अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी ने एक एस्टरॉयड के पृथ्वी की ओर आने की जानकारी दी है। बताया है कि 3,400 फीट चौड़ा एक विशाल एस्टरॉयड पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। अभी इसकी रफ्तार 47,196 किलोमीटर प्रति घंटा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह 27 मई को पृथ्वी के सबसे करीब होगा। इससे पहले 15 मई को रिसर्चर्स ने 1,600 फीट चौड़े एस्टरॉयड के बारे में जानकारी दी थी। हालांकि वह पृथ्वी के करीब नहीं आया। लेकिन इस रिपोर्ट ने अलर्ट कर दिया है, क्योंकि इसका साइज पिछले एस्टरॉयड का दोगुना है। इसे संभावित खतरनाक की कैटिगरी में रखा गया है।
जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी ने बताया है कि इस विशालकाय एस्टरॉयड का नाम 1989 JA है। इसका आकार 3,400 फीट है यानी यह 1.8 किलोमीटर चौड़ा है। इसे अपोलो कैटिगरी के एस्टरॉयड के रूप में क्लासिफाइड किया गया है। इसे और आसानी से समझना हो तो पृथ्वी की ओर बढ़ रहा एस्टरॉयड दुबई स्थित बुर्ज खलीफा से दोगुना बड़ा है।
हालांकि बहुत ज्यादा चिंतित होने की बात नहीं है। रिपोर्टों में बताया गया है कि जब यह एस्टरॉयड पृथ्वी के सबसे करीब होगा, तब भी इसके और पृथ्वी के बीच की दूरी 40 लाख 24 हजार 182 किलोमीटर होगी। इसके 27 मई को पृथ्वी के करीब आने का अनुमान है, लेकिन यह तारीख बदल सकती है, अगर एस्टरॉयड के आने की रफ्तार तेज हो जाती है। अपोलो कैटिगरी के इस एस्टरॉयड के पृथ्वी से सुरक्षित गुजरने की संभावना है। माना जा रहा है कि इसका कोई असर देखने को नहीं मिलेगा।
अपोलो कैटिगरी में आने वाले एस्टरॉयड पृथ्वी के करीब से गुजरते हैं और इनका आकार भी बड़ा होता है। माना जाता है कि इनके पृथ्वी से टकराने की स्थिति में बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है। रिपोर्टों के अनुसार इस नजारे को दूरबीन के जरिए देखा जा सकेगा। दोबारा ऐसी घटना साल 2029 में देखने को मिलेगी।
इससे पहले मार्च महीने में करीब 1.3 किलोमीटर आकार का एस्टरॉयड पृथ्वी के करीब से गुजरा था। 138971 (2001 CB21) नाम के इस एस्टरॉयड को भी संभावित खतरनाक माना गया था। यह 4.5 मिलियन की दूरी से पृथ्वी के पास से गुजरा था।