रोड ट्रिप्स तब मुश्किलों से भर जाती हैं, जब उनमें किसी और की पसंद का म्यूजिक सुनना पड़ता है। जैसे- आपको पसंद हैं नाइंटीज के मेलॉडी सॉन्ग और सामने वाला दमदार बैस वाले पंजाबी गाने बजा दे। हेडफोन इसका एक सॉल्यूशन जरूर हैं, लेकिन लंबी रोड ट्रिप्स में उनके साथ बैठे रहना कानों के लिए दुखदायी हो जाता है। कैसा हो अगर आप गाड़ी में बिना हेडफोन के अपनी पसंद का गाना सुन पाएं और वह किसी और को भी ना सुनाई दे। साउंड की दुनिया की यह कल्पना फ्यूचर में हकीकत बन सकती है। फ्रांस में रिसर्चर्स ऐसा ही एक पर्सनल साउंड जोन देने पर काम कर रहे हैं, जो आपकी कार में कंडीशन के हिसाब से ढल जाता है।
रिसर्चर्स का मानना है कि कार में इस तरह के पर्सनल साउंड जोन से आपको बाहर की आवाज आए बिना अच्छी तरह से सुनने की तकनीक मिल सकती है। हर कोई कार में अपनी पसंद का म्यूजिक सुन सकेगा, वह भी बिना हेडफोन लगाए। जीपीएस का अलर्ट सिर्फ ड्राइवर को मिलेगा और आप इसी तरह फोन कॉल भी कर सकेंगे।
मल्टीपल लाउडस्पीकर की मदद से साइंटिस्ट पर्सनल साउंड जोन बनाने पर काम कर रहे हैं। इन मल्टीपल स्पीकर की खूबी यह है कि ये सभी एक ही सिग्नल ब्रॉडकास्ट नहीं करते, लेकिन सभी सिग्नल का आपस में कोऑर्डिनेशन होता है। साइंटिस्ट का यह भी मानना है कि इस तरह के साउंड जोन को किसी गाड़ी के लिए तैयार करना चुनौतीपूर्ण है। इसकी एक वजह यह है कि साउंड वेव्स सेंसटिव होती हैं। तापमान और ह्यूमिडिटी में बदलाव वेव्स के ट्रैवल को बदल सकता है। कार में मौजूद लोगों की संख्या भी एक चुनौती है। इन सबके बावजूद साइंटिस्ट का यह मानना है कि कार में पर्सनल साउंड जोन बनाना बाकी जगह में इसे तैयार करने के मुकाबले आसान है।
इसकी वजह यह है कि कार में सीटें फिक्स होती हैं और यह आसानी से पता चल जाएगा कि कितने लोग कहां बैठे हैं।
द जर्नल ऑफ द एकॉस्टिकल सोसाइटी ऑफ अमेरिका के सितंबर 2021 के एडिशन में साइंटिस्ट ने बताया है कि पर्सनल साउंड जोन के साथ कार का एसी ऑन करने या किसी पैसेंजर को पिक करने पर भी साउंड की क्वॉलिटी बनी रहेगी।
इस टीम ने एक प्रोटोटाइप के साथ साउंड जोन सिस्टम की शुरुआत की। इसमें कार के आगे की दो सीटों के लिए चार लाउडस्पीकर की मदद से पर्सनल साउंड जोन बनाया। रिसर्चर्स ने अपने शोध में देखा कि अगर सीटों की उनकी जगह से दूर ले जाया जाता है, तो साउंड जोन्स की क्वॉलिटी पर इसका असर पड़ता है। साथ ही साथ साउंड वेव्स आपस में इंटरेक्ट नहीं कर पातीं। इसके बाद रिसर्चर्स ने इस सिस्टम को बेहतर बनाने का लक्ष्य तय किया।
इसके लिए उन्होंने कई माइक्रोफोन्स भी इस्तेमाल किए। फिर रिसर्चर्स की टीम ने कार की पांच सीटों के लिए अलग-अलग साउंड जोन बनाए। उन्हें उम्मीद है कि यह सिस्टम सफर के दौरान कार में होने वाले किसी भी बदलाव में बेहतर काम करेगा। टीम को अपनी रिसर्च में हौसला बढ़ाने वाले परिणाम मिले हैं। हालांकि इस पर अभी और टेस्ट किए जाने हैं, क्योंकि ऐसे कई तकनीकी पहलू हैं, जिन पर काफी काम किया जाना है।