क्‍या चांद पर दोबारा जा सकेगा इंसान? Nasa आर्टेमिस 1 मिशन की रिहर्सल शुरू, देखें लाइव

मिशन को लॉन्‍च करने के लिए SLS रॉकेट का वेट ड्रेस रिहर्सल पूरा करना जरूरी है।

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प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 20 जून 2022 12:20 IST
ख़ास बातें
  • आर्टेमिस 1 मिशन इंसान को चांद पर भेजने की शुुरुआत होगा
  • यह सफल रहा, तो आने वाले वर्षों में इंंसान को चांद पर भेजा जाएगा
  • इसके बाद इंसान को मंगल ग्रह पर भेजने की उम्‍मीदें भी देखी जाएंगी

रिहर्सल की उल्‍टी गिनती शुरू हो गई है। करीब 45 घंटे बाद यानी कल दोपहर 12.10 बजे रॉकेट को परखा जाएगा।

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) एकबार फ‍िर से इंसान को चंद्रमा पर भेजना चाहती है। उसने इसके लिए आर्टेमिस मिशन तैयार किया है। आर्टेमिस 1 (Artemis 1) इसकी शुरुआत होगा। इस मिशन के लिए नासा अबतक का सबसे पावरफुल रॉकेट तैयार कर चुकी है। इसका नाम स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट है। दो महीने पहले यानी अप्रैल में अंतरिक्ष एजेंसी ने इस रॉकेट को वेट ड्रेस रिहर्सल की प्रक्रिया से गुजारा था। इस प्रक्रिया में रॉकेट को टेस्‍ट किया जाता है। हालांकि तकनीकी खामियां सामने आने की वजह से वेट ड्रेस रिहर्सल पूरी नहीं हो पाई। मिशन को लॉन्‍च करने के लिए इस रॉकेट का वेट ड्रेस रिहर्सल पूरा करना जरूरी है। यही वजह है कि एक बार फ‍िर से नासा इस मिशन के लिए यह रिहर्सल दोहराने जा रही है।    

रिपोर्टों के अनुसार, वेट ड्रेस रिहर्सल टेस्ट शुरू करने के लिए फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में मिशन टीम ने लॉन्च कंट्रोल सेंटर में अपने स्टेशनों की जांच की। रिहर्सल की उल्‍टी गिनती शुरू हो गई है। करीब 45 घंटे बाद यानी कल दोपहर 12.10 बजे रॉकेट को परखा जाएगा। ध्‍यान रहे कि वेट ड्रेस रिहर्सल वह प्रक्रिया है, जिसमें लॉन्‍च की उलटी गिनती तक होने वाली सभी प्रक्रियाओं को परखा जाता है। यह देखा जा रहा है कि रॉकेट अपने मिशन पर लॉन्‍च होने के लिए तैयार है या नहीं।
बताया जाता है कि इस दौरान मिशन की टीमें ‘ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट' और स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) की कोर स्टेज को पावर देंगी। इंजनों को उस लेवल तक परखा जाएगा कि वो जलेंगे नहीं, बाकी पूरी टेस्टिंग होगी। अगर मौसम इसमें बाधा नहीं बना, तो वेट ड्रेस रिहर्सल कल शुरू हो जाएगी। 39B नाम के लॉन्‍च पैड से नासा आ‍र्टेमिस मिशन के रॉकेट और स्‍पेसक्राफ्ट की लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग भी करेगा। आज से ही लाइव कमेंट्री भी पेश की जाएगी। इस दौरान लॉन्च पैड पर लॉकडाउन जैसी स्थिति होगी सिर्फ प्रोपलेंट लोडिंग के दौरान कुछ हलचल दिखाई दे सकती है। 



आर्टेमिस 1 मून मिशन की वेट ड्रेस रिहर्सल अप्रैल महीने में योजना के अनुसार आगे बढ़ रही थी। तभी रिसर्चर्स को SLS रॉकेट के मोबाइल लॉन्चर प्लेटफॉर्म में परेशानी का पता चला। इससे रॉकेट में प्रोपलेंट लोड करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी।  
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आर्टेमिस-1 मिशन के साथ ही अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर नहीं भेजा जाएगा। नासा पहले चंद्रमा पर एक मानव रहित ओरियन कैप्सूल भेजेगी। इसके बाद इंसान को चांद पर भेजने के बारे में फैसला लिया जाएगा। आर्टेमिस-1 मिशन इस साल जून में लॉन्‍च होने वाला था, जिसमें अब देरी हो चुकी है। 
 
 

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