आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जमाना है और दुनियाभर की कंपनियां इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किसी न किसी तरह अपने फायदे के लिए कहना चाहती है। अब ऐसा प्रतीत होता है कि आने वाले समय में हम AI को विमान उड़ाते भी देखेंगे, क्योंकि एयरलाइन अमीरात (Emirates Airline) का कुछ ऐसा ही इरादा है। एयरलाइन के अध्यक्ष ने हाल ही में कहा कि AI को-पायलट वाले यात्री विमान भविष्य में यात्रियों को उनके तक तय स्थान तक पहुंचा सकते हैं।
CNBC से बात करते हुए Emirates अध्यक्ष टिम क्लार्क (Tim Clark) ने
कहा कि हम आने वाले समय में AI को-पायलट को प्लेन उड़ाते देख सकते हैं। उन्होंने न्यूज चैनल से कहा, 'आप वन-पायलट विमान देख सकते हैं। क्या विमान को पूरी तरह से स्वचालित आधार पर उड़ाया जा सकता है? हां, यह हो सकता है, तकनीक अभी वहां है।"
उन्होंने आगे जोड़ा, "'[लेकिन यात्री] यह सोचना पसंद करते हैं कि ऊपर दो पायलट हैं। मेरी नजर में फ्लाइट डेक पर हमेशा कोई न कोई होना चाहिए।"
कॉकपिट में एक पायलट के पास कितना इनपुट होता है, इसे रेखांकित करते हुए, पायलटों के संघ बालपा में उड़ान सुरक्षा के प्रमुख जोजी वाइट्स ने एक ब्लॉग में लिखा: 'कुशल पायलट एक जटिल सुरक्षा प्रणाली का हिस्सा है जो जोखिमों को कम करता है और यात्रियों को सुरक्षित रखता है।
इसी कड़ी में हाल ही में पायलटों के संघ Balpa में उड़ान सुरक्षा के प्रमुख, जोजी वाइट्स ने एक
ब्लॉग में लिखा था कि "कुशल पायलट एक जटिल सुरक्षा प्रणाली का हिस्सा है, जो जोखिमों को कम करता है और यात्रियों को सुरक्षित रखता है।" उनके मुताबिक, पायलट को केवल विमान चालक नहीं समझा जा सकता है, क्योंकि वो एक महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं, जो यात्रियों, चालक दल और कार्गो को उनके गंतव्यों पर सुरक्षित रूप से पहुंचाने के लिए काम करता है।
उन्होंने समझाया कि पायलटों को नेविगेटर, इंजीनियर, तकनीशियन, मौसम विशेषज्ञ और ग्राहक सेवा प्रबंधक होना चाहिए।
इससे साफ होता है कि आने वाला समय एयरलाइन इंडस्ट्री में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रवेश का है, लेकिन फिलहाल इसपर बड़ी बहस छिड़ी हुई है कि इसे एक कुशल इंसानी पायलट से ज्यादा बेहतर समझा जाए या नहीं।