Apple कथित तौर पर अब तक के सबसे स्लिम आईफोन iPhone 17 Air पर काम कर रहा है। हाल ही में आई रिपोर्ट में सुझाव दिया कि कंपनी इसे पहला पोर्टलेस आईफोन बनाने पर भी काम कर रही है। ऐसा बताया जा रहा है कि iPhone निर्माता ने यह फैसला इसलिए लिया, क्योंकि उसे डर था कि यूएसबी-सी पोर्ट हटाने से यूरोपीय यूनियन के साथ विवाद हो सकता है। हालांकि, ऐसा पता चला है कि यूएसबी-सी पोर्ट को पूरी तरह से पोर्टलेस फोन के लिए हटाना वास्तव में पूरी तरह से कानूनी होगा। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
यूरोपीय यूनियन कानून में खासतौर पर कॉमन चार्जर डायरेक्टिव उपयोग के लिए
Apple को अपने खुद के लाइटनिंग पोर्ट को हटाकर यूएसबी-सी पोर्ट लगाना पड़ा था। अब मार्केट में सभी नए आईफोन इसी पोर्ट के साथ आ रहे हैं। अलग-अलग स्मार्टफोन और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस पर अलग-अलग चार्जिंग पोर्ट होने के चलते गैर जरूरी इलेक्ट्रिकल वेस्ट एकत्रित हो रहा था। इसके चलते यूजर्स को अलग-अलग डिवाइस के लिए कई चार्जर की जरूरत पड़ती। इसलिए यूरोपीय यूनियन में बेचे जाने वाले सभी डिवाइस के लिए एक कॉमन चार्जिंग पोर्ट का उपयोग अनिवार्य किया गया।
जब कानून का पहली बार प्रस्ताव दिया गया था तो सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला पोर्ट माइक्रोयूएसबी था, इसलिए यह स्टैंडर्ड होता। कानून लागू होने तक यूएसबी-सी नया स्टैंडर्ड बन चुका था, इसलिए यह कानून में शामिल पोर्ट बन गया। Apple ने पहले ही Mac और iPad के लिए यूएसबी-सी चार्जिंग उपयोग कर लिया था और बाद में नए आईफोन के लिए भी यह इस्तेमाल किया गया, लेकिन पुराने मॉडल में लाइटनिंग पोर्ट ही उपयोग किया जा रहा था। कानून के अनुसार, आईफोन के लिए भी यूएसबी-सी पर स्विच करना जरूरी था।
Apple का नया पोर्टलेस iPhone
लंबे समय से सुझाव मिल रहा था कि Apple कभी भी एक या उससे अधिक iPhone मॉडल से वायर्ड चार्जिंग को हटा देगा। अब ब्लूमबर्ग के मार्क गुरमन ने बताया कि कंपनी ने iPhone 17 Air के लिए ऐसा करने पर विचार किया। कॉमन चार्जर डायरेक्टिव में सिर्फ यह कहा गया है कि अगर किसी डिवाइस में वायर्ड चार्जिंग पोर्ट है तो यह यूएसबी-सी होना चाहिए।