फेसबुक ने उन रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दी है जिसमें उसके एंड्रॉयड ऐप के कारण
स्मार्टफोन के धीमे पड़ जाने की बात सामने आई थी। कंपनी ने कहा कि वह इसकी जांच कर रही है।
गैजेट्स 360 को दिए गए बयान में फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा, 'हमें कुछ यूज़र द्वारा हमारे एंड्रॉयड ऐप के कारण फोन धीमे हो जाने की शिकायत मिली है। हम इसकी जांच कर रहे हैं। और जल्द ही इस संबंध में जानकारी देंगे। हम इस तरह की शिकायतों को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'
हालांकि, कंपनी ने इन ऐप के कारण ज्यादा बैटरी खपत होने की समस्या का कोई ज़िक्र नहीं किया। गौर करने वाली बात है कि कई यूज़र ने फेसबुक और मैसेंजर ऐप के कारण बैटरी खपत बढ़ने की भी शिकायत की थी।
बेहद ही लोक्रपिय ये ऐप उस वक्त विवाद का हिस्सा बन गए जब यूज़र रिपोर्ट से पता चला कि ये ऐप फोन को धीमा करने के साथ ज्यादा बैटरी का इस्तेमाल कर रहे हैं। दावा किया गया है कि फेसबुक और उसके मैसेंजर ऐप के कारण एंड्रॉयड स्मार्टफोन 15 फीसदी धीमे पड़ जा रहे हैं।
यह ब्लॉग फोरम रेडिट पर फेसबुक के प्रशंसकों के बीच चर्चा का विषय भी बना। एक यूज़र ने एक चार्ट भी साझा किया जिसमें इन ऐप द्वारा बैटरी के अत्याधिक इस्तेमाल का ज़िक्र था।
इसका पता एक टेस्ट के दौरान पता चला जब एक के बाद एक 15 लोकप्रिय ऐप खोले गए। फेसबुक ऐप स्मार्टफोन पर नहीं इंस्टॉल होने की परिस्थिति में बाकी ऐप ज्यादा तेजी अपलोड हो रहे थे।
एक रेडिट यूज़र ने लिखा, ''मेरे लिए स्थिति स्पष्ट है। मैं ब्राउज़र ऐप कैंप ज्वाइन करने वाला हूं। मैसेंजर का हाल तो फेसबुक से भी बुरा है। टेस्ट से पता चला है कि दोनों ही ऐप अलग-अलग से फोन को 5 फीसदी तक धीमा कर रहे हैं"
एक अन्य यूज़र ने लिखा, ''फेसबुक कई फ़ीचर के कारण बहुत वज़नदार हो गया है। लोग चाहते हैं कि डेस्कटॉप वाले फ़ीचर मोबाइल ऐप पर भी हों। अब जब एंड्रॉयड बैकग्राउंड में इस ऐप को चलने देता है तो असर दिखेगा ही।"
गौर करने वाली बात है कि पिछले साल कुछ आईफोन यूज़र ने भी इस तरह की ही शिकायत की थी। इन यूज़र का दावा था कि ऐप फोन की 40 फीसदी बैटरी की खपत कर रहा है।