रेलवे के टिकट
ऑनलाइन बुक कराने के लिए आईआरसीटीसी (IRCTC) की वेबसाइट और ऐप बेहतर जरिया हैं, लेकिन सेंधमार इन्हें चकमा देने से भी बाज नहीं आ रहे। ऐसे लोगों पर अब सीबीआई ने ऐक्शन लिया है। आईआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिए रेलवे के रिज्वर्ड ई-टिकटों की अवैध बिक्री से जुड़े एक मामले की जांच के तहत गुरुवार को 5 राज्यों में 12 जगहों पर छापेमारी की गई। सीबीआई की टीम ने यूपी, बिहार, गुजरात, एमपी और दिल्ली में ट्रैवल एजेंट्स के 12 ठिकानों पर कार्रवाई की। 1 मार्च 2021 को सीबीआई ने इस संबंध में केस दर्ज किया था।
एक न्यूज एजेंसी (IANS) की रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि छापेमारी के दौरान हैरान करने वाली जानकारी मिली। ट्रैवल एजेंट कथित रूप से टिकट खरीदने के लिए मैन्युअल सिस्टम को दरकिनार कर रहे थे। ऐसा करने के लिए अवैध सॉफ्टवेयरों का इस्तेमाल किया जा रहा था। इस अवैध गतिविधि में शामिल एजेंटों की सीबीआई ने पहचान की और तलाशी अभियान भी चलाया।
तलाशी में सीबीआई को डिजिटल डिवाइस, अवैध सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करने वाले मोबाइल फोन, आपत्तिजनक दस्तावेज और अवैध सॉफ्टवेयर का उपयोग करके पहले से बुक कराए गए पैसेंजर्स के टिकट समेत कई सामान मिला है। सीबीआई ने उस व्यक्ति की भी पहचान कर ली है, जो एजेंटों को अवैध सॉफ्टवेयर बेच रहा था।
गौरतलब है कि हर रोज करोड़ों की संख्या में जोग IRCTC की वेबसाइट और ऐप के जरिए टिकटों की बुकिंग कराते हैं। आईआरसीटीसी का पूरा नाम ‘इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन' है। भारतीय रेल के जरिए रोजाना करीब ढाई करोड़ लोग सफर करते हैं। त्योहारी सीजन में यह संख्या और बढ़ जाती है। हर रोज बड़ी संख्या में लोग आईआरसीटीसी की मदद से टिकट बुक कराते हैं। कई बार लोगों की शिकायत रहती है कि उन्हें कई महीनों पहले टिकट बुक कराने पर भी कन्फर्म सीट नहीं मिलती।