ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगहों पर पुरूषों की प्रधानता होने के बाबत एक अध्ययन से प्रेरणा लेकर सोशल नेटवर्किंग साइट
ट्विटर ने किसी भी तरह के भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए हाल ही में हैशटैग पोजिशन ऑफ स्ट्रेंथ अभियान शुरू किया है।
यह अभियान ऑस्ट्रेलिया और आयरलैंड में पहले ही शुरू हो चुका है। इसकी कोशिश भारत में ऑनलाइन लैंगिग समानता के अंतर को पाटना है और महिला नेताओं की दूसरी पीढ़ी को प्रेरित करना है कि समाज में उनकी एक प्रभावशाली आवाज हो।
ट्विटर भारत की सार्वजनिक नीति प्रमुख महिमा कौल ने कहा कि हमने प्रभावित करने वाली कई महिलाओं से सुना है जो ट्विटर पर लैंगिक आधार पर वेतन असमानता, बाल देखभाल, घरेलू हिंसा, स्वास्थ्य देखभाल और ललीचा कामकाज पर जागरूकता अभियान चलाती हैं। हैशटैग पोजिशन ऑफ स्ट्रेंथ के शुरू होने से हमें उम्मीद है कि यह महिला सशक्तिकरण को मजबूत करेगा और महिलाओं को अपनी आवाजा सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से उठाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
सोशल नेटवर्किंग मंच ने एफआईसीसीआई लेडीज आर्गेनाइजेशन और आब्र्जवर ऑफ रिसर्च फाउंडेशन के साथ भागीदारी की है ताकि ज्यादा महिलाएं ऑनलाइन अपनी आवाजें उठा सकें, पूरे आत्मविश्वास के साथ संवाद कर सकें और अपनी जैसी सोच रखने वाली दूसरी महिलाओं के साथ और व्यापाक रूप से वैश्विक समुदाय के साथ जुड़ सकें।