दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल ने परिवहन मंत्री अशोक गहलोत के साथ दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के तहत 97 नई इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। ध्वजारोहण समारोह राजधानी के राजघाट डिपो में आयोजित किया गया। समारोह में सीएम केजरीवाल ने दिल्ली को देश में ई-बसों का सबसे बड़ा बेड़ा देने के लक्ष्य के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि 2025 तक दिल्ली की सड़कों पर चल रही 10,000 से अधिक बसों में से 80 प्रतिशत सभी इलेक्ट्रिक होंगी।
फ्लैग ऑफ पर मौजूद भीड़ से बात करते हुए, केजरीवाल ने कहा, "दिसंबर 2022 तक दिल्ली के बेड़े में शामिल होने वाली 1,500 बसों के लिए पहले ही ऑर्डर दिए जा चुके हैं। वर्तमान में, दिल्ली में 153 ई-बसें चल रही हैं, जो अब बढ़ कर इन 97 बसों के आने से बढ़कर 200 हो गई हैं। सितंबर 2022 तक 50 और ई-बसें शामिल की जाएंगी। नवंबर 2023 तक दिल्ली की सड़कों पर लगभग 1,800 ई-बसों के चलने की संभावना है।
टाटा मोटर्स द्वारा डीटीसी को नई ई-बसों की आपूर्ति की गई है, जिन्होंने निगम से कुल 1,500 इलेक्ट्रिक बसों का ऑर्डर लिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, टाटा मोटर्स के पास बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (BTMC) से 921 ई-बसों और पश्चिम बंगाल परिवहन निगम (WBTC) से 1,180 ई-बसों के लिए ऑर्डर बकाया हैं।
केजरीवाल ने जनता को यह भी बताया कि सरकार 2023 तक 55 डिपो में चार्जिंग की सुविधा विकसित करने की योजना बना रही है। “जिस तरह हमने शिक्षा और स्वास्थ्य के मामले में दिल्ली को विश्व स्तरीय मॉडल बनाया है, उसी तरह दिल्ली का परिवहन मॉडल में विश्वस्तरीय होगा"
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