ऑनलाइन ठगी इंटरनेट की दुनिया में पुरानी हो चुकी है। आए दिन ऑनलाइन फ्रॉड की खबरों वाली मीडिया रिपोर्ट्स की भरमार हमें देखने को मिल रही है। अब स्कैम का ये कीड़ा क्रिप्टो इंडस्ट्री को भी लग चुका है और अमेरिका में लाखों लोगों के क्रिप्टो अकाउंट्स में से करोडों डॉलर के एसेट्स को खा चुका है। एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में रोमांस स्कैम जोर पकड़ रहे हैं। ये वैसा ही है जैसे फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से हनी ट्रैप की खबरें मिलती रहती हैं। अब अमेरिका में रोमांस स्कैम के जरिए लोगों की
क्रिप्टोकरेंसी को लूटा जा रहा है।
इस संबंध में फेडरेल ट्रेड कमिशन (FTC) की प्रकाशित हुई एक
रिपोर्ट कहती है कि अमेरिका में लोगों ने रोमांस स्कैम में 185 मिलियन डॉलर (लगभग 15 अरब रुपये) गंवाए हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि ये आंकड़ा 2022 की पहली तिमाही का ही है। फ्रॉड करने वालों ने अब रोमांस स्कैम का नया तरीका निकाला है। रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग 46 हजार अमेरिकी नागरिकों ने 2021 में 1 बिलियन डॉलर (लगभग 79 अरब रुपये) रोमांस स्कैम में गंवाए थे।
BanklessTimes ने एनालिसिस कर बताया है कि दुनिया में जितने भी
क्रिप्टो स्कैम हो रहे हैं, उनमें रोमांस स्कैम अब दूसरे नम्बर का सबसे आम स्कैम हो गया है। बैंकलेस टाइम्स के सीईओ जोनाथन मैरी ने कहा कि लोगों को दिल के मामलों में फंसाना बहुत आसान होता है, यहां पर वे आसानी से झांसे में आ जाते हैं और प्यार के बदले अपना पैसा गंवाने वाले आसान शिकार बन जाते हैं। जालसाज शिकार को फंसाने के बाद उसको
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सलाह देते हैं। और इस वक्त तक उनका शिकार, जालसाज पर इतना विश्वास करने लगता है कि वह आसानी से उनकी इस सलाह को मान लेता है।
रिपोर्ट कहती है कि क्रिप्टो स्कैमों में जवान लोग ज्यादा फंसते हैं। इसके आंकड़े बताते हैं कि क्रिप्टो के रोमांस स्कैम में फंसने वाले ज्यादातर लोग 20 से 40 साल के एज ग्रुप के हैं। फाइनेंशिअल कंटेंट स्पेशलिस्ट एलिजाबेथ कैर ने बताया कि 30 साल के आसपास की उम्र वालों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। नुकसान पहुंचने वाले लोगों में इनका हिस्सा 35% है। वहीं, 70 साल की उम्र के आसपास के लोग इस तरह के स्कैम में 12 हजार डॉलर (लगभग 10 लाख रुपये) के लगभग गंवा देते हैं। रिपोर्ट ये भी कहती है कि अमेरिकी केवल रोमांस स्कैम का ही शिकार नहीं होते हैं। जो सबसे अधिक स्कैम प्रचलित है, वो इनवेस्टमेंट स्कैम है। एफटीसी को 2021 में इस तरह के स्कैम में लोगों की जो शिकायतें मिली हैं, उनमें उन्होंने लगभग 575 मिलियन डॉलर गंवाए हैं।