इंसान के शरीर में लगा दी सूअर की किडनी! 61 दिन तक चली सर्जरी!

वर्तमान में डॉक्टर सूअरों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं क्योंकि विज्ञान का मानना है कि सूअरों के अंग मनुष्यों के लिए ज्यादा कारगर साबित हो सकते हैं।

इंसान के शरीर में लगा दी सूअर की किडनी! 61 दिन तक चली सर्जरी!

विज्ञान का मानना है कि सूअरों के अंग मनुष्यों के लिए ज्यादा कारगर साबित हो सकते हैं।

ख़ास बातें
  • इस सर्जरी में 61 दिन का समय लगा जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है
  • पहली बार जनवरी, 2022 में सूअर के दिल को मनुष्य में ट्रांसप्लांट किया गया
  • दो महीने तक वह व्यक्ति जिंदा रह पाया था
विज्ञापन
अमेरिका में डॉक्टरों ने एक ब्रेन डेड व्यक्ति में सूअर की किडनी लगाकर नया कारनामा कर दिखाया है। इस सर्जरी में 61 दिन का समय लगा जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इतनी लम्बी सर्जरी अभी तक नहीं की गई थी। यह किडनी जेनेटकली मॉडिफाइड बताई जा रही है, यानी कि जेनेटिक स्तर पर इसमें बदलाव के बाद यह लगाई गई। आइए जानते हैं इस खास सर्जरी के बारे में कि यह मेडिकल क्षेत्र के लिए क्यों महत्वपूर्ण मानी जा रही है। 

आपने किडनी ट्रांसप्लांट के बारे में अक्सर सुना होगा। हम जानते हैं कि एक आदमी की किडनी दूसरे आदमी में लगाई जा सकती है। NDTV के अनुसार, अमेरिका में डॉक्टरों ने एक ब्रेन डेड आदमी में सूअर की किडनी लगाने में कामयाबी पाई है। यह सर्जरी इसलिए बहुत मायने रखती है क्योंकि इससे अब जानवरों और मनुष्यों के बीच अंगों के ट्रांसप्लांट के दरवाजे खुल गए हैं। 

ब्रेन डेड व्यक्ति ऐसे व्यक्ति को कहते हैं जिसमें दिमागी तौर पर कोई चेतना नहीं बची होती है। ऐसे व्यक्ति को कानूनी तौर पर मृत घोषित कर दिया जाता है क्योंकि बिना किसी सपोर्ट के ये सांस नहीं ले सकते हैं। यानि कि इनका सांस लेना मशीनों के सहारे निर्भर करता है। इसलिए ऐसे व्यक्तियों के शरीर को साइंस के प्रयोगों के लिए कई बार दान कर दिया जाता है। 

रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में 1 लाख से ज्यादा लोगों को ट्रांसप्लांट का इंतजार है। इसमें 88,000 लोग ऐसे हैं जिनको किसी की किडनी की आवश्यकता है। ऐसे में सूअर की किडनी का सफलतापूर्वक एक इंसान में लगाया जाना बड़ी उपलब्धि कहा जा सकता है। न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी लैंगॉन ट्रांसप्लांट इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर रॉबर्ट मॉन्टगॉमेरी ने कहा कि इस सर्जरी के दौरान उन्होंने बहुत कुछ सीखा है और यह भविष्य के लिए नई उम्मीद लेकर आया है। 

जिस सूअर की किडनी इसके लिए इस्तेमाल की गई, वह वर्जिनिया आधारित बायोटेक कंपनी रेवीविकॉर से लाया गया था। इन सूअरों को यहां प्राकृतिक प्रक्रिया के तहत जन्माया जाता है, न कि क्लोनिंग की जाती है। इससे पहले 1984 में एक नवजात में एक बबून का दिल ट्रांसप्लांट किया गया था। लेकिन वह केवल 20 दिनों तक ही जिंदा रह पाया था। 

वर्तमान में डॉक्टर सूअरों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं क्योंकि विज्ञान का मानना है कि सूअरों के अंग मनुष्यों के लिए ज्यादा कारगर साबित हो सकते हैं। इनका साइज, जल्दी से बढ़ने की क्षमता आदि इन्हें इसके लायक बनाते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ मेरीलैंड मेडिकल स्कूल में पहली बार जनवरी, 2022 में सूअर के दिल को किसी मनुष्य में ट्रांसप्लांट किया गया था। दो महीने तक वह व्यक्ति जिंदा रह पाया था। उसके बाद उसकी मृत्यु हो गई थी। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: , pig kidney, Pig Kidney transplant in Human
हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. अक्षय तृतीया के अवसर पर Ola के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स पर 40,000 रुपये तक की छूट
  2. BYD Seal EV हुई अपग्रेड, 650Km रेंज और नए फीचर्स, कुछ वेरिएंट्स की कीमतें बढ़ीं
  3. Apple और Xiaomi पर ED का शिकंजा, ई-कॉमर्स से जुड़ी जांच में मांगे दस्तावेज
  4. Philips ने भारत में लॉन्च किए AI पावर्ड स्मार्ट शेवर्स, जानें कीमत
  5. Realme C75 6000mAh बैटरी और 6GB रैम के साथ भारत में जल्द होगा लॉन्च! कीमत हुई लीक
  6. WhatsApp कर रहा नए फीचर पर काम, अब मैसेज और मीडिया पर ऐसे दे पाएंगे प्रतिक्रिया
  7. Oppo के Find X9 Pro में हो सकता है 200 मेगापिक्सल का पेरिस्कोप कैमरा 
  8. Amazon ने लॉन्च किए अपने पहले इंटरनेट सैटेलाइट, Elon Musk की Starlink को मिलेगी टक्कर!
  9. Realme Anniversary Sale: रियलमी फोन पर मिल रहा डिस्काउंट, 5 हजार तक हुए सस्ते
  10. Vivo के T4 5G की भारत में शुरू हुई बिक्री, जानें प्राइस, डिस्काउंट ऑफर्स
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »