स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं। स्मार्टफोन के बिना एक दिन रहना भी अब इंसानों के लिए मुश्किल होता जा रहा है। ऐसा ही कुछ असर बच्चों पर भी देखा जा रहा है। एक सर्वे में चौंकाने वाली बात सामने आई है। स्मार्टफोन मेकर दिग्गज कंपनी Vivo ने एक सर्वे करवाया है। इसमें बताया गया है कि कैसे स्मार्टफोन का बहुत ज्यादा इस्तेमाल मां-बाप और बच्चों के बीच के संबंध को भी कमजोर करता जा रहा है।
Vivo की ओर से एक
सर्वे करवाया गया है जो कि साइबर मीडिया रिसर्च (Cybermedia Research (CMR) द्वारा कंडक्ट किया गया है। स्टडी को इम्पेक्ट ऑफ स्मार्टफोन ऑन पेरेंट-चाइल्ड रिलेशनशिप का शीर्षक दिया गया है। साफतौर पर यह बताती है कि स्मार्टफोन का बहुत अधिक इस्तेमाल मां-बाप और बच्चों के बीच संबंधों को कैसे प्रभावित कर रहा है। स्टडी में 1500 से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया है। जो कि दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बैंगलोर, अहमदाबाद और पुणे से थे। सर्वे में सामने आया है कि 70 प्रतिशत माता-पिता मानते हैं कि स्मार्टफोन दुनिया के बारे में नई जानकारी देने में मदद करता है।
60 प्रतिशत माता-पिता ने माना कि स्मार्टफोन उनको उनके दोस्तों, परिवार आदि से जोड़े रखने के लिए जरूरी है। वहीं 60 प्रतिशत माता-पिता का कहना है कि स्मार्टफोन की मदद से अब शॉपिंग करना बहुत आसान हो गया है।
जहां बात बच्चों की आती है, तो 60 प्रतिशत बच्चों ने माना कि स्मार्टफोन देश-दुनिया की जानकारी उन तक पहुंचाता है। वहीं 58 प्रतिशत बच्चों ने कहा कि स्मार्टफोन के कारण वे अपने दोस्तों और करीबियों से जुड़े रहते हैं। स्टडी में चौंकाने वाली बात ये है कि 12 साल तक के बच्चे स्मार्टफोन पर औसत रूप से से रोजाना 6.5 घंटे बिताने लगे हैं। जिसमें ज्यादातर फोकस गेम खेलने पर होता है। इनमें 91% ने माना कि स्मार्टफोन से दूर जाने पर उनको घबराहट, और परेशानी होने लगती है।
स्टडी से पता चलता है कि घर में रहते हुए भी बच्चे दिन का ज्यादातर समय
स्मार्टफोन पर बिता रहे हैं। इससे बच्चे की मानसिक और सामाजिक स्थिति पर बुरा असर पड़ रहा है। यह लत से कम नहीं बताया गया है। स्टडी में ये भी कहा गया है कि माता-पिता बच्चों में बढ़ती स्मार्टफोन की लत से बहुत ज्यादा चिंतित भी हैं। अब इसके लिए कदम उठान की बहुत जरूरत है। इसी कड़ी में Vivo 20 दिसंबर को स्विच ऑफ डे मनाने जा रहा है।