पृथ्वी से टकराया सौर तूफान, कहीं हुआ रेडियो ब्लैकआउट और कहीं बदल गया आसमान

सोलर फ्लेयर्स की वजह सूर्य का 11 साल का चक्र बताया गया है। इसने सूर्य को बहुत ज्‍यादा उत्‍तेजित कर दिया, जिससे वहां इन हलचलों का सिलसिला बना, जो आगे भी जारी रहेगा और 2025 तक इसमें बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।

विज्ञापन
नितेश पपनोई, अपडेटेड: 31 अगस्त 2022 13:05 IST
ख़ास बातें
  • इन पावरफुल सोलर फ्लेयर्स में से एक को M9 क्‍लास दिया गया है
  • 28 से 29 अगस्त के बीच G1-क्‍लास के भू-चुंबकीय तूफानों की चेतावनी दी गई थी
  • इन सोलर एक्टिविटी के चलते लोगों को आसमान में शानदार ऑरोरा देखने को मिले

NOAA के स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर ने सोमवार यानी 29 अगस्‍त के लिए एक भू-चुंबकीय तूफान की चेतावनी जारी की

Photo Credit: NASA

सूर्य की ओर से लगातार कोई न कोई एक्टिविटी रिपोर्ट की जा रही है। शनिवार, 27 अगस्‍त से सोमवार, 29 अगस्‍त के बीच भी सूर्य से कई सोलर फ्लेयर आई, जिसका असर पृथ्वी पर देखने को मिला। सोलर फ्लेयर के चलते धरती पर कई जगह आसमान में ऑरोरा देखने को मिले, जो कई रंगों की एक चादर होती है। इसके अलावा, रेडियो ब्लैकआउट की शिकायत भी देखने को मिली। 

इन घटनाओं को दुनिया भर से स्‍पेस वेदर पर नजर रखने वाली एजेंसियों और वैज्ञानिकों ने नोटिस किया। सूर्य की ओर से आई इन पावरफुल सोलर फ्लेयर्स में से एक को M9 क्‍लास के फ्लेयर के रूप में मापा गया, जो 29 अगस्त को सुबह 7:07 बजे (EDT) पर रजिस्टर किया गया था। NASA के अनुसार, ये ऐसे सौर फ्लेयर्स होते हैं, जो पृथ्‍वी को सीधे तौर पर तो कोई नुकसान नहीं पहुंचाते, लेकिन कई बार रेडियो ब्‍लैकआउट की वजह बनते हैं। इन फ्लेयर्स के साथ चलने वाले छोटे रेडिएशन तूफानों की वजह से अंतरिक्ष यात्रियों के खतरे में आने तक की संभावना बन जाती है।
 

सोलर फ्लेयर्स की वजह सूर्य का 11 साल का चक्र बताया गया है। इसने सूर्य को बहुत ज्‍यादा उत्‍तेजित कर दिया, जिससे वहां इन हलचलों का सिलसिला बना, जो आगे भी जारी रहेगा और 2025 तक इसमें बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।

Space.com के अनुसार, शनिवार को सूर्य में मौजूद सनस्पॉट AR3088 से सोलर फ्लेयर निकला। इसकी वजह से 28 अगस्‍त से 29 अगस्त के बीच G1-क्‍लास के भू-चुंबकीय तूफानों के भड़कने की चेतावनी दी गई थी। इसी बीच 28 अगस्‍त को उसी सनस्‍पॉट से एक और सौर फ्लेयर बाहर निकला। यह भी एक M क्‍लास सौर फ्लेयर था, जिसके कारण नॉर्थ अमेरिका के ज्‍यादातर हिस्‍सों में रेडियो ब्‍लैकआउट हो गया। 

इसके बाद NOAA के स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर ने सोमवार यानी 29 अगस्‍त के लिए एक भू-चुंबकीय तूफान की चेतावनी जारी की। ऐसे तूफानों से उपग्रह के संचालन, बिजली ग्रिड और जानवरों के प्रवास के पैटर्न पर मामूली असर पड़ सकता है। इन सोलर एक्टिविटी के चलते लोगों को आसमान में शानदार ऑरोरा देखने को मिले।
Advertisement
 

Calgary Observer नाम के एक ट्विटर हैंडल ने ऑरोरा की एक शानदार तस्वीर को भी शेयर किया है, जिसे आप ऊपर देख सकते हैं। सोशल मीडिया में इस तरह की कई तस्वीरें शेयर की गई, जो स्कॉटलैंड, अल्बर्टा और मोंटाना से ली गई थी।

 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: , Sun, NASA, Solar, Solar activity, Solar flares, Solar Storms
Nitesh has almost seven years of experience in news writing and reviewing tech ...और भी
Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Samsung Galaxy M36 5G भारत में 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानें क्या है खास
#ताज़ा ख़बरें
  1. POCO के F7 5G की 1 जुलाई से शुरू होगी बिक्री, Flipkart पर लाइव हुई माइक्रोसाइट
  2. UBON SP-85 Party Speaker भारत में लॉन्च, 30W साउंड, 20 घंटे की बैटरी, जानें कीमत
  3. टेक्नोलॉजी की दुनिया से आपके लिए आज की 5 महत्वपूर्ण खबरें
  4. BSNL लगाएगी फ्लैश सेल, फ्री डेटा से लेकर डिस्काउंट तक की पेशकश
  5. Asus का लैपटॉप भारत में 18,990 रुपये में लॉन्च
  6. Samsung Galaxy M36 5G भारत में 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानें क्या है खास
  7. Redmi K Pad टैबलेट 8.8-इंच डिस्प्ले, 7500mAh बैटरी, 16GB रैम के साथ हुआ लॉन्च, जानें कीमत
  8. Xiaomi YU7 EV: करीब 30 लाख से शुरू होती है इस 835 KM रेंज वाली YU7 EV की कीमत, जानें स्पेसिफिकेशन्स
  9. Google Pixel 7 आखिर क्यों हुआ जापान में बैन?
  10. Xiaomi MIX Flip 2 हुआ 50MP कैमरा, Snapdragon 8 Elite के साथ लॉन्च, जानें सबकुछ
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.