भारत में सबसे लोकप्रिय ई-कॉमर्स कंपनी में से एक Flipkart के डिजिटल बी2बी (Business to Business) मार्केटप्लेस Flipkart Wholesale ने मंगलवार को नई लोन स्कीम की घोषणा की। यह स्कीम बिजनेस चलाने और उसे आगे बढ़ाने वाले लोगों लोन देने का काम करेगी। इसका फायदा खास किराना दुकान चलाने वालों को होगा। इसके लिए कंपनी ने आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) के साथ साझेदारी की है।
Flipkart ने मंगलवार को प्रेस स्टेटमेंट के जरिए बताया कि कंपनी की B2B मार्केटप्लेस Flipkart Wholesale की नई Easy Credit लोन स्कीम लोगों को अपना कारोबार आगे बढ़ाने में मदद करेगी। फ्लिपकार्ट होलसेल की लोन स्कीम आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC FIRST Bank) के साथ साझेदारी के तहत शुरू हुई है। इस स्कीम के तहत किराना दुकानें आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और अन्य फिनटेक संस्थानों द्वारा एंड-टू-एंड डिजिटल ऑनबोर्डिंग के माध्यम से दिए जाने वाले जीरो कॉस्ट लोन का फायदा ले सकते हैं।
स्कीम को लेने वाले लोगों को 14 दिन तक की इंटरेस्ट फ्री अवधि के तहत 5,000 रुपये से दो लाख रुपये तक का लोन दिया जाएगा, जिसका मतलब है कि लोन शुरू होने के बाद आने वाले 14 दिनों तक आपको ब्याज़ नहीं देना होगा।
फ्लिपकार्ट होलसेल के सीनियर वाइस प्रेजीडेंट और प्रमुख आदर्श मेनन ने बताया कि कंपनी का मुख्य लक्ष्य किराना और खुदरा विक्रेताओं (रिटेलर्स) के लिए कारोबार को आसान बनाना और उसे बढ़ावा देना है। कंपनी का मानना है कि फ्लिपकार्ट की यह ईज़ी क्रेडिट लोन स्कीम (Flipkart Easy Credit loan scheme) उन स्थानीय चुनौतियों को हल करेगी, जिनका भारत में किराना दुकानें सामना करती हैं।
अमेरिकी कंपनी Wallmart के स्वामित्व वाले ई-कॉमर्स दिग्गज के पास देश भर में 35 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स हैं। इतना ही नहीं, कंपनी के मार्केटप्लेस पर तीन लाख से ज्यादा विक्रेता हैं।