क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश करने पर हाई रिटर्न मिलेगा, ऐसा झांसा देकर नागपुर में एक बिजनेसमैन से 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली गई। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी के अनुसार धोखाधड़ी के आरोप में तीन लोगों पर केस दर्ज किया गया है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित को पैसे गंवाने का एहसास हो गया था। उसे रिटर्न भी नहीं मिला, जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत करने का फैसला किया। आरोपियों की पहचान किरण भालेराव, महेश कुमार दादवाड़ी और सुमित बोरिया के रूप में हुई है।
यह मामला वाडी पुलिस स्टेशन का है। 37 वर्षीय शख्स रुकेश वायकर ने पुलिस में शिकायत दी थी। धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया था। हालांकि यह पहला मामला नहीं है, जिसमें क्रिप्टो के नाम पर फ्रॉड किया गया। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी कई बार हुई है।
इस महीने की शुरुआत में ओडिशा की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 'यस वर्ल्ड क्रिप्टो टोकन' के कंट्री हेड संदीप चौधरी (40) को जयपुर से गिरफ्तार किया था। पुलिस को जांच में पता चला था कि यस वर्ल्ड एक बड़ी पोंजी योजना थी। माना जा रहा है कि इस स्कीम ने हजारों लोगों को चूना लगाया है।
इस बीच, एसआईटी की एक टीम भी लंबे समय से चल रहे एक क्रिप्टो फ्रॉड का पता लगाने के लिए हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तलाशी ले रही है। एसआईटी जांच में पता चला है कि इस फर्जीवाड़े में कम से कम एक लाख लोगों को चूना लगाया गया है। एसआईटी को 2.5 लाख आईडी मिली हैं, जिनमें एक ही व्यक्ति की कई आईडी शामिल हैं।
पिछले महीने नवी मुंबई साइबर पुलिस ने ऐसे कई बैंक अकाउंट्स को फ्रीज किया था, जिनमें 32.66 करोड़ रकम थी। 2 वर्ष पहले तक क्रिप्टोकरेंसी की पॉपुलैरिटी काफी ज्यादा थी, लेकिन सरकारी नकेल के बाद यह क्षेत्र तेजी से नीचे आया है।