Ather Energy अपने एकमात्र इलेक्ट्रक स्कूटर - Ather 450 के लिए जाना जाता है। लेटेस्ट मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी वर्तमान में 5,000 इलेक्ट्रिक स्कूटर प्रति माह बना रही है, लेकिन इस आंकड़े को आगे बढ़ाने की योजना बना रही है। इसकी वजह छोटे शहरों में इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric scooters) की बढ़ती बताई जा रही है। Ather 450 दो वेरिएंट्स में आता है और इसके टॉप मॉडल की रियल वर्ल्ड रेंज 80 किलोमीटर है।
न्यूज़ एजेंसी Reuters की रिपोर्ट का कहना है कि Ather Energy स्टार्टअप के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी तरुण मेहता का कहना है कि राजस्व के हिसाब से भारत का टॉप इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता अगले तीन वर्षों में वार्षिक उत्पादन को 1 मिलियन (10 लाख) स्कूटर तक बढ़ाने के लिए धन जुटा रही है।
मेहता ने एक इंटरव्यू में कहा है कि Ather Energy ने 2013 में अपनी स्थापना के बाद से लगभग 1,200 करोड़ रुपये जुटाए हैं और अधिक जुटाने की प्रक्रिया में है। बता दें कि इस भारतीय स्टार्टअप में Tiger Global और भारतीय बाइक निर्माता Hero Motocorp द्वारा निवेश किया गया है। मेहता आगे बताते हैं कि कंपनी की प्लानिंग अधिक कैपिटल जुटाने की नहीं थी, लेकिन लोगों का तेज़ी से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की ओर बढ़ना और जिस गति से सप्लाई चेन और क्षमताओं को रैंप करने की जरूरत है, वह एक साल पहले की तुलना में तेज है।"
मेहता का कहना है कि कंपनी अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर को 5,000 प्रति माह से बढ़ाकर 20,000 यूनिट्स प्रति माह करने की प्लानिंग कर रही है। इसके पीछे छोटे शहरों में Ather 450 इलेक्ट्रिक स्कूटर की बढ़ती मांग बताई गई है। रिपोर्ट आगे बताती है कि कंपनी का टार्गेट उन व्यवसायों में निवेश करना है, जो क्लीन एनर्जी के उपयोग को बढ़ाने में मदद करते हैं।
मेहता ने कहा है कि अगले तीन वर्षों में एथर की योजना सालाना प्रोडक्शन क्षमता को 400,000 से बढ़ाकर 10 लाख स्कूटर करने, पूरे भारत में 5,000 फास्ट चार्जर लगाने, नए उत्पाद विकसित करने और अपने नेटवर्क को 600 स्टोर तक बढ़ाने की है।
यूं तो मेहता ने एजेंसी को कंपनी द्वारा जुटाए जाने वाले फंड की सटीक जानकारी देने से परहेज किया, लेकिन रिपोर्ट बताती है कि प्लानिंग की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने जानकारी दी है कि एथर एनर्जी लगभग 133 मिलियन डॉलर (लगभग 1,000 करोड़ रुपये) जुटाने की तलाश में थी, जिसमें से कंपनी पहले ही हीरो मोटोकॉर्प से 5.6 करोड़ डॉलर (करीब 420 करोड़ रुपये) जुटा चुकी है।