Chandrayaan-3 के विक्रम-प्रज्ञान कब जागेंगे नींद से? इसरो चीफ ने कही बड़ी बात, जानें

Chandrayaan-3 : एस. सोमनाथ ने कहा कि अब यह वहां शांति से सो रहा है...इसे अच्छे से सोने दो..हम इसे परेशान न करें...जब यह अपने आप उठना चाहेगा, तो उठेगा...

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 20 अक्टूबर 2023 12:46 IST
ख़ास बातें
  • इसरो चीफ ने चंद्रयान-3 पर दी बड़ी जानकारी
  • कहा प्रज्ञान के दोबारा एक्टिव होने की संभावना से नहीं कर सकते इनकार
  • चंद्रमा की बर्फीली सतह पर स्‍लीप मोड में है प्रज्ञान रोवर

चंद्रयान-3 की बदौलत भारत दुनिया के उन देशों में शामिल हो गया है, जो चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर पाए हैं।

Chandrayaan-3 मिशन को लेकर भारतीय स्‍पेस एजेंसी इसरो (ISRO) ने बड़ी बात कही है। इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि चंद्रयान-3 का रोवर ‘प्रज्ञान' उसकी सतह पर हाइबर्नैशन (hibernation) में है, लेकिन इसके दोबारा से एक्टिव होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्‍होंने कहा कि स्‍पेस एजेंसी इस बात को जानती है कि रोवर और लैंडर ‘विक्रम' चंद्रमा की सतह पर सुप्तावस्था (hibernation) में चले गए हैं। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, एस. सोमनाथ ने कहा कि ‘चंद्रयान-3' मिशन का मकसद ‘सॉफ्ट लैंडिंग' था। उसके बाद 14 दिन तक प्रयोग किए गए और जरूरी डेटा को जुटाया गया है। 

एक न्यूज कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए एस. सोमनाथ ने कहा कि अब यह वहां शांति से सो रहा है...इसे अच्छे से सोने दो..हम इसे परेशान न करें...जब यह अपने आप उठना चाहेगा, तो उठेगा...मैं अभी इसके बारे में यही कहना चाहता हूं।''

यह पूछे जाने पर कि क्या इसरो को अब भी उम्मीद है कि रोवर फिर से सक्रिय हो जाएगा, उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद रखने का कारण है।'' सोमनाथ ने ‘उम्मीद' के कारण बताते हुए कहा कि इस मिशन में एक लैंडर और एक रोवर शामिल थे । उन्होंने बताया कि लैंडर एक विशाल संरचना है, इसलिए इसका पूरी तरह से परीक्षण नहीं किया जा सका।

लेकिन जब रोवर की टेस्टिंग जीरो से माइनस 200 डिग्री सेल्सियस पर की गई, तो वह उससे भी कम तापमान पर काम करता हुआ पाया गया। इसरो प्रमुख ने स्पष्ट किया कि ‘चंद्रयान-3' मिशन का उद्देश्य पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि इसरो मिशन के माध्यम से एकत्र किए गए वैज्ञानिक डेटा का पता लगाने की कोशिश कर रहा है। 23 अगस्त को चंद्रमा पर लैंड करने के बाद लैंडर और रोवर वहां कई दिनों तक प्रयोग किए। चंद्रयान-3 की बदौलत भारत दुनिया के उन देशों में शामिल हो गया है, जो चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर पाए हैं। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Samsung के Galaxy S26 Ultra में मिल सकती है 5,000mAh की बैटरी
#ताज़ा ख़बरें
  1. Infinix Smart 10 कल होगा भारत में लॉन्च, 5,000 mAh की बैटरी
  2. पाकिस्तान में एंट्री करेगी चाइनीज EV मेकर BYD, अगले वर्ष लॉन्च करेगी पहली इलेक्ट्रिक कार!
  3. Realme 15 5G, 15 Pro 5G भारत में लॉन्च; इनमें है 12GB तक रैम और 7000mAh बैटरी, जानें कीमत
  4. अमेरिकी टेक कंपनियों में भारतीयों की एंट्री बैन? ट्रंप के इस बयान ने सबको हिला डाला
  5. Samsung के Galaxy S26 Ultra में मिल सकती है 5,000mAh की बैटरी
  6. Google के Pixel 10 Pro Fold में मिल सकता है बड़ा डिस्प्ले, नए कलर ऑप्शंस
  7. ChatGPT ने बचाई मेरी मां की जान, जब डॉक्टर हुए फेल तो AI ने पहचाना बीमारी का कारण: X पर महिला का दावा
  8. Zelio Gracy+ फेसलिफ्ट लॉन्च: फुल चार्ज में 130 Km की रेंज, चलाने के लिए नहीं चाहिए लाइसेंस, जानें कीमत
  9. iQOO Z10 Turbo Pro+ में मिल सकती है 8,000mAh की पावरफुल बैटरी 
  10. Vivo T4R 5G जल्द होगा भारत में लॉन्च, 50 मेगापिक्सल का Sony प्राइमरी कैमरा
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.