Microsoft, Paypal और Overstock के रैंक में शामिल होकर भारत की डेकोर ब्रांड The Rug Republic ने अब कथित तौर पर खरीदारी के लिए प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी में भुगतान स्वीकार करना शुरू कर दिया है। क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र में प्रवेश करने वाली यह पहली प्रमुख घरेलू डेकोर ब्रांड है। रग रिपब्लिक, जिसके बारे में कहा जाता है कि इसकी उपस्थिति 90 देशों में है, कथित तौर पर इन क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन के लिए WazirX और Binance प्लेटफॉर्म का उपयोग करेगी। रुचि रखने वाले लोग रग रिपब्लिक के ऑनलाइन स्टोर में क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करके उपलब्ध कालीन, हस्तनिर्मित सामान और अन्य प्रोडक्ट खरीद सकते हैं।
Cryptopolitan की एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी
Bitcoin सहित कम से कम 20 प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी टोकन में भुगतान स्वीकार करेगी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दिल्ली स्थित ब्रांड की डिजिटल करेंसी के लिए इन-हाउस पेमेंट सिस्टम विकसित करने की योजना है।
डेकोर बिजनेस में एक वैश्विक खिलाड़ी होने के बावजूद कंपनी ने केवल अपने भारतीय ग्राहकों के लिए क्रिप्टोकरेंसी की स्वीकृति को सीमित कर दिया है। इतना ही नहीं, कंपनी किसी भी भ्रम से बचने के लिए, कथित तौर पर
क्रिप्टोकरेंसी टोकन के माध्यम से की गई सेल का ट्रैक रखेगी। रिपोर्ट के अनुसार, ब्रांड के इनवॉइस में भुगतान के तरीके का उल्लेख होगा, जिसमें इस्तेमाल की गई डिजिटल करेंसी का नाम, खरीदारी की तारीख और भुगतान की गई राशि शामिल है।
Rug Republic के सीईओ और क्रिप्टोकरेंसी उत्साही राघव गुप्ता के द्वारा रिपोर्ट में एक बयान में कहा गया है कि ब्लॉकचेन एक उत्कृष्ट तकनीक है और इसमें वित्तीय दुनिया को बदलने की क्षमता है।
कहा जाता है कि रग रिपब्लिक के हेड ने 2016 में अपने पहले Ethereum टोकन में निवेश किया था और पिछले कुछ महीनों में क्रिप्टोकरेंसी बूम से वे लाभान्वित हुए थे। कथित तौर पर गुप्ता के पास एक भारतीय क्रिप्टोकरेंसी कंपनी Polygon में भी शेयर हैं, जिसके पास Matic टोकन है। वह रिपोर्ट में बताते हैं कि डिजिटल करेंसी को स्वीकार करने का उद्देश्य उन्हें प्रमुख करेंसी के लिए एक्सचेंज करना नहीं है। हालांकि, उनकी उम्मीद है कि डिजिटल करेंसी में ऐतिहासिक वृद्धि होगी। Cryptopolitan रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि गुप्ता अमेरिकी डॉलर या भारतीय रुपये से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी पर भरोसा करते हैं।
भारत में HighKart और Purse जैसे स्टार्ट-अप उन पहली कुछ कंपनियों में से थे, जिन्होंने पेमेंट के रूप में क्रिप्टोकरेंसी को स्वीकार करना शुरू किया। देशों में, अल-साल्वाडोर हाल ही में क्रिप्टोकरेंसी को वैध बनाने वाला पहला देश बन गया है।