इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में इस बुधवार एक बड़ी घटना हुई। ISS के साथ अटैच्ड सोयुज स्पेसक्राफ्ट (Soyuz spacecraft) में कूलेंट लीक का पता चलने से हड़कंप वाली स्थिति पैदा हो गई। यह एक हैरान करने वाली घटना थी, जिसका किसी को भी अंदाजा नहीं था। इसके कारण रूसी अंतरिक्ष यात्रियों को उनकी स्पेसवॉक को भी छोड़ना पड़ा। अब एक रूसी अधिकारी की ओर से बताया गया है कि सोयुज स्पेसक्राफ्ट में कूलेंट लीक की वजह सूक्ष उल्कापिंड (micrometeorites) हो सकते हैं।
इसका सीधा मतलब है कि कोई छोटा उल्कापिंड सोयुज स्पेसक्राफ्ट से टकराया था, जिस कारण कूलेंट लीक हुआ। छोटे उल्कापिंड, अंतरिक्ष यानों और उन तमाम मिशनों के लिए खतरा हैं, जो अंतरिक्ष में घूम रहे हैं। स्पेस में तैनात सबसे बड़ी दूरबीन, जेम्स वेब टेलीस्कोप (James Webb Telescope) को भी उल्कापिंड की टक्कर से नुकसान हो चुका है, हालांकि उसका कोई बड़ा असर टेलीस्कोप की क्षमता पर नहीं हुआ है।
रिपोर्टों के अनुसार, रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस (Roscosmos) के सर्गेई क्रिकेलेव ने
बताया है कि सोयुज एमएस-22 कैप्सूल के रेडिएटर पर उल्कापिंड के गिरने से कूलेंट लीक हुआ हो सकता है। रोस्कोस्मोस के अलावा नासा (Nasa) ने भी
बयान जारी कर बताया है कि इस लीक की वजह से आईएसएस या उसमें सवार अंतरिक्ष यात्रियों को कोई खतरा नहीं था। सिर्फ रूसी अंतरिक्ष यात्रियों की स्पेसवॉक को स्थगित करना पड़ा।
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी की ओर से बताया गया है कि कूलेंट लीक की वजह से सोयुज कैप्सूल की कूलेंट सिस्टम परफॉर्मेंस पर थोड़ा असर हो सकता है, लेकिन यह चालक दल को किसी भी खतरे में नहीं डालेगा। उन्होंने कहा कि सोयुज स्पेसक्राफ्ट सुरक्षित है और आईएसएस पर मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों के लिए भी कोई खतरा नहीं है।
नासा ने भी कुछ ऐसा ही कहा है। बताया है कि रोस्कोस्मोस, सोयुज स्पेसक्राफ्ट के टेंपरेंचर की बारीकी से निगरानी कर रही है। अभी सबकुछ ठीक है। आईएसएस के कैनाडर्म 2 रोबोटिक आर्म की मदद से सोयुज के बाहरी ढांचे के निरीक्षण का काम चल रहा है। कूलेंट लीक का पता तब चला, जब सर्गेई प्रोकोपयेव और दिमित्री पेटेलिन नाम के दो अंतरिक्ष यात्रियों की स्पेसवॉक के लिए स्पेससूट तैयार किए जा रहे थे।