दुनिया की टॉप EV मेकर Tesla के मालिक एलन मस्क और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Twitter के बीच मामला और उलझता जा रहा है। मस्क ने ट्विटर डील से हाथ वापस खींचने का फैसला सुनाने के बाद डील को लेकर कई कानूनी पचड़े उभर गए हैं। पहले ट्विटर की ओर से कहा गया कि एलन मस्क को डील रद्द करने के मुआवजे के रूप में बड़ी रकम हर्जाने के रूप में देनी होगी।
अब एक नई रिपोर्ट में सामने आया है कि डील से वापस हटने से पहले मस्क ने ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल को एक टेक्स्ट मैसेज किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि ट्विटर की ओर से वकील मामले में समस्या खड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं। मस्क ने लिखा था कि उनसे जब पूछा गया कि डील को पूरी करने के लिए वे फाइनेंशिअल डिटेल्स दें, उसके बाद से वकील इस मामले में समस्या खड़ी करने की कोशिश कर रहे थे।
Twitter के CEO पराग अग्रवाल को मस्क ने यह मैसेज 28 जून को भेजा था जिसमें उन्होंने वकीलों द्वारा परेशान किए जाने की बात कही थी। कथित रूप से इस टेक्स्ट मैसेज में लिखा गया था (हिंदी में अनुवादित), "आपके वकील इस बातचीत को समस्या पैदा करने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। इसे रोका जाना चाहिए।"
Elon Musk और Twitter के बीच 44 बिलियन डॉलर (लगभग 35.1 खरब रुपये) की डील हुई थी। मस्क द्वारा इससे हाथ खींचने के बाद ट्विटर ने हाल ही में मस्क के खिलाफ मुकदमा दायर किया था।
The Verge के अनुसार, ट्विटर ने मस्क पर पाखंड रचने का आरोप लगाया और चांसेरी की डेलावेयर कोर्ट में मुकदमा दायर किया। ट्विटर ने आरोप लगाया है कि मस्क डील से भागने की कोशिश कर रहे हैं।
मस्क ने जुलाई की शुरुआत में ट्विटर खरीदने की डील को खत्म करने की घोषणा की थी, जिसके लिए उनकी टीम ने ट्विटर को एक पत्र भेजकर जानकारी दी थी। मस्क ने डील को इस वजह से रद्द करने का फैसला किया था क्योंकि उनके अनुसार, पर्चेज एग्रीमेंट का कई बार उल्लंघन किया गया। अप्रैल में मस्क ने ट्विटर को खरीदने के लिए कंपनी को प्रति शेयर 54.20 डॉलर देने के लिए एक एग्रीमेंट किया था, जिसके मुताबिक मस्क को ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर देने थे।
हालांकि, मस्क ने मई में इस डील को होल्ड पर रख दिया, ताकि उनकी टीम ट्विटर के उस दावे की जांच कर सके, जिसमें उसने कहा था कि प्लेटफॉर्म पर बॉट अकाउंट्स या स्पैम अकाउंट्स की संख्या 5 प्रतिशत से कम है। फिर जून में उन्होंने ट्विटर को एग्रीमेंट का उल्लंघन करने को लेकर चेतावनी दी थी कि अगर कंपनी ने उनके कहे मुताबिक स्पैम अकाउंट्स का डेटा नहीं उपलब्ध करवाया तो वह इस डील से वापस भी हट सकते हैं।