हर दिन 12 फेक मैसेज! क्या आप भी बन रहे हैं शिकार? McAfee ने जारी की स्कैम मैसेज स्टडी

82 प्रतिशत भारतीयों ने फर्जी मैसेज पर क्लिक किया है या उनके झांसे में आए हैं। 49 प्रतिशत भारतीयों ने कहा कि घोटाले वाले मैसेज में अब टाइपो या गलतियां नहीं हैं, जिससे उन्हें पहचानना और कठिन हो गया है।

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Written by नितेश पपनोई, अपडेटेड: 13 फरवरी 2024 17:23 IST
ख़ास बातें
  • भारत में लोगों के पास रोज तकरीबन 12 फेक मैसेज आते हैं
  • मैसेज को असली दिखाने के लिए AI का यूज कर रहे हैं स्कैमर्स
  • दुनिया भर में हर 11 सेकंड में एक नई फिशिंग साइट बनाई जा रही है
भारत में लोगों के पास रोज तकरीबन 12 फेक मैसेज आते हैं। ऐसा हम नहीं, ऐसा ग्लोबल कंप्यूटर सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर कंपनी McAfee की लेटेस्ट स्कैम मैसेज स्टडी का कहना है। स्टडी में कुछ ऐसे तथ्यों को सामने रखा गया है, जो आपको हैरान कर देंगे। भारत सहित सात देशों में 7,000 से अधिक व्यस्कों को सर्वे करने के बात पता लगाया गया कि कैसे स्कैम मैसेज और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा बढ़ते घोटाले दुनिया भर में यूजर्स को प्रभावित कर रहे हैं।

अपनी पहला ग्लोबल स्कैम मैसेज स्टडी जारी करते हुए McAfee ने जानकारी दी है कि आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्कैमर्स का पसंदीदा टूल बन गया है, जो साइबर क्रिमिनल्स को स्कैम मैसेज के पैमाने को बढ़ाने में मदद करता है। फिशिंग और टेक्स्ट मैसेज स्कैम तेजी से बढ़ रहे हैं और स्टडी के अनुसार, हर 11 सेकंड में एक नई फिशिंग साइट बनाई जा रही है।

इस स्टडी से पता चलता है कि भारतीयों को प्रतिदिन ईमेल, टेक्स्ट या सोशल मीडिया के जरिए लगभग 12 फर्जी मैसेज या स्कैम मिलते हैं। एक औसत भारतीय यूजर हफ्ते में 1.8 घंटे इस बात की समीक्षा करने, वैरिफिकेशन करने या यह तय करने में खर्च करता है कि टेक्स्ट, ईमेल, सोशल मीडिया के जरिए भेजा गया मैसेज असली है या नकली। 

रिपोर्ट यह भी बताती है कि 82 प्रतिशत भारतीयों ने फर्जी मैसेज पर क्लिक किया है या उनके झांसे में आए हैं। 49 प्रतिशत भारतीयों ने कहा कि घोटाले वाले मैसेज में अब टाइपो या गलतियां नहीं हैं, जिससे उन्हें पहचानना और कठिन हो गया है।

McAfee के अनुसार, स्कैम वाले इन मैसेज के सबसे आम रूपों में से कुछ नकली नौकरी के ऑफर या नोटिफिकेशन (64%) और बैंक अलर्ट (52%) हैं।
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How to Protect Yourself from Scam Messages

McAfee का कहना है कि इस तरह के मैसेज पर क्लिक करने से पहले यूजर्स को अच्छे से विचार करना चाहिए। साइबर क्रिमिनल्स लोगों को लिंक पर क्लिक करने के लिए लुभाने के लिए फिशिंग ईमेल या नकली साइटों का उपयोग करते हैं जिनमें मैलवेयर हो सकते हैं। 

यदि आपको एक ईमेल प्राप्त होता है जिसमें आपसे किसी लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है, भले ही यह एक शानदार डील या यह कोई उपयोगी जानकारी देने का दावा करता हो, तो उसपर क्लिक ना करना ही सबसे अच्छा रास्ता है। हमेशा सीधे सोर्स पर जाएं और प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ इंटरेक्ट करें।
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किसी भी धमकी भरे या अत्यावश्यक मैसेज के साथ इंटरेक्ट करने में जल्दबाजी करने से पहले रुकें, खासकर अगर यह किसी अज्ञात या असंभावित सेंडर से हो।
 

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ये भी पढ़े: McAfee, McAfee Study, McAfee Scam Report
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