भारत सहित कुछ देश अभी ऐसे हैं, जो धीरे-धीरे 5G अपना रहे हैं, लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं, जो 6G पर डेवलपमेंट शुरू कर चुके हैं। हालांकि, इन दोनों जनरेशन के नेटवर्क के बीच में एक नेक्स्ट जनरेशन 5G नेटवर्क पर भी काम चल रहा है, जिसे 5.5G कहा जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ मोबाइल कंपनियों का कहना है कि मौजूदा 5G नेटवर्क में अपग्रेड जल्द ही होने वाला है, जिसमें बेहतर कनेक्टिविटी और स्पीड का वादा किया गया है।
द वॉल स्ट्रीट जनरल की
रिपोर्ट के अनुसार, हुवावे सहित कुछ अन्य कंपनियां वर्तमान में नेक्स्ट जनरेशन 5G नेटवर्क पर काम कर रही है, क्योंकि मौजूदा 5G नेटवर्क की स्पीड यूजर्स उम्मीद से कम है। रिपोर्ट कहती है कि इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन ने 20 Gbps के रूप में स्टैंडर्ड पीक 5G डाउनलोड रेट निर्धारित किया है और वर्तमान में औसत ग्लोबल 5G स्पीड इसका 1 प्रतिशत भी नहीं है।
मोबाइल कंपनियों के अनुसार, 5.5G नेटवर्क 2025 के आसपास रोल आउट होने की उम्मीद है। Huawei Technologies इस साल MWC में यह
घोषित कर चुकी है कि 5.5G कनेक्टिविटी यूजर्स को 10Gbps की पीक डाउनलोड स्पीड देगी।
WSJ की रिपोर्ट में OOKLA के हवाले से बताया गया है कि फरवरी में नॉर्वे, स्वीडन, ऑस्ट्रेलिया और यूके के बाजारों में 5G स्पीड में भारी गिरावट दर्ज की गई। ऑपरेटर्स द्वारा नेटवर्क में सुधार के चलते अमेरिका एकमात्र ऐसा देश था, जहां 5G स्पीड में तेजी दर्ज की गई।
हुवावे का कहना है कि 5G टेक्नोलॉजी उम्मीद से बहुत कम सफल हो पाई है और आने वाला नेक्स्ट जनरेशन नेटवर्क एक नए की शुरुआत करेगा। सेल्फ ड्राइविंग ड्रोन, ऑटोमेटिक कारों, ऑटोमेटेड फैक्ट्री जैसी हाई-टेक चीजों को सपोर्ट देने के लिए टेलीकॉम सेक्टर को और बेहतर काम करना होगा।