NTPC की हाईड्रोजन बस (Hydrogen Bus) देश की पहली हाईड्रोजन बस है जो लेह लद्दाख में चलाई जाएगी। कंपनी ने जानकारी देते हुए कहा है कि भारत की पहली हाईड्रोजन बस लेह-लद्धाख पहुंच चुकी है। कंपनी अब इसका ट्रायल शुरू करने जा रही है और जल्द ही यह पब्लिक ट्रांसपोर्ट में शामिल भी हो जाएगी। आइए इस बारे में विस्तार से आपको बताते हैं कि एनटीपीसी कब से इसका ट्रायल और सर्विस शुरू करने जा रही है।
NTPC भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा उत्पादक कंपनी है। एनटीपीसी की पहली
हाईड्रोजन बस ट्रायल के लिए लेह-लद्दाख पहुंच चुकी है। कंपनी ने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इस बारे में जानकारी दी है। यह कंपनी का पायलट प्रोजेक्ट है जिसमें देश की पहली हाईड्रोजन फ्यूल सेल आधारित इलेक्ट्रिक बस को चलाया जाएगा। कंपनी ने बताया कि बस
लेह में पहुंच चुकी है। इस तरह की पांच बसें यहां पर चलाए जाने की योजना कंपनी की है।
हाईड्रोजन बस को 3 महीने तक फील्ड ट्रायल में रखा जाएगा। सड़क पर चलते हुए इसमें क्या खामियां आती हैं, और क्या सुधार की जरूरत है, इस सबका ऑनरोड टेस्ट के जरिए पता लगाया जाएगा। पब्लिक रोड ट्रांसपोर्ट में चलने वाली यह देश की पहली ऐसी बस होने वाली है जो हाइड्रोजन ईंधन पर चलेगी। कंपनी ने कहा है कि लेह में वह
कार्बन न्यूट्रल लक्ष्य लेकर चल रही है, जिसके अंतर्गत यहां पर फ्यूलिंग स्टेशन, सोलर प्लांट के साथ-साथ पांच हाईड्रोजन बसें भी शहर के अंदर चलाई जाएंगीं।
यह एक ऐसा प्रोजेक्ट है जिसमें 11,562 फीट की ऊंचाई पर पहली हाईड्रोजन बस का ऑपरेशन होगा। यह ग्रीन हाइड्रोजन मोबिलिटी का पहला उदाहरण बनेगी। इसके लिए कंपनी ने 1.7MW का सोलर प्लांट भी शहर में लगाने की बात बताई है जो इलेक्ट्रोलिसिस के लिए रिन्यूएबल एनर्जी उपलब्ध करवाएगा। इन फ्यूल सेल बसों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि ये जीरो से कम तापमान में भी चल सकेंगीं। इतनी ऊंचाई वाली जगहों पर बस का ऑपरेशन करना ही इस प्रोजेक्ट की खासियत कंपनी ने बताई है।