कजाकिस्तान में काम करने वाले क्रिप्टोकरेंसी माइनर्स के लिए कथित तौर पर बिजली की कीमत को बढ़ा दिया गया है। अब माइनर्स को बिजली इस्तेमाल करने के लिए ज्यादा कीमत चुकानी होगी। खबर है कि मध्य एशियाई देश के राष्ट्रपति Kassym-Jomart Tokayev ने अधिकारियों को क्रिप्टो-माइनिंग संगठनों के लिए बिजली पर टैक्स बढ़ाने का आदेश दिया है। गैरकानूनी क्रिप्टो-माइनिंग एक्टिविटी को खत्म करने के लिए सभी क्रिप्टो-माइनिंग बिजनेस और सर्विस की पहचान करने का भी आदेश दिया गया है। कजाकिस्तान का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी सर्विस को लाइसेंस दिया जाना चाहिए और उसके बाद उनपर टैक्स लगाया जाना चाहिए। बता दें कि माइनर्स बिटकॉइन समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी को माइन करने के लिए एडवांस कंप्यूटर्स का इस्तेमाल करते हैं, जो आम कंप्यूटर्स की तुलना में ज्यादा बिजली की खपत करते हैं।
पिछले साल, कजाकिस्तान ने इलेक्ट्रिसिटी टैक्स में $0.0023 (लगभग 0.17 रुपये) जोड़ा था। स्थानीय मीडिया Tengrin News की
रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार टैक्स को पांच गुना बढ़ाया गया है।
रिपोर्ट में राष्ट्रपति के बयान का हवाला दिया गया है, जो कहते हैं कि “मौजूदा दर मामूली है। मैं सरकार को जल्द से जल्द इस टैक्स में कई गुना बढ़ोतरी करने का निर्देश देता हूं।"
क्रिप्टो माइनर्स को अपने उपकरणों के लिए आयात शुल्क (इंपोर्ट ड्यूटी) भी देना होगा।
कजाकिस्तान के राष्ट्रपति ने 1 अप्रैल तक संबंधित सरकारी संगठनों से क्रिप्टो-माइनिंग नियमों पर एक पूर्ण प्रस्ताव बनाने का आदेश दिया है।
कैंब्रिज सेंटर फॉर अल्टरनेटिव फाइनेंस (Cambridge Centre for Alternative Finance) के अनुसार, पिछले साल कजाकिस्तान संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद बिटकॉइन माइनिंग के लिए दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सेंटर बन गया था, जब माइनिंग के एक बड़े हब- चीन ने सितंबर में क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग एक्टिविटी पर बैन लगा दिया था।