मई महीने के दूसरे पखवाड़े में क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भारी उथल पुथल देखने को मिली। अब इस बाजार में स्थिरता आनी शुरू हो गई है। यही कारण है कि इथेरियम ने सोमवार को 8 प्रतिशत तक की बढोत्तरी दर्ज की। सोमवार को इसकी वैल्यू 8 प्रतिशत मजबूत होने के बाद $2,587 (लगभग 1.88 लाख रुपये) पर पहुंच गई। हालांकि कीमत में बढ़ोत्तरी अवश्य हुई मगर फिर भी इसकी रिकॉर्ड ऊंचाई की कीमत $4,300 (लगभग 3.12 लाख रुपये) से यह कीमत 40 प्रतिशत कम ही रही।
सांय के समय 5:23 बजे (IST) यह क्रिप्टोकरेंसी $2,565.69 (लगभग 1.8 लाख रुपये) पर ट्रेड कर रही थी। वहीं विश्व की सबसे बड़ी डिजिटल करेंसी और इथेरियम की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी बिटकॉइन ने भी 3.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह $36,977 (लगभग 26.8 लाख रुपये) पर पहुंच गई।
यद्दपि
बिटकॉइन की कीमत पिछले दिनों मंदी के दौर में भी कम परिवर्तनशील रही है मगर मई महीने में यह 35 प्रतिशत कम रही। इसका कारण इस बाजार पर रेगुलेटरी दबाव का बढ़ना भी है।
25 मई के सप्ताहांत में लेटेस्ट पोजिशनिंग डेटा ने यह पुष्टि कर दी कि पिछले सप्ताह की तुलना में नेट शॉर्ट पोजीशन दोगुनी हुई हैं। मगर ये नेट शॉर्ट मार्च महीने के बाद का सबसे छोटा नेट शॉर्ट है। चीन ने पिछले दिनों ही क्रिप्टो की माइनिंग गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। इसी कड़ी में बाजार को लेकर सबसे ताजा बयान बैंक ऑफ जापान के गवर्नर हारूहिको कुरोडा का आया जिन्होंने कहा कि यह व्यापार अधिकतर समय जोखिम भरा ही रहा।
फिलहाल बिटकॉइन अपनी अब तक की देखी गई रिकॉर्ड ऊंचाई से आधी कीमत पर ही ट्रेड कर रहा है। फरवरी महीने में यह क्रिप्टोकरेंसी जिस स्तर पर ट्रेड कर रही थी वर्तमान में भी उसी स्तर पर ट्रेड कर रही है। जबकि अप्रैल महीने में इसका रिकॉर्ड स्तर $65,000 (लगभग 47.2 लाख रुपये) पर था।