भारत समेत दुनिया के कई देशों में ड्रोन को लेकर कई तरह के सख्त कानून हैं। इसकी वजह इनका गलत कामों में इस्तेमाल को लेकर कानून से जुड़ी एजेंसियों की चिंता है। ड्रोन को देश की सुरक्षा के लिए भी सही नहीं माना जाता, क्योंकि अकसर इसका इस्तेमाल जासूसी के लिए किया जाता है। लेटेस्ट खबर भी इसी से जुड़ी है, जहां मेक्सिको और अमेरिका के बीच बनी दिवार (बॉर्डर) पर ड्रग्स की तस्करी के लिए पोर्टेबल DJI Mini 2 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया।
यूएस ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (DEA) द्वारा जारी एक सर्च वारंट में इस बात की जानकारी दी गई है कि मैक्सिको और अमेरिकी सीमा के बीच ड्रग्स की तस्करी के लिए DJI Mini 2 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। घटना 7 अक्टूबर, 2021 की है, जब यूएस बॉर्डर पेट्रोल टीम को सीमा पर मेथ (एक प्रकार का ड्रग्स) मिला। बताया गया है कि तस्कर छोटे ड्रोन का इस्तेमाल कर मेथ को एक जगह से दूसरी जगह गिराता था। घटना को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि यह काम पहली बार नहीं किया होगा। DEA सर्च वारंट कहता है कि एजेंसी द्वारा DJI Mini 2 ड्रोन के मालिक को बेनकाब करने की जांच चालू है। इसके अलावा, इसकी भी जांच की जा रही है कि अमेरिका में इन मैथ पैकेट को कौन प्राप्त कर रहा था।
वारंट बताता है कि ड्रोन को 25-फुट ऊंची बॉर्डर वॉल से ऊपर जाते हुए देखा गया था। यह ड्रोन एक पार्किंग पर लैंड हुआ, जिसके पास एक ग्रे रंग की मर्सिडीज कार खड़ी थी। इसमें एक व्यक्ति पैकेज लेने के लिए इंतजार कर रहा था। हालांकि, काम पूरा होने से पहले ही बॉर्डर पेट्रोल टीम ने उसे रोक दिया। बता दें कि 249 ग्राम वज़नी इस ड्रोन के जरिए 259 ग्राम मेथेम्फेटामाइन की तस्करी की जा रही थी। GizmoChina की
रिपोर्ट कहती है कि DJI Mini 2 ड्रोन कम दूरी में अपने वजन से दोगुना भार ले जा सकता है।
यह भी बताया गया है कि जिस क्षेत्र में यह घटना हुई है, वहां ड्रग कार्टेल की कई एक्टिवी पहले भी देखी जा चुकी हैं। यहां सबसे ज्यादा ड्रग्स की तस्करी को अंजाम दिया जाता है। अपराधी इसके लिए आए दिन नए तरीकों की तलाश करते हैं।