्च, AI सपोर्ट वाले कैमरा फीचर्स
  3. Rs 5,000 में 5G फोन! 8 जुलाई को मार्केट में उतर रहा AI+, लॉन्च होंगे 2 स्मार्टफोन
  4. Poco F7 vs Motorola Edge 60 Pro - प्राइस, स्पेसिफिकेशन्स और फीचर्स में कौन है बेहतर?
#ताज़ा ख़बरें
  1. Nothing की Headphone (1) के लॉन्च की तैयारी, 1,040mAh हो सकती है बैटरी
  2. Xiaomi ने लॉन्च की नई इलेक्ट्रिक केतली, अब पानी उबालना भी होगा स्मार्ट
  3. टेक्नोलॉजी की दुनिया से आपके लिए आज की 5 महत्वपूर्ण खबरें
  4. MP पुलिस BSNL के नेटवर्क से परेशान! 80,000 से ज्यादा SIM होंगे Airtel में पोर्ट
  5. iOS 26 में हैं 2 हिडन फीचर्स, एक लाइव ट्रांसलेशन और दूसरा...
  6. Xiaomi 16 Ultra में Sony LYT-900 के बजाय मिल सकता है SmartSens कैमरा
  7. Realme 15 सीरीज जल्द होगी भारत में लॉन्च, AI सपोर्ट वाले कैमरा फीचर्स
  8. Lenovo का Yoga Tab Plus जल्द होगा भारत में लॉन्च, 10,200mAh की बैटरी
  9. Rs 5,000 में 5G फोन! 8 जुलाई को मार्केट में उतर रहा AI+, लॉन्च होंगे 2 स्मार्टफोन
  10. iPhone 17 में भी मिलेगा बड़ा डिस्प्ले और 120Hz रिफ्रेश रेट, लेकिन ये फीचर रहेगा गायब!
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.