• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • चलो 'शुक्र है'! भारत सरकार ने ISRO के 'शुक्रयान 1' मिशन को दी मंजूरी, 2028 में भरेगा उड़ान

चलो 'शुक्र है'! भारत सरकार ने ISRO के 'शुक्रयान-1' मिशन को दी मंजूरी, 2028 में भरेगा उड़ान

शुक्रयान-1 इस मिशन का पहला भाग होगा जो 2028 में लॉन्च होगा।

चलो 'शुक्र है'! भारत सरकार ने ISRO के 'शुक्रयान-1' मिशन को दी मंजूरी, 2028 में भरेगा उड़ान

Photo Credit: iStock/AlexLMX

शुक्र ग्रह को पृथ्वी का जुड़वा ग्रह भी कहा जाता है।

ख़ास बातें
  • यह मिशन भारत के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण रहेगा
  • सरकार ने भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) को भी मंजूरी दे दी है
  • भारत का स्पेस स्टेशन 2035 तक तैयार हो जाएगा।
विज्ञापन
केंद्र सरकार ने भारत ने शुक्र ग्रह मिशन को हरी झंडी दे दी है। ISRO ने इसे वीनस ऑर्बिटर मिशन (Venus Orbiter Mission (VOM) नाम दिया है। शुक्रयान 1 इस मिशन का पहला भाग होगा। इसी के साथ सरकार ने भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) को भी मंजूरी दे दी है। यह भारत का अपना स्पेस स्टेशन होगा। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) के निदेशक नीलेश एम देसाई ने यह जानकारी साझा की। 

इसरो निदेशक नीलेश एम देसाई ने संस्था के स्पेस एपलिकेशन सेंटर, अहमदाबाद में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार ने हाल ही में उनके वीनस ऑर्बिटिंग सैटेलाइट शुक्रयान-1 को मंजूरी दी है। यह 2028 में लॉन्च किया जाएगा। शुक्र ग्रह को पृथ्वी का जुड़वा ग्रह भी कहा जाता है। यह ग्रह हमारी पृथ्वी के सबसे नजदीक मौजूद है। माना जाता है कि शुक्र ग्रह भी लगभग उन्हीं परिस्थितियों में बना है जिनमें से पृथ्वी बनकर आई है। 

VOM स्पेसक्राफ्ट वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद करेगा कि अलग अलग ग्रहों के पर्यावरण कैसे विकसित होते हैं। साथ ही यह मिशन उस थ्योरी को समझने में मदद करेगा जिसमें कहा जाता है कि कभी शुक्र ग्रह भी रहने लायक ग्रह रहा होगा, और बाद में यह कैसे परिवर्तित हो गया। इसके अलावा यह मिशन भारत के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण रहेगा मसलन, भविष्य में अन्य ग्रहों के मिशनों पर भारत ज्यादा बड़ा पेलोड ले जा सकेगा। साथ ही ग्रह की कक्षा में ज्यादा बेहतर तरीके से प्रवेश कर सकेगा। 

शुक्रयान 1 के साथ ही सरकार ने भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) को भी मंजूरी दे दी है। यह भारत का अपना स्पेस स्टेशन होगा। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में 16 प्रेशराइज्ड मॉड्यूल हैं, लेकिन भारत के स्पेस स्टेशन में 5 मॉड्यूल ही होंगे। पहला मॉड्यूल 2028 में लॉन्च किया जाएगा। भारत का स्पेस स्टेशन 2035 तक तैयार हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह चुके हैं कि भारत जब 2040 में चांद पर लैंड करेगा उस वक्त हमारा अपना स्पेस स्टेशन ही ट्रांजिट सुविधा के रूप में काम कर रहा होगा। 

चंद्रयान 3 के बाद अब भारत Chandrayaan 4 की तैयारी कर रहा है। चंद्रयान 4 इसलिए खास होगा क्योंकि इसमें न सिर्फ चांद पर लैंडिंग की जाएगी बल्कि वहां से मिट्टी और पत्थरों के नमूने भी धरती पर लाए जाएंगे। चंद्रयान 4 के लिए भारत की योजना जापान के साथ भागीदारी करने की है। चंद्रयान 3 जहां चांद के साउथ पोल पर 69.3 डिग्री पर उतरा था, चंद्रयान 4 में यह कोशिश साउथ पोल पर 90 डिग्री साउथ पर उतरने की होगी। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Once Upon A Time In Madras OTT Release: भरत और अभिरामी की तमिल थ्रिलर फिल्म इस OTT पर देखें
  2. महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले ज्यादा पाया जा रहा कैंसर का खतरा!
  3. बिटकॉइन खरीदने के लिए करोड़ों शेयर्स इश्यू करेगी सॉफ्टवेयर कंपनी MicroStrategy
  4. Rs 1.21 करोड़ की Porsche Macan EV भारत में लॉन्च, 762km है रेंज, जानें फीचर्स
  5. 5.5G नेटवर्क क्या है? 5G से कितना आगे? किन्हें होगा फायदा, जानें सबकुछ
  6. Samsung Galaxy A26 5G स्लिम डिजाइन के साथ 4500mAh बैटरी, 120Hz रिफ्रेश रेट से होगा लैस!
  7. Flipkart Monumental Sale में 11 हजार रुपये सस्ता मिल रहा iPhone 16, जानें पूरी डील
  8. IT Jobs: Infosys में बंपर वैकेंसी! 20 हजार से ज्यादा भर्ती करेगी IT कंपनी
  9. होंडा ने भारत में लॉन्च किया Activa इलेक्ट्रिक, 1.17 लाख रुपये का प्राइस
  10. Suzuki ने भारत में पेश किया e-Access इलेक्ट्रिक स्कूटर, 95 किलोमीटर की रेंज
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »