रूस के सबसे बड़े बैंक को मिला डिजिटल एसेट्स के लिए लाइसेंस

Sbernank का कहना है कि वह बैंक ऑफ रशिया से लाइसेंस मिलने के बाद रूस के कानूनों के अनुसार DFA ट्रांजैक्शंस करेगा

विज्ञापन
राधिका पाराशर, अपडेटेड: 21 मार्च 2022 10:12 IST
ख़ास बातें
  • यूक्रेन पर हमला करन के बाद रूस पर बहुत से देशों ने प्रतिबंध लगाए हैं।
  • इससे रूस की करेंसी रूबल की वैल्यू काफी कम हो गई है
  • रूस अब क्रिप्टो सेगमेंट से आमदनी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है

रूस ने अपनी डिजिटल करेंसी की टेस्टिंग भी शुरू की है

रूस के Sbernank को डिजिटल फाइनेंस एसेट्स (DFA) को इश्यू और एक्सचेंज करने की अनुमति मिल गई है। इसका मतलब है कि रूस में क्रिप्टो और NFT होल्डर्स अपने एसेट्स को Sbernank के जरिए एक्सचेंज कर सकेंगे। रूस का पिछले महीने से यूक्रेन के साथ युद्ध चल रहा है और इस वजह से रूस पर बहुत से देशों ने प्रतिबंध लगाए हैं। इस वजह से रूस की इकोनॉमी अस्थिर हुई है और अब वह क्रिप्टो से आमदनी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। 

Sbernank का कहना है कि वह बैंक ऑफ रशिया से लाइसेंस मिलने के बाद रूस के कानूनों के अनुसार DFA ट्रांजैक्शंस करेगा। Sberbank ने एक स्टेटमेंट में कहा, "बैंक के डिजिटल एसेट्स प्लेटफॉर्म पर इश्यू किए जाने वाले DFA को डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी पर बेस्ड एक इनफॉर्मेशन सिस्टम के जरिए रिकॉर्ड और सर्कुलेट किया जाएगा, जिससे डेटा सिक्योरिटी पक्की होगी।" रूस की एंटिटीज Sberbank के इनफॉर्मेशन सिस्टम के जरिए इश्यू किए जाने वाले DFA को खरीद सकेंगी। बैंक ने बताया कि कंपनियां उसके ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म पर एक महीने बाद ट्रांजैक्शन शुरू करने में सक्षम होंगी। 

स्टेटमेंट में कहा गया है, "हम डिजिटल एसेट्स से जुड़ा काम शुरू कर रहे हैं। हम रेगुलेटर और अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।" हाल ही में रूस क्रिप्टो सेगमेंट पर बैन लगाने पर विचार कर रहा था। रूस का कहना था कि इसमें वोलैटिलिटी और इससे जुड़ी ट्रांजैक्शंस को ट्रेस नहीं कर पाना बड़ी समस्याएं हैं। रूस ने अपनी डिजिटल करेंसी की टेस्टिंग भी शुरू की है। इसे 'डिजिटल रूबल' कहा जा रहा है। कई देशों की ओर से आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाने से रूबल की वैल्यू काफी घट गई है। इसमें लगभग 25 प्रतिशत की कमी आई है। एक रूबल की वैल्यू 0.0097 डॉलर के करीब है। 

यह रूबल के लिए रिकॉर्ड लो लेवल है। दुनिया की सबसे पुरानी करेंसीज में से एक रूबल की वैल्यू घटने से रूस को नुकसान हो रहा है। इस वजह से लोग रूबल के बदले बिटकॉइन जैसे क्रिप्टो एसेट्स खरीद रहे हैं। यूक्रेन ने बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों से रूस के लोगों से जुड़ी ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने का निवेदन किया था। हालांकि, इनमें से अधिकतर एक्सचेंजों ने ऐसा करने से इनकार कर दिया है। 
 

ये भी पढ़ेंभारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Russia, Crypto, Exchange, Bitcoin, Transactions, Ban, Ukraine, Blockchain, Sanctions
Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. भारत का बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX बना हैकिंग का शिकार, 368 करोड़ रुपये का हुआ लॉस  
  2. Tecno Pova 7 Pro vs Moto G96 5G vs Samsung Galaxy M36 5G: जानें कौन सा फोन रहेगा बेस्ट
#ताज़ा ख़बरें
  1. भारत का बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX बना हैकिंग का शिकार, 368 करोड़ रुपये का हुआ लॉस
  2. Maruti Suzuki की इलेक्ट्रिक Vitara सितंबर में होगी लॉन्च, जानें स्पेसिफिकेशंस, रेंज
  3. Tecno Pova 7 Pro vs Moto G96 5G vs Samsung Galaxy M36 5G: जानें कौन सा फोन रहेगा बेस्ट
  4. सैमसंग की नई फोल्डेबल स्मार्टफोन सीरीज ने भारत में बनाया बुकिंग का रिकॉर्ड
  5. Redmi 15C में मिल सकती है 6,000mAh बैटरी, जल्द लॉन्च की तैयारी
  6. Samsung Galaxy F36 5G Launched in India: 5000mAh बैटरी और AI फीचर्स वाला सैमसंग फोन भारत में लॉन्च, जानें कीमत
  7. AI से नेताओं की नौकरी तो सुरक्षित है, लेकिन क्या आप सेफ हैं?
  8. OnePlus 13, 13R और 13s की गिरी कीमत, बंपर डिस्काउंट के साथ खरीदें
  9. Jio का यह Recharge किया तो Netflix फ्री
  10. Samsung Galaxy F36 5G आज भारत में होगा 12 बजे लॉन्च, जानें अनुमानित कीमत, फीचर्स और स्पेसिफिकेशंस
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.