चीन की BYD ने कम प्राइस वाली इलेक्ट्रिक कारों के दम पर बिक्री में टेस्ला से आगे निकल गई है
ख़ास बातें
टेस्ला को चीन की BYD से कड़ी टक्कर मिल रही है
पिछले कुछ वर्षों में EV की बिक्री तेजी से बढ़ी है
BYD ने चीन के बाहर भी एक्सपैंशन किया है
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बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) कंपनियों में शामिल Tesla के CEO, Elon Musk ने कहा है कि अगर चाइनीज ऑटोमोबाइल कंपनियों पर ट्रेड से जुड़ी बंदिशें नहीं लगाई गई तो वे ग्लोबल ऑटोमोबाइल कंपनियों के लिए खतरा बन सकती हैं। टेस्ला को चीन की BYD से कड़ी टक्कर मिल रही है।
मशहूर इनवेस्टर Warren Buffett की फंडिंग वाली BYD अपनी कम प्राइस वाली इलेक्ट्रिक कारों के दम पर पिछले तिमाही में टेस्ला को पीछे छोड़कर सबसे अधिक EV बेचने वाली कंपनी बन गई थी। टेस्ला ने पिछले वर्ष अपनी इलेक्ट्रिक कारों के प्राइसेज में कटौती की थी लेकिन इसके बावजूद वह बिक्री में BYD से पीछे रह गई। इसके अलावा टेस्ला के मार्जिन पर भी बड़ा असर पड़ा है। मस्क ने बताया कि चाइनीज ऑटोमोबाइल कंपनियां कड़ी टक्कर दे रही हैं और अगर इन पर टैरिफ नहीं लगाए गए तो ये चीन से बाहर बड़ी सफलता हासिल कर सकती हैं।
चाइनीज ऑटोमोबाइल कंपनियों का मुकाबला करने के लिए टेस्ला एक कम प्राइस वाली कॉम्पैक्ट क्रॉसओवर बनाने की तैयारी कर रही है। मस्क ने बताया कि इसकी मैन्युफैक्चरिंग अगले वर्ष की दूसरी छमाही में अमेरिका में कंपनी की टेक्सास की फैक्टरी में शुरू हो सकती है। पिछले वर्ष के अंत में चीन की कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी Xiaomi ने अपने पहले इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) को पेश किया था। कंपनी ने बताया था कि उसका टारगेट इंटरनेशनल मार्केट में टॉप पांच ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल होने का है।
शाओमी की इलेक्ट्रिक कार SU7 में कंपनी का ऑपरेटिंग सिस्टम दिया जाएगा। इसे चीन में पेश किया गया है। दुनिया के इस सबसे बड़े ऑटोमोबाइल मार्केट में अधिक कैपेसिटी और कमजोर डिमांड जैसी चुनौतियां बढ़ रही हैं। इस वजह से ऑटोमोबाइल कंपनियों के बीच प्राइस घटाने को लेकर कॉम्पिटिशन है। शाओमी के चीफ एग्जिक्यूटिव, Lei Jun ने कहा था कि कंपनी की महत्वाकांक्षा Porsche और Tesla की तुलना वाली कार बनाने की है। कंपनी ने इस सेगमेंट में एक दशक में लगभग 10 अरब डॉलर का इनवेस्टमेंट करने की योजना बनाई है। Lei ने बताया था कि शाओमी की कारों की ऑटोनॉमस ड्राइविंग की क्षमता इस इंडस्ट्री में अग्रणी होगी। इन कारों को चीन की सरकार की हिस्सेदारी वाले BAIC Group की बीजिंग की फैक्टरी में बनाया जाएगा। इस फैक्टरी की वार्षिक कैपेसिटी दो लाख व्हीकल्स की है।