उबर ने अपने ऐप में नई प्राइवेसी सेटिंग्स मेन्यू उपलब्ध कराए जाने की जानकारी दी है। दावा किया गया है कि अब यूज़र को पहले की तुलना में ज़्यादा कंट्रोल मिलेगा। कंपनी का कहना है कि ऐप को साधारण और इस्तेमाल में आसान बनाने के लिए नए फ़ीचर जोड़े गए हैं।
उबर ऐप में आने वाले कुछ हफ्तों में प्राइवेंसी सेटिंग्स मेन्यू आएगी। इसके बाद यूज़र को ऐप में एक जगह बेहतर कंट्रोल एक्सेस मिलेगा। उबर ने बयान जारी करके कहा, "हर कंट्रोल के बारे में बेहतर समझ के लिए आसान भाषा में उनके बारे में बताया गया है, ताकि ज्ञात रहे कि आप हमारे साथ कौन-कौन सी जानकारियां साझा कर रहे हैं और इनका इस्तेमाल कैसे किया जाएगा।"
नई सेटिंग आ जाने के बाद यूज़र ऐप प्रेफरेंसेज बदल पाएंगे। यूज़र के पास लोकेशन, मोबाइल नोटिफिकेशन और अकाउंट को रद्द करने का नियंत्रण रहेगा। बताया गया है कि ऐप में प्राइवेसी सेटिंग्स नाम का नया मेन्यू विकल्प होगा। अब एक ही जगह पर सारे नए और पुराने कंट्रोल फ़ीचर होंगे।
इनमें से एक बेहद ही अहम फ़ीचर अकाउंट डिलीशन है। उबर ऐप के अंदर सेल्फ सर्विस डिलीशन प्रोसेस का विकल्प आएगा। इसकी मदद से यूज़र आसानी से अकाउंट को बंद कर पाएंगे। इस प्रक्रिया के लिए उबर सपोर्ट से संपर्क करने की ज़रूरत नहीं होगी। अगर कोई यूज़र एक बार फिर उबर अकाउंट को एक्टिव करना चाहता है तो वह ऐसा 30 दिनों के अंदर कर सकता है। अकाउंट डिलीट करने के 30 दिन बाद उबर उस अकाउंट को स्थाई रूप से बंद कर देगा।
यूज़र अब ऐप में ट्रिप से संबंधित लोकेशन के प्रेफरेंस भी बदल पाएंगे। उबर ने जानकारी दी है कि ऐप खुले होने पर और ट्रिप के रिक्वेस्ट के बाद से लेकर ट्रिप खत्म होने के पांच मिनट बाद तक, उबर जानकारियां जुटाता है, ताकि पिकअप और ड्रॉप की व्यवस्था बेहतर हो सके। यूज़र अब चाहें तो तय कर सकते हैं कि उबर लोकेशन की जानकारी नहीं जुटाए। हालांकि, इसके बाद कुछ फ़ीचर की सुविधाएं सीमित हो जाएंगी।
मोबाइल नोटिफिकेशन के लिए यूज़र जल्द ही पुश नोटिफिकेशन को भी नियंत्रित कर पाएंगे।