मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस इस वर्ष के अपने हाई लेवल पर पहुंचा है। बिटकॉइन में सोमवार को 22,716 डॉलर के साथ ट्रेडिंग की शुरुआत हुई। इसने पिछले कुछ महीनों से प्राइस में गिरावट के ट्रेंड को तोड़ने का संकेत दिया है। यह क्रिप्टो मार्केट में तेजी के दौर की शुरुआत हो सकती है।
बिटकॉइन के साथ दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether ने भी पिछले चार महीनों में अपना हाई छुआ है। इसमें सोमवार को 0.67 प्रतिशत की तेजी के साथ शुरुआत हुई। Gadgets 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, Ether का प्राइस 1,631 डॉलर पर था। इसके अलावा Avalanche, Tron, Cosmos, Chainlink, Monero, Cardano, Polygon और Polkadot के प्राइसेज बढ़े हैं। Tether, USD Coin, and Binance USD. Solana, Litecoin, Wrapped Bitcoin जैसे कुछ स्टेबलकॉइन में गिरावट थी।
क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन एक लाख करोड़ डॉलर को पार कर गया है। CoinMarketCap के अनुसार, यह लगभग 1.04 लाख करोड़ डॉलर पर था। पिछले वर्ष नवंबर के बाद से यह पहली बार है कि जब क्रिप्टो की कुल मार्केट वैल्यू एक लाख करोड़ डॉलर से अधिक हुई है। क्रिप्टो फर्म Mudrex के CEO और को-फाउंडर, Edul Patel ने Gadgets 360 को बताया, "अगर बिटकॉइन में तेजी जारी रहती है तो यह जल्द 23,000 डॉलर तक पहुंच सकता है। Ether में बढ़ोतरी से तेजड़िए मार्केट में सक्रिय रह सकते हैं और इससे प्राइसेज और बढ़ने की संभावना है।"
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल
FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी। FTX के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर क्लाइंट्स के फंड का इस्तेमाल किया गया था। एक्सचेंज के चीफ इंजीनियर ने कोड में बदलाव कर FTX के फाउंडर Sam Bankman Fried की फर्म Alameda Research को उधार ली गई रकम पर नुकसान उठाने के बावजूद उसके एसेट्स बेचने से छूट दी थी। इस छूट से फर्म को FTX से फंड उधार लेने की अनुमति मिल गई थी चाहे उसके बदले में कोलेट्रल की वैल्यू कितनी भी हो। कोड में इस बदलाव को अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने पकड़ा था। SEC ने बताया कि इससे Alameda Research को बिना किसी लिमिट के क्रेडिट दिया जा रहा था। फर्म को दो वर्षों में अरबों डॉलर का उधार गोपनीय तरीके से मिला था। इस एक्सचेंज के क्लाइंट्स की रकम फंस गई है।