LG G Flex2 रिव्यू: कर्व्ड होने के साथ कंफर्टेबल भी

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Ershad Kaleebullah, अपडेटेड: 8 अप्रैल 2016 14:24 IST
पिछले साल LG ने कुछ नया करने की कोशिश की। कंपनी ने G Flex बनाने की घोषणा की, जिसमें अनोखा सा 6 इंच का कर्व्ड स्क्रीन था हालांकि, यह फोन एक किस्म का प्रयोग था और इसमें उम्मीद से ज्यादा कमियां साफ नजर आईं। फोन का 720p का स्क्रीन अपने प्रतिद्वंद्वियों से कमजोर है, फोन जरूरत से ज्यादा बड़ा है और इसकी कीमत भी अधिक है।
 
यूजर्स की शिकायतों को जानने के बाद कंपनी ने ड्रॉइंग बोर्ड पर जाने का फैसला किया और इस साल ने LG ने अपग्रेडेड वर्जन G Flex2 लॉन्च किया। यह फोन अपने पिछले वेरिएंट से छोटा है और इसमें 1080p का डिस्प्ले है। इसके अलावा भी हैंडसेट में कई और सुधार किए गए हैं। उदाहरण के तौर पर फोन के पिछले हिस्से में सेल्फ-हीलिंग कोटिंग का इस्तेमाल किया गया है। इस हैंडसेट में Gorilla Glass स्क्रीन प्रोटेक्शन ज्यादा बेहतर है। इसके अलावा, G Flex2 पहला स्मार्टफोन है जिसमें Qualcomm के लेटेस्ट और सबसे बेहतरीन octa-core 64-bit SoC, Snapdragon 810 प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया है। क्या LG G Flex2 बेहतर कर्वी वर्जन है? आइए जानते हैं।



लुक और डिजाइन
पुराने वर्जन की तरह G Flex2 का भी डिजाइन बेहद ही अनूठा है और इसका श्रेय कर्वी स्टाइल को जाता है। रिव्यू के दौरान हमने पाया कि इस फोन को देखने के बाद लोग पलटने के लिए मजबूर हुए यानी हैंडसेट ने उत्सुकता जगाने का काम किया। खासकर फ्लैमिंगो रेड कलर वाला हैंडसेट, जो हमें रिव्यू के लिए मिला। वैसे फोन सिल्वर कलर में भी उपलब्ध है। पुराने वर्जन की तुलना में G Flex2 ज्यादा लाइट, स्लिम, कॉम्पेक्ट है, इसे एक ही हाथ से इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि यह फोन एक हाथ से ऑपरेट करने के लिए ज्यादा अनुकूल है।
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LG ने फोन के पिछले हिस्से में सेल्फ-हीलिंग कोटिंग (G Flex में भी यह फीचर था) का इस्तेमाल किया है, यानी बॉडी पर स्क्रैच लगने के बाद वह अपने आप ठीक हो जाता है। इस कोटिंग के स्लिम टेक्सचर के कारण हमने कई बार इस फोन का ग्रिप खोया। LG का दावा है कि सेल्फ-हीलिंग फीचर मात्र 10 सेकेंड में काम करता है। अगर रूम टैम्प्रेचर पर स्क्रैच लगता है तो यह 10 सेकेंड में रिकवर कर लेगा। यह G Flex के 3 मिनट के रेटिंग से बहुत कम है। हमने भी फोन के पिछले हिस्से में सक्रैच करके देखा और यह बहुत जल्द ही सुधर गया, लेकिन 10 सेकेंड का दावा किसी अतिश्योक्ति से कम नहीं।


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फोन के रियर साइड में प्रेशर लगाने से G Flex2 बेंड हुआ और पिछले वेरिएंट की तुलना में ज्यादा तेजी से अपने ऑरिजनल आकार में वापस आ गया। LG G2, G3 और G Flex की तरह G Flex2 में भी पावर बटन रियर साइड में वॉल्यूम कंट्रोल बटन के बीच में बना हुआ है। वॉल्यूम बटन का टैक्सचर पैटर्न पावर बटन से काफी अलग है, जिस कारण से इन्हें पहचान पाना आसान हो जाता है। टेक्टाइल फीडबैक भी काफी अच्छा है। प्राइमरी कैमरा इसके ऊपर बना हुआ है। इसके साथ डुअल एलईडी फ्लैश और लेजर ऑटोफोकस विंडो बना हुआ है।

फोन के आगे वाले हिस्से में 700mm रेडियस का कर्वेचर है, जबकि रियर साइड ग्रिप के कारण 650mm का रेडियस कर्वेचर है। G Flex 2 में 5.5 इंच का स्क्रीन है और कंपनी ने ऑपरेटिंग सिस्टम में नेविगेट करने के लिए ऑनस्क्रीन बटन दिया है। ईयरपीस, एलईडी इंडिकेटर, फ्रंट कैमरा और एंबियंट लाइट सेंसर डिस्प्ले के ऊपर बने हुए हैं।
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स्पेसिफिकेशन्स और सॉफ्टवेयर
फोन में पावरफुल Qualcomm Snapdragon 810 octa-core processor का इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ चार ARM Cortex-A53 कोर  1.5GHz और चार Cortex-A57 कोर 2GHz का भी सपोर्ट है। Adreno 430 GPU भी SoC का हिस्सा है। भारत में उपलब्ध G Flex2 मॉडल 2जीबी रैम और 16जीबी इंटरनल स्टोरेज के साथ आता है। कंपनी के मुताबिक, स्टोरेज को माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए 2टीबी तक बढ़ाया जा सकता है। इस फीचर को लेकर बहुत उत्साहित होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि मार्केट में 128जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड ही उपलब्ध हैं।



फोन में कई तरह के सेंसर्स हैं, जैसे कि एक्सेलेरोमीटर, गायरोस्कोप, प्रॉक्सिमिटी सेंसर और एक कंपास। 2300MHz बैंड पर उपलब्ध 4जी नेटवर्क के लिए सपोर्ट नहीं होना, इस फोन की सबसे बड़ी खामी है। इस कारण से भारत में ज्यादातर 4जी नेटवर्क को इस फोन के जरिए नहीं एक्सेस किया जा सकता। कनेक्टिविटी के लिहाज से फोन में Wi-Fi a/b/g/n/ac, ब्लूटूथ v4.1 with aptX और Infrared LG के लिए सपोर्ट उपलब्ध है। LG ने 13 मेगापिक्सल के रियर कैमरे का इस्तेमाल किया है। यह ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन के साथ आता है। प्राइमरी कैमरे के लिए लेजर ऑटोफोकस और डुअल एलईडी फ्लैश का सपोर्ट भी उपलब्ध है। फोन को पलटने पर आप पाएंगे कि फोन के अगले हिस्से में 2.1 मेगापिक्स्ल का कैमरा है। कॉम्पेक्ट बॉडी देने के कारण बैटरी के साइज और क्षमता को कम करना LG की मजबूरी थी। G Flex 2 में 3000mAh की बैटरी है, जबकि पिछले वेरिएंट में यह 3500mAh था। फोन के 5.5 इंच के P-OLED पैनल का रिजॉल्यूशन 1080p है। G Flex की तुलना में लेटेस्ट हैंडसेट का स्क्रीन ज्यादा क्रिस्प और वाइब्रेंट है। स्क्रीन कर्व होने के कारण कंटेंट को कुछ हद तक 3डी लुक मिलता है। कर्व्ड स्क्रीन पर वीडियो देखने, लंबे आर्टिकल पढ़ने और गेम खेलने का अनुभव शानदार है। कर्व्ड स्क्रीन होने का असली फायदा यही है। व्यूइंग एंगल्स भी बेहतरीन हैं और धूप में भी फोन पर कम रिफलेक्शन होता है।



G Flex 2 गूगल के Android 5.0 Lollipop ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलता है और LG ने इसके ऊपर अपने कस्टम UI का इस्तेमाल किया है। कस्टम UI बहुत ही साफ-सुथरा है और इसका लुक फ्लैट है, लेकिन यह किसी भी तरह से Android Lollipop जैसा नहीं है। LG ने अनवांटेड ब्लॉटवेयर को कम रखा है, जो बेहतरीन है। Glance नाम का एक सॉफ्टवेयर फीचर, यूजर्स को फोन के लॉक होने के बाद भी स्क्रीन के टॉप पर से स्वाइप डाउन करके स्टेटस बार और रिसेंट नोटिफिकेशन देखने की फैसिलिटी देता है। KnockCode (फोन को अनलॉक करने के लिए कस्टमाइज्ड कोड) और KnockOn (स्क्रीन को एक्टिव करने के लिए दो बार टैप करना), इन फीचर को LG ने पहले ही अपने फोन में लॉन्च किया था, ये इस हैंडसेट भी उपलब्ध हैं।

कैमरा
सबको चौंकाते हुए LG ने डिफॉल्ट कैमरा ऐप से कई फीचर हटा दिए हैं, अब सिर्फ तीन मोड उपलब्ध हैं- ऑटो, पनोरमा और डुअल। डुअल मोड ऐप के जरिए यूजर्स दोनों ही कैमरे को एक बार इस्तेमाल करके पिक्चर इन पिक्चर इमेज क्रिएट कर सकते हैं, पर यह इनोवेटिव नहीं है।



13 मेगापिक्सल का कैमरा डिटेल के साथ तस्वीरें कैपचर करता है और नेचुरल कलर्स निखर कर आते हैं। यह बहुत ही तेजी से सब्जेक्ट पर फोकस करता है। हालांकि, संभव है कि कुछ लोगों को तस्वीरें उनकी चाहत के हिसाब से रंगीन ना नजर आए। हमें एजेज के आसपास बैरल डिस्टॉर्शन साफ नजर आए, जो बेहद ही निराशाजनक था। HDR मोड इमेज को तेज रोशनी में ओवर एक्सपोज होने से बचाने का बेहतरीन काम करता है।



कम लाइट में, रियर कैमरा ठीक-ठाक काम करता है। हमने कुछ डिटेल शॉट लिए, लेकिन कैमरा नॉय्ज कम करने में नाकाम रहा। OIS मदद करने का काम करता है। हिलते हुए वीडियो शूट होने से बचाने के लिए OIS सिस्टम पूरी तरह से काम आता है। हमारे द्वारा शूट किए गए 4K वीडियो की क्वालिटी बेहतरीन थी, लेकिन अफसोस की बात है कि कैमरा क्लिप लेंथ को 5 मिनट सीमित कर देता है। 2.1 मेगापिक्सल के फ्रंट कैमरे से ली गई सेल्फी की क्वालिटी औसत थी। हालांकि, आप इन बिल्ट ब्यूटी मोड के जरिए अपनी तस्वीर को और खूबसूरत बना सकते हैं।



परफॉर्मेंस
विवादों के मद्देनजर, हम Snapdragon 810 SoC के टेस्ट को लेकर उत्साहित थे। हमने भी पाया कि इसमें हीटिंग की प्रोब्लम है। थोड़ा सा भी मुश्किल टास्क परफॉर्म करने के दौरान फोन गर्म हो जाता है। फोटो खींचते वक्त भी फोन के रियर साइड का ऊपरी हिस्सा गर्म हो जाता है। इसके अलावा, प्रोसेसर थ्रॉटलिंग के दौरान नोटिफिकेशन्स शेड डाउन को स्वाइप करने जैसे सिंपल टास्क कई बार रुक-रुक कर चलते हैं। इस तरह की कमी किसी फ्लैगशिप डिवाइस में होने की गुंजाइश नहीं है।


 
जिन लोगों को रुचि है, उनके लिए हमारे पास बेंचमार्क के स्कोर हैं, लेकिन G Flex 2 की क्षमता का अनुमान लगाने के लिए सिर्फ इन आंकड़ों पर मत जाइए। AnTuTu और Quadrant टेस्ट में हैंडसेट ने क्रमशः 49,882 और 29,223 का स्कोर पाया, जो शानदार है। उम्मीद पर खरा उतरते हुए फोन ने 3DMark Ice Storm's Basic टेस्ट में 17,358 का स्कोर हासिल किया।

G Flex2 ने बड़ी ही आसानी से हमारे वीडियो टेस्ट फाइल को प्ले किया। लाउडस्पीकर पर आवाज की क्वालिटी कम नजर आई। फोन के साथ दिए गएईयरफोन से अच्छी आवाज आती है और आपको इसे रिप्लेस करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। फोन कॉल के दौरान भी आवाज की क्वालिटी काफी अच्छी थी और कनजेस्टेड नेटवर्क में फोन कनेक्शन बरकरार रखने में कामयाब रहा। बैटरी टेस्ट में फोन 8 घंटे और 6 मिनट तक चला, जो G Flex के परफॉर्मेंस से कम है। शायद, कंपनी का छोटी बैटरी इस्तेमाल करने का फैसला गलत है। नॉर्मल यूज के दौरान भी हमने पाया कि बैटरी लाइफ बहुत ज्यादा अच्छी नहीं थी।



हमारा फैसला
आम यूजर्स के लिए एक कर्व्ड स्मार्टफोन बनाने की LG की कोशिश नाकाम होती नजर आ रही है, इस बार वजह बनी है- प्रोसेसर की परफॉर्मेंस। ऐसा नहीं है कि इस कमी के कारण फोन को यूजर्स नहीं मिलेंगे, पर यह जानते हुए कि इस फोन की कीमत 50,000 रुपये के आसपास है, इस तरह की छोटी-मोटी कमियां ज्यादा खलती हैं।
 
G Flex2 को इसके अनूठेपन के लिए खरीदा जा सकता है। व्यवहारिक तौर पर देखा जाए, अगर आप इतना खर्चने को तैयार हैं तो हमारा सुझाव होगा कि आप iPhone 6 या the Samsung Galaxy S6 को भी जांच लें। हम तो Galaxy S6 के दूसरे वर्जन Galaxy S6 Edge को खरीदने का सुझाव देंगे क्योंकि यह ज्यादा स्टेबल प्रोडक्ट है।
 

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