वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने हबल स्पेस टेलीस्कोप (Hubble Space Telescope) की अब तक की सबसे बड़ी नियर-इंन्फ्रारेड फोटो जारी की है, जिससे एस्ट्रोनोमर्स को यूनिवर्स के तारे बनाने वाले क्षेत्रों का नक्शा बनाने और यह जानने का मौका मिलता है कि सबसे पुरानी, सबसे दूर की गैलेक्सी का निर्माण कैसे हुआ। 3D-DASH नाम का यह हाई-रिजॉल्यूशन स्कैन रिसर्चर्स को James Webb Space Telescope के साथ चल रही स्टडी के लिए असामान्य वस्तुओं और लक्ष्यों का पता लगाने का मौका भी देगा। जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप को हाल ही में एक दशक लंबे मिशन पर लॉन्च किया गया था। 3D-DASH रिसर्चर्स को पूरे COSMOS क्षेत्र का फुल नियर-इन्फ्रारेड सर्वे करने का मौका देगा।
नियर-इन्फ्रारेड का मतलब है कि एस्ट्रोनोमर्स सबसे दूर की गैलेक्सी का भी पता लगा सकते हैं, क्योंकि यह हबल द्वारा देखी गई सबसे लंबी और सबसे लाल वेवलैंथ है। अब तक, इतनी बड़ी तस्वीर केवल जमीन से ही प्राप्त की जा सकती थी।
यूनिवर्स की सबसे विशाल गैलेक्सी, अत्यधिक एक्टिव ब्लैक होल, और टकराने और विलीन होने की कगार पर मौजूद गैलेक्सी जैसी अनूठी घटनाओं की पहचान के लिए 3D-DASH का उपयोग किया जा सकेगा।
The Astrophysical जर्नल में
प्रकाशित होने वाली पांडुलिपि का एक प्रीप्रिंट arXiv पर उपलब्ध है।
हबल स्पेस टेलीस्कोप को लॉन्च हुए 30 साल से भी ज्यादा समय हो गया है। स्टडी के प्रमुख लेखक लामिया मोवला के अनुसार, ब्रह्मांड के पिछले 10 बिलियन वर्षों में आकाशगंगाओं के परिवर्तन की स्टडी में एक पुनर्जागरण को जन्म दिया है। 3D-DASH पहल हबल की वाइड-एरिया इमेजिंग विरासत पर आधारित है, जिससे शोधकर्ताओं को आकाशगंगाओं के रहस्यों को उजागर करने का मौका मिलेगा।
रिसर्चर्स ने आकाश के इतने बड़े हिस्से की छवि बनाने के लिए हबल और 'ड्रिफ्ट एंड शिफ्ट' (DASH) नाम की एक नई तकनीक का इस्तेमाल किया। DASH कई तस्वीरों को कैप्चर करता है, जिन्हें बाद में एक मास्टर मोजेक में एक साथ सिला जाता है।