मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin के प्राइस में बुधवार को लगभग तीन प्रतिशत की गिरावट थी। इसका प्राइस 35,417 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। यह लगातार दूसरा दिन है कि जब बिटकॉइन में नुकसान है। पिछले एक दिन में इसका प्राइस 1,039 डॉलर गिरा है। इससे पहले बिटकॉइन में लगभग दो सप्ताह तक तेजी रही थी।
दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस 3.97 प्रतिशत घटकर लगभग 1,973 डॉलर पर था। इसके अलावा Tether, Ripple, Solana, USD Coin, Tron, Chainlink, Polkadot, Litecoin, Stellar, Monero, Cronos और Binance USD के प्राइस में भी कमी थी। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 2.11 प्रतिशत घटकर लगभग 1.36 लाख करोड़ डॉलर पर था। अमेरिका में सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से बिटकॉइन स्पॉट ETF के लिए स्वीकृति मिलने की संभावना की वजह से पिछले कुछ सप्ताह से इसके प्राइस में 40 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई थी।
CoinSwitch के मार्केट्स डेस्क ने Gadgets 360 को बताया, "क्रिप्टो मार्केट में पिछले एक दिन में बड़ी गिरावट हुई है। बिटकॉइन का प्राइस घटकर 36,000 डॉलर से नीचे चला गया है। इसके लिए अगला सपोर्ट लेवल 33,500 डॉलर का है। अगर बिटकॉइन इसे बरकरार रखता है तो इसमें तेजी का ट्रेंड बनेगा।" इस सप्ताह की शुरुआत में
बिटकॉइन ने लगभग 37,100 डॉलर के साथ इस महीने का उच्च स्तर छुआ था। हालांकि, इसके बाद से इसमें गिरावट है।
बिटकॉइन ने दो वर्ष पहले लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। इससे इनवेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। कुछ क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी मार्केट में गिरावट आई थी। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने की जरूरत बताई थी। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टो के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। RBI का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसीज के साथ कोई मजबूत वैल्यू नहीं जुड़ी और इस वजह से इस पर बैन लगाना चाहिए। कुछ देशों में क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं। इससे इस मार्केट में स्कैम के मामलों में कमी हो सकती है। इस सेगमेंट के लिए रूल्स बनने से इनवेस्टर्स की संख्या में भी बढ़ोतरी हो सकती है।