अंतरिक्ष में चीन की सबसे बड़ी छलांग! रच दिया इतिहास, अब क्‍या करेगी नासा?

इस लॉन्‍च को कामयाब होता हुआ देखने के लिए बड़ी संख्‍या में मौके पर लोग जमा हुए थे। लोगों ने झंडे लहराकर मिशन की हौसलाफजाई की।

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 2 नवंबर 2022 12:12 IST
ख़ास बातें
  • इस साल के आखिर तक पूरा हो जाएगा स्‍पेस स्‍टेशन का काम
  • तीसरे मॉड्यूल को सोमवार को लॉन्‍च किया गया था
  • अब चीन को नासा और बाकी एजेंसियों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा

चीन का अंतरिक्ष स्‍टेशन जब पूरी तरह से तैयार होकर काम करने लगेगा, तो वह इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर निर्भर नहीं रहेगा।

दुनिया की सबसे बड़ी स्‍पेस एजेंसी नासा (Nasa) को अब चीन से सीधी टक्‍कर मिलने वाली है। दरअसल, चीन अंतरिक्ष में अपना स्‍थायी स्‍टेशन तैयार कर रहा है। मंगलवार को चीन के स्‍पेस स्‍टेशन के तीसरे और आखिरी मॉड्यूल को सफलता के साथ डॉक कर दिया गया। चीन की सरकारी मीडिया ने कहा कि यह देश की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। इस साल के आखिर तक चीन के अंतरिक्ष स्‍टेशन का निर्माण पूरा होने की दिशा में महत्‍वपूर्ण कदम है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मेंगटियन (Mengtian) नाम का मॉड्यूल मंगलवार सुबह तियांगोंग स्टेशन पर पहुंचा।
इसे सोमवार की दोपहर हैनान प्रांत के वेनचांग सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से लॉन्‍च किया गया था। उड़ान और डॉकिंग मिशन को पूरा होने में लगभग 13 घंटे लगने की उम्मीद थी। इस लॉन्‍च को कामयाब होता हुआ देखने के लिए बड़ी संख्‍या में मौके पर लोग जमा हुए थे। लोगों ने झंडे लहराकर मिशन की हौसलाफजाई की। 

चीन का अंतरिक्ष स्‍टेशन जब पूरी तरह से तैयार होकर काम करने लगेगा, तो वह इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर निर्भर नहीं रहेगा। चीन को साल 2011 से इंटरनेशनल स्‍पेस स्टेशन (ISS) से बाहर रखा गया है। चीनी स्‍पेस स्‍टेशन तियांगोंग का निर्माण पूरा होने के बाद अब चीन, अमेरिका, रूस और यूरोप की तरह ही अंतरिक्ष में अपना दबदबा दिखा पाएगा। 

मंगलवार को चीन के जिस तीसरे मॉड्यूल ‘मेंगटियन' को लॉन्‍च किया गया, वह 58.7 फुट लंबी और लगभग 22 मीट्रिक टन वजनी एक संरचना है। इसे मुख्य रूप से साइंस रैक और प्रयोगों की एक सीरीज को लीड करने के लिए डिजाइन किया गया है। इस मॉड्यूल में दो सौर सरणियां (solar arrays) भी लगी हैं, जिनके पंख 180 फीट से भी ज्‍यादा हैं। इनसे तियांगोंग स्‍पेस स्‍टेशन को पावर मिलेगी। 
Advertisement

चीन की योजना तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन पर कम से कम एक दशक तक टिके रहने की है। वह वहां कमर्शल मिशनों और पर्यटकों के लिए ऑर्बिटल फैसिलिटी शुरू करना चाहता है। कहा जाता है कि स्‍पेस स्‍टेशन का काम पूरा होने के बाद यह विजिटिंग कार्गो, चालक दल और डॉकिंग स्‍पेसक्राफ्ट के साथ इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन से लगभग 20 गुना बड़ा होगा। इसका वजन करीब 460 टन होगा। 
 

 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. OnePlus Ace 6T लॉन्च से पहले डिजाइन हो गया लीक, 16GB रैम, पावरफुल चिपसेट से होगा लैस!
#ताज़ा ख़बरें
  1. Honda के Activa e, QC1 इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की रुकी मैन्युफैक्चरिंग, स्टॉक नहीं बिकना हो सकता है कारण 
  2. OnePlus Ace 6T लॉन्च से पहले डिजाइन हो गया लीक, 16GB रैम, पावरफुल चिपसेट से होगा लैस!
  3. Rs 1,999 में मिल रहे Rs 8 हजार के JBL हेडफोन! Amazon का सबसे धांसू ऑफर
  4. 8GB रैम, 13 मेगापिक्सल कैमरा के साथ POCO Pad X1 टैबलेट नवंबर में इस दिन होगा लॉन्च, जानें सबकुछ
  5. Google ने पलट दिया गेम! अब Android से iPhone में चुटकी में शेयर कर सकेंगे फाइल
  6. 7000mAh बैटरी वाला सस्ता Oppo फोन जल्द हो सकता है लॉन्च!
  7. स्मार्टफोन साथ में लेकर सोते हैं? हो सकते हैं ये 5 बड़े नुकसान
  8. New Aadhaar App: अब आधार कॉपी देने का झंझट खत्म! नए ऐप में ऑफलाइन वैरिफिकेशन, फेस अनलॉक जैसे धांसू फीचर्स
  9. बेस्ट गेमिंग स्मार्टफोन खरीदते हुए ध्यान में रखें ये 10 बातें
  10. Royal Enfield ने भारत में पेश की इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल Flying Flea S6
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.